डियर लेडीज, विटामिन डी की कमी आपके लिए बढ़ा सकती है कई बीमारियों का जोखिम, रहें सावधान 

 इम्‍युनिटी ही नहीं विटामिन डी आपके समग्र स्‍वास्‍थ्‍य के‍ि लिए भी बहुत जरूरी है। जानिए क्‍या हैं इस जरूरी विटामिन की कमी के संकेत और उन्‍हें कैसे दूर करना है। 
Winters mein vitamin D ki kami
सर्दियों में हो जाती है शरीर में विटामिन डी की कमी। चित्र: शटरस्‍टाॅक
Published On: 30 Sep 2020, 09:00 am IST
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विटामिन डी यानी सनशाइन विटामिन महिलाओं के लिए होती है बेहद जरूरी। अपने बिजी शेड्यूल में से केवल सुबह के एक घंटे का समय निकाल कर टहलने जरूर जाएं, सुबह की धूप और हवा साथ ही साथ चलना आपके स्वास्थ्य को हमेशा रखेगा तंदरुस्त। इम्‍युनिटी ही नहीं विटामिन डी आपके समग्र स्‍वास्‍थ्‍य के‍ि लिए बहुत जरूरी है। जानिए क्‍या हैं इस जरूरी विटामिन की कमी के संकेत और उन्‍हें कैसे दूर करना है। 

क्यों जरूरी है विटामिन डी ?

शोध के अनुसार बताया गया है कि जिन महिलाओं में विटामिन डी की कमी होती है उनमें,हार्ट फेलियर,हार्ट अटैक,स्ट्रोक,मधुमेह तथा हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी होने की संभावना अधिक होती है।

विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत धूप की किरने होती है। चित्र: शटरस्टॉक
विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत धूप की किरने होती है। चित्र: शटरस्टॉक

गर्भावस्था के दौरान अगर विटामिन डी लेवल कम हो जाता है तो, इसे प्री एक्लेप्सिया, गेस्टेशनल डायबिटिज जैसी स्थिति बन जाती है। विटामिन डी के सेवन के लिए किसी तरह की कोई स्पेसिफिक उम्र नहीं है। यह हर उम्र और व्यक्ति के लिए जरूरी है।

कैसे पहचानें कि आप विटामिन डी की कमी से ग्रस्त हैं?

2011 के एक अध्ययन के अनुसार, अमेरिका में 41.6% वयस्कों में विटामिन डी की कमी है। हिस्पैनिक्स में यह संख्या 69.2% और अफ्रीकी-अमेरिकियों में 82.1% है। इसके कुछ सामान्य लक्षण है जैसे – उम्र से ज्‍यादा दिखना, शरीर पर धब्बे का दिखना, वजन का बढ़ना, डार्क स्किन आदि। परंतु यह शुरुआती लक्षण हैं, आइए हम बताते है कि आपकी बॉडी विटामिन डी की कमी के क्या- क्या संकेत देती है जिसे आपको पहचाना चाहिए:-

1.अक्सर बीमार पड़ना

विटामिन डी की सबसे महत्वपूर्ण भूमिकाओं में से एक है आपकी इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाए रखना। ताकि, आप बीमारी पैदा करने वाले वायरस और बैक्टीरिया से लड़ सकें।

बार-बार बीमार पड़ना विटामिन डी के कमी का हो सकता है लक्षण। चित्र : शटरस्‍टॉक
बार-बार बीमार पड़ना विटामिन डी के कमी का हो सकता है लक्षण। चित्र : शटरस्‍टॉक

अगर आप अक्सर फ्लू, बुखार और कोल्ड से ग्रस्त रहती हैं, तो हो सकता है कि आपका विटामिन डी लेवल कम हो गया हो।

2.चिंता और थकान

विटामिन डी की कमी से महिलाओं को अक्सर चिंता और थकान महसूस होती रहती है।

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विटामिन डी के कमी से बढ़  सकता है तनाव और चिंता। चित्र: शटरस्‍टॉक
विटामिन डी के कमी से बढ़ सकता है तनाव और चिंता। चित्र: शटरस्‍टॉक

शोध अध्ययनों से पता चला है कि बहुत कम ब्लड शुगर लेवल थकान का कारण बन सकता है। जिसका जीवन की गुणवत्ता पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

3.चोट को भरने में समय लगना

अगर आपकी कोई सर्जरी हुई है या चोट लगी और उसके बाद घावों का धीमा उपचार एक संकेत हो सकता है कि आपके विटामिन डी का स्तर बहुत कम है।

4.हड्डियों का कमजोर होना

विटामिन डी कैल्शियम अवशोषण और हड्डियों के स्‍वास्‍थ्‍य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विटामिन डी की कमी से आपकी बोन डेंसिटी भी कम हो जाती है, जिससे हड्डियों में फ्रैक्चर होने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है। विशेषकर 30 की उम्र के बाद महिलाओं को फ्रैक्चर का खतरा और अधिक होता है।

आप कैसे पूरी कर सकती हैं विटामिन डी की कमी 

आज कोरोना काल में सभी अपने-अपने घरों में बंद हैं। ऐसे में विटामिन डी प्राप्त करना थोड़ा मुश्किल हो गया है। ऐसे में, कोशिश करें कि सुबह 10 बजे की धूप कम से कम आधे घंटे भी अपने बालकनी में ज़रूर लें।

सुबह की धूप मे साइकिल चलाना और पैदल चलना, दोनों ही आपकी सेहत के लिए अच्‍छे हैं। चित्र: शटरस्‍टॉक
सुबह की धूप मे साइकिल चलाना और पैदल चलना, दोनों ही आपकी सेहत के लिए अच्‍छे हैं। चित्र: शटरस्‍टॉक

महिलाओं को स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि करनी चाहिए। चाहे वो घर के अंदर हो या बाहर क्योंकि मोटापा कम विटामिन डी के साथ जुड़ा हुआ है, सूरज की रोशनी प्रति दिन 10 से 15 मिनट तक रोज अवश्य लें और खाएं स्वस्थ आहार। जिसमें विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थ शामिल हैं, जैसे फैटी मछली (साल्‍मन या टूना) और कम वसा वाले डेयरी उत्‍पाद।

लेखक के बारे में
प्रेरणा मिश्रा
प्रेरणा मिश्रा

हेल्‍दी फूड, एक्‍सरसाइज और कविता - मेरे ये तीन दोस्‍त मुझे तनाव से बचाए रखते हैं।

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