स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या या समाधान के लिए हम चाहते हैं कि आपके मन में कोई सवाल न रहे। हम एक जटिल समय में हैं, जिसने न केवल हमारे स्वास्थ्य, बल्कि मन को भी आहत किया है। अच्छी बात ये कि अब भारत कोरोनावायरस महामारी का मुकाबला करने के लिए तैयार है। आज 16 जनवरी से कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू हो चुका है। पर अब भी इसे लेकर आपके मन में बहुत सारे सवाल हैं। हम कोशिश कर रहे हैं आपके इन्हीं सवालों का जवाब देने की।
क्योंकि भारतीय सोच और परंपराओं में शामिल है सर्वे भवन्तु सुखिन:, सर्वे सन्तु निरामया:। अर्थात सभी सुखी हों, सभी रोगमुक्त हों।
नहीं, भारत सरकार ने प्राथमिकता समूहों का चयन किया है, जिन्हें जोखिम कारकों के आधार पर टीका लगाया जाएगा।
पहला समूह देश के स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स का है। दूसरा समूह 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का है और तीसरे प्राथमिकता समूह में 50 वर्ष से कम आयु वाले लोग शामिल हैं। साथ ही वे लोग जिन्हें मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय और गुर्दे की बीमारी जैसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं।
पहले चरण में स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाएगा। अनुमानित 10 मिलियन स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारी हैं, जिनमें से लगभग 300,000 को पहले दिन टीका लगाए जाने की संभावना है।
योग्य व्यक्तियों को सरकार द्वारा लाभार्थियों के रूप में पंजीकृत किया जाएगा। योग्य लाभार्थियों को उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक एसएमएस के माध्यम से सूचित किया जाएगा। जिसमें स्वास्थ्य सुविधा के बारे में आपको जानकारी दी जाएगी। जैसे आपका टीकाकरण कहां होगा और टीकाकरण का समय क्या होगा।
नहीं, केवल पंजीकृत लाभार्थियों को ही टीकाकरण के दिन सत्र स्थल (session site) पर टीका लगाया जाएगा।
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कस्टमाइज़ करें12 सरकारी फोटो आईडी में से एक। जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, फोटो के साथ सर्विस आईडी कार्ड, जो कि केंद्रीय सरकार, राज्य सरकार, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों, मनरेगा जॉब कार्ड, पासपोर्ट आदि सरकार द्वारा कर्मचारियों को जारी किए गए हैं।
इसके अलावा पासपोर्ट, एनपीआर के तहत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, फोटो के साथ पेंशन दस्तावेज, सांसदों, विधायकों, एमएलसी, बैंक या डाक घर द्वारा जारी फोटो वाली पास बुक, श्रम मंत्रालय की योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड।
हां, वही फोटो आईडी जिसका पंजीकरण के लिए इस्तेमाल किया गया था, उसे टीकाकरण स्थल पर पंजीकरण के सत्यापन के लिए लेकर जाना आवश्यक होगा।
हां, वैक्सीन की उचित खुराक मिलने पर, लाभार्थी को अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस प्राप्त होगा। सभी खुराक दिए जाने के बाद, लाभार्थी के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक क्यूआर-कोड आधारित प्रमाण पत्र भी भेजा जाएगा।
इस वर्ष की शुरुआत में भारत के ड्रग्स कंट्रोलर द्वारा दो टीकों के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी गई है। भारत बायोटेक के कोवैक्सीन, और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका वैक्सीन स्थानीय रूप से कोविशिल्ड नाम से भारत के सीरम संस्थान द्वारा निर्मित है।
नहीं, यह सरकारी अधिकारियों के विवेक पर है कि वह आपको दोनों टीकों में से कौन सा टीका देंगे।
पशुओं और मनुष्यों दोनों से नैदानिक परीक्षणों के आंकड़ों को देखने के बाद ही राष्ट्रीय ड्रग्स नियामक द्वारा टीके को मंजूरी दी गई है। दोनों टीकों की सुरक्षा और प्रतिरक्षण क्षमता अच्छी तरह से स्थापित की गई है।
टीकाकरण के बाद कम से कम 30 मिनट तक आराम करें, ताकि कोई लक्षण या कोई असुविधा न हो। अगर ऐसा कुछ होता है, तो ऐसे में मेडिकल अंटेशन के लिए साइट पर टीकाकरण टीम को सूचित किया जाना जरूरी है।
अगर कोई व्यक्ति कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप या किसी अन्य पुरानी स्थिति की दवाएं ले रहा है, तो क्या अभी भी वैक्सीन ली जा सकती है?
हां, इन लोगों को वैक्सीन लेना चाहिए क्योंकि वे वास्तव में उच्च जोखिम वाले समूह में शामिल हैं।
नहीं, यह टीका गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए नहीं है। यह अभी भी वर्तमान में 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को दिया जाना है।
नहीं, उन्हें वैक्सीन का शॉट लेने से पहले, रिकवरी के चार से आठ हफ्ते के बाद तक इंतजार करना चाहिए।
इसके मोटे तौर पर मामूली दुष्प्रभाव दिखाई देते हैं जैसे कि हल्का बुखार, संक्रमण की जगह पर दर्द, सिर और शरीर में दर्द, मतली, कमजोरी आदि।
कोविड -19 के लिए टीका स्वैच्छिक है। हालांकि, विशेषज्ञ लोगों को सलाह देते हैं कि वे अपने और अपने परिवार के सदस्यों और करीबी लोगों की सुरक्षा के लिए टीका लगवाएं।
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