विटामिन डी यानी सनशाइन विटामिन महिलाओं के लिए होती है बेहद जरूरी। अपने बिजी शेड्यूल में से केवल सुबह के एक घंटे का समय निकाल कर टहलने जरूर जाएं, सुबह की धूप और हवा साथ ही साथ चलना आपके स्वास्थ्य को हमेशा रखेगा तंदरुस्त। इम्युनिटी ही नहीं विटामिन डी आपके समग्र स्वास्थ्य केि लिए बहुत जरूरी है। जानिए क्या हैं इस जरूरी विटामिन की कमी के संकेत और उन्हें कैसे दूर करना है।
शोध के अनुसार बताया गया है कि जिन महिलाओं में विटामिन डी की कमी होती है उनमें,हार्ट फेलियर,हार्ट अटैक,स्ट्रोक,मधुमेह तथा हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी होने की संभावना अधिक होती है।
गर्भावस्था के दौरान अगर विटामिन डी लेवल कम हो जाता है तो, इसे प्री एक्लेप्सिया, गेस्टेशनल डायबिटिज जैसी स्थिति बन जाती है। विटामिन डी के सेवन के लिए किसी तरह की कोई स्पेसिफिक उम्र नहीं है। यह हर उम्र और व्यक्ति के लिए जरूरी है।
2011 के एक अध्ययन के अनुसार, अमेरिका में 41.6% वयस्कों में विटामिन डी की कमी है। हिस्पैनिक्स में यह संख्या 69.2% और अफ्रीकी-अमेरिकियों में 82.1% है। इसके कुछ सामान्य लक्षण है जैसे – उम्र से ज्यादा दिखना, शरीर पर धब्बे का दिखना, वजन का बढ़ना, डार्क स्किन आदि। परंतु यह शुरुआती लक्षण हैं, आइए हम बताते है कि आपकी बॉडी विटामिन डी की कमी के क्या- क्या संकेत देती है जिसे आपको पहचाना चाहिए:-
विटामिन डी की सबसे महत्वपूर्ण भूमिकाओं में से एक है आपकी इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाए रखना। ताकि, आप बीमारी पैदा करने वाले वायरस और बैक्टीरिया से लड़ सकें।
अगर आप अक्सर फ्लू, बुखार और कोल्ड से ग्रस्त रहती हैं, तो हो सकता है कि आपका विटामिन डी लेवल कम हो गया हो।
विटामिन डी की कमी से महिलाओं को अक्सर चिंता और थकान महसूस होती रहती है।
शोध अध्ययनों से पता चला है कि बहुत कम ब्लड शुगर लेवल थकान का कारण बन सकता है। जिसका जीवन की गुणवत्ता पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
अगर आपकी कोई सर्जरी हुई है या चोट लगी और उसके बाद घावों का धीमा उपचार एक संकेत हो सकता है कि आपके विटामिन डी का स्तर बहुत कम है।
विटामिन डी कैल्शियम अवशोषण और हड्डियों के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विटामिन डी की कमी से आपकी बोन डेंसिटी भी कम हो जाती है, जिससे हड्डियों में फ्रैक्चर होने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है। विशेषकर 30 की उम्र के बाद महिलाओं को फ्रैक्चर का खतरा और अधिक होता है।
आज कोरोना काल में सभी अपने-अपने घरों में बंद हैं। ऐसे में विटामिन डी प्राप्त करना थोड़ा मुश्किल हो गया है। ऐसे में, कोशिश करें कि सुबह 10 बजे की धूप कम से कम आधे घंटे भी अपने बालकनी में ज़रूर लें।
महिलाओं को स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए। चाहे वो घर के अंदर हो या बाहर क्योंकि मोटापा कम विटामिन डी के साथ जुड़ा हुआ है, सूरज की रोशनी प्रति दिन 10 से 15 मिनट तक रोज अवश्य लें और खाएं स्वस्थ आहार। जिसमें विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थ शामिल हैं, जैसे फैटी मछली (साल्मन या टूना) और कम वसा वाले डेयरी उत्पाद।