Covid-19 4th Wave : जानिए बच्चों के लिए कितनी घातक हो सकती है कोविड 19 की चौथी लहर
बदलते वातावरण के प्रति यदि कोई सबसे ज़्यादा संवेदनशील होता है तो वो हैं, बच्चे। बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होती है, इसलिए किसी भी बीमारी का असर उन पर सबसे ज़्यादा देखने को मिलता है। ऐसे में आपके लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि कोविड – 19 का नया XE वेरिएंट (Covid 19 XE Variant) बच्चों पर कितना कहर बरपा सकता है। साथ ही यह भी जानें कि कोविड-19 की चौथी लहर में बच्चों का कैसे ख्याल रखना है।
कोविड 19 का खतरा अभी टला नहीं है। जहां बीते दिनों मुंबई में कोरोना के XE वेरिएंट का पहला मामला सामने आया, वहीं कल नोएडा के एक स्कूल के 13 छात्रों, समेत 2 शिक्षक कोविड पॉज़िटिव पाए गए। हाल ही में गाजियाबाद के दो स्कूलों में भी तीन और छात्र कोरोना पॉज़िटिव पाए गए हैं।
अब गाजियाबाद के इंदिरापुरम में स्थित यह स्कूल तीन दिनों तक बंद रहेगा और नोएडा के स्कूल एक सप्ताह तक ऑनलाइन मोड में चलेंगे।
गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भवतोष शंखधर से यह पूछे जाने पर कि क्या बच्चों में वायरस के नए एक्सई वेरियंट का पता चला है, तो उन्होनें कहा कि इस बारे में अभी जानकारी मिलना बाकी है।
क्या हैं XE वेरिएंट के लक्षण (Covid 19 XE Variant symptoms)?
इस बात का कोई सबूत नहीं है कि एक्सई वेरिएंट के लक्षण पहले से मौजूद वेरिएंट से अलग हैं। अब तक इसके लक्षणों में शामिल हैं – थकान, सुस्ती, बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, तेज़ धड़कन और दिल की समस्याएं।
तो आखिर कितना घातक है कोविड 19 का XE वेरिएंट?
इसके लिए हमने रोटरी क्लब ऑफ मद्रास नेक्स्ट जेन, की निदेशक, कोविड टास्क फोर्स, डॉ पवित्रा वेंकटगोपालन से बात की। उनका कहना है कि ”कई लोगों का टीकाकरण होने के बाद यह कहा जा सकता है कि यह माइल्ड वेरिएंट है। मगर इसे हल्के में लेना और कोविड गाइडलाइंस का पालन करना हमारी लापरवाही होगी।”
साल 2022 की शुरुआत से ही यूके में ये वेरिएंट फैल रहा है, लेकिन काफी कम गंभीर मामले सामने आए हैं। इसका मतलब यह है कि चिंता की कोई बात नहीं है। इसके अलावा, जो लोग पिछले ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित थे, उनके पास एक्सई वेरियंट से लड़ने के लिए पर्याप्त एंटीबॉडी हैं। मगर जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर है उन्हें अपना खास ख्याल रखने की ज़रूरत है।
कोविड 19 की चौथी वेव में बच्चों का कैसे रखें ख्याल
अपने बच्चों के खानपान पर ध्यान दें और उन्हें हेल्दी और संतुलित भोजन कराएं। उनके आहार में ताज़े फल और सब्जियां ज़रूर शामिल करें।
उन्हें नियमित बाहर खेलने भेजें, एक्सरसाइज़ करने के लिए प्रेरित करें।
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कस्टमाइज़ करेंबाचोन को कोविड गाइडलाइंस का पालन करने को कहें।
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