फ्यूचर डैड के लिए एक अच्छी खबर है! यूनिवर्सिटी ऑफ मियामी मिलर स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं द्वारा JAMA.1, में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, मॉडर्ना और फाइजर कोविड-19 वैक्सीनेशन पुरुष प्रजनन क्षमता को प्रभावित नहीं करते हैं।
क्लीवलैंड क्लिनिक के यूरोलॉजिस्ट, एमडी, नील पारेख का कहना है कि, “जिस तरह से इन टीकों को बनाया गया है, उसका न तो शुक्राणु उत्पादन पर कोई प्रभाव पड़ता है और न ही शुक्राणु के डीएनए पर।”
जहां वैक्सीनेशन का मेल फर्टिलिटी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। वहीं दूसरी ओर कोविड – 19 वायरस के प्रजनन क्षमता पर कुछ प्रभाव देखने को मिले हैं। एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि कुछ पुरुष जिन्हें कोविड-19 हुआ है, वे ठीक होने के बाद इरेक्टाइल डिसफंक्शन से जूझ रहे हैं।
डॉ. पारेख ने कहा कि ”अन्य शोध से पता चलता है कि कोविड -19 संक्रमण, या उससे होने वाली प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया, लगभग छह महीने तक एक पुरुष के शुक्राणु पैदा करने की की क्षमता को प्रभावित कर सकती है।
”साथ ही उनका कहना है कि अध्ययन जारी हैं और पुरुष प्रजनन क्षमता पर कोविड-19 के दीर्घकालिक परिणाम अभी भी अज्ञात हैं।
हालांकि, उनकी सलाह है कि प्रजनन आयु के पुरुष कोविड-19 संक्रमण से बचने के लिए विशेष ध्यान रखें और ऐसा करने का सबसे अच्छा तरीका टीकाकरण है।
डॉ. पारेख का कहना है कि, “टीका सुरक्षित है और यही सबसे सही चीज है जो आप अपनी प्रजनन क्षमता की रक्षा के लिए कर सकते हैं। यदि आपकी कोई कोविड-19 टीकाकरण और प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी चिंताएँ हैं, तो आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस मामले में बहुत सारी गलत सूचनाएँ हैं, इसलिए एक विश्वसनीय चिकित्सक की सलाह लेना सबसे अच्छा है।
यह भी पढ़ें : मधुमेह और कोलेस्ट्रोल के जोखिम को कम करना है, तो आज ही से आहार में शामिल करें मुट्ठी भर बादाम
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करें