अक्टूबर का महीना लगभग समाप्त होने को है और मौसम अपनी करवट बदलने लगा है। सुबह-शाम होने वाली हल्की और गुलाबी ठंड अपने साथ कई तरह की अन्य बीमारियां भी ला रहा है। सर्दी, खांसी और बुखार जैसी वायरल बीमारियों के बीच ‘कोविड-19’ के नए आंकड़ों ने भी लोगों की नींद उड़ा दी हैं। साथ ही उन्हें फिर से सचेत हो जाने की एक चेतावनी भी दी है।
गौरतलब है कि ‘कोविड-19’ का अंत अभी नहीं हुआ है। विश्व में छिटपुट ही सही लेकिन लगभग हर जगह कोविड-19 के केसेज़ लगातार देखे जा रहे हैं। लंबे समय से, भारत में भी कोविड के केसेज़ देखने को नहीं मिले थे लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा जारी किए गए नए आंकड़ों ने सभी की चिंताएं बढ़ा दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा जारी किए हुए आंकड़ों के अनुसार भारत में 38 नए मामले देखने को मिले हैं, वहीं देश में कुल एक्टिव केसेज़ की संख्या 306 दर्ज की गई हैं। इसके साथ ही अभी तक भारत में कुल 4,49,99,680 कोविड केसेज़ मिल चुके है , जिसमें 5,32,037 लोगों की मृत्यु हुई है। वहीं, अगर पिछले दिनों की बात करें तो भारत में बीते 15 अक्टूबर को 27 केसेज़ देखने को मिले वहीं, 5 अक्टूबर को 43 केसेज़ सामने आए थे।
कोरोना वायरस से बचाव को लेकर बदलते मौसम में भी सतर्क रहना और सभी सुरक्षा उपायों का पालन करना महत्वपूर्ण है। आप इन सावधानियों और उपायों से बदलते मौसम में कोरोना से बचाव कर में सकते हैं।
1 मास्क पहनें: मास्क पहनना सबसे महत्वपूर्ण है, खासकर जब आप बाहर जाते हैं या जहां बहुत सारे लोगों की संभावना होती है। ऐसे में यदि आप साधारण या N95 मास्क का उपयोग बदलते करते है, तो इस घातक वायरस से बचाव संभव है।
2 हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें: कहीं बाहर से वापस आते वक़्त या सामजिक संपर्क करने के बाद हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करना बेहद जरूरी है। वहीं, अगर आपके पास सैनिटाइजर नहीं हैं तो हैंडवाश करें।
3 सामाजिक दूरी बनाए रखें: अन्य लोगों के साथ सामाजिक दूरी बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
4 सफाई बनाए रखे : सफाई बनाए रखना न सिर्फ आपके शारीरिक रूप को प्रभावित करता है बल्कि आपको मानसिक तौर पर भी फिट करता है, इसलिए अपने आसपास साफ़-सफाई बनाए रखना बहुत जरूरी है।
5 सर्दी और फ्लू लक्षणों का ध्यान रखें: आपके या आपके पास रहने वाले किसी भी व्यक्ति को अगर सर्दी, जुकाम, बुखार या अन्य लक्षण दिखाई पड़ते हैं, तो उन लोगों से दूरी बनाएं और साथ ही उन्हें टेस्ट कराने का सुझाव भी दें।
इस सवाल का जवाब लेने के लिए हेल्थशॉट्स ने न्यूबर्ग लेबोरेटरीज़, मुंबई में माइक्रोबायोलोजी प्रमुख डॉ.भाविनी शाह से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि कोविड एक आम वायरस की तरह है, जिसके समय-समय पर वैरिएंट और सब-वैरिएंट देखने को मिल सकते है। इससे बचने के लिए हमें सतर्क रहना चाहिए।
पिछले महीने यानी सितंबर में कोविड के ओमीक्रॉन फैमिली के नए सबवेरिएंट ‘पिरोला’ देखने को मिला था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अपने सितंबर के महामारी विज्ञान अपडेट में इस वायरस की पुष्टि की थी। इस सब-वेरिएंट को पहली बार सितंबर की शुरुआत में डेनमार्क में रिपोर्ट किया गया था।
लगातार बढ़ते कोरोना के मामलों में हमें सतर्क रहना बेहद आवश्यक है और साथ ही इसके लक्षणों को जानना भी बेहद जरूरी है। वहीं, कोरोना के मामलों में लोगों की सतर्कता बेहद जरूरी है, इसलिए हमें इन लक्षणों से बच के रहने की आवश्यकता है। इन लक्षणों में नाक बहना, खांसी, थकान, छींक आना, बुखार आना शामिल है।
यह भी पढ़ें: इम्यूनिटी बूस्ट करने से लेकर पाचन क्रिया को मजबूत बनाए रखता है सॉरक्रॉट, यहां जानें इसकी स्वादिष्ट रेसिपी