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कमजोर लिवर वाले लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है कोविड-19 संक्रमण, यहां हैं कुछ जरूरी सवालों के जवाब

कोरोनावायरस के नए मामलों में लिवर संबंधी विकार भी एक दुष्प्रभाव के रूप में देखने में आया है। अगर आपका लिवर पहले से ही कमजोर है, तो आपको और ज्यादा अहतियात बरतने की जरूरत है।
Updated On: 17 Oct 2023, 05:06 pm IST
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हेपेटाइटिस में ज्‍यादा घातक हो सकता है कोरोनावायरस। चित्र: शटरस्‍टॉक

कोविड-19 अपने आप में एक जानलेवा बीमारी है, जिसने विश्व भर में लाखों लोगों की जानें ली हैं। हालांकि ज़्यादातर लोगों को कोरोना वायरस के हल्के लक्षण होते हैं, परंतु यदि आप पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, तो आपकी जान का खतरा और भी बढ़ जाता है।

इसके अलावा, कई अध्ययनों से यह संकेत मिलता है कि पहले से मौजूद लीवर डिजीज जैसे – सिरोसिस, या हेपेटाइटिस वाले लोग जो कोविड-19 से संक्रमित हैं, उनमें कोविड-19 से मृत्यु का अधिक जोखिम होता है।

ऐसे में अगर आप भी किसी लिवर संबंधी बीमारी से पीड़ित हैं? या पहले जूझ रहे थे और अब आपको कोविड हुआ है, तो आपके मन में उठ रहे सभी प्रश्नों के जवाब हमारे पास हैं! चलिए जानते हैं –

1 क्या कोविड – 19 आपके लीवर को प्रभावित कर सकता है?

सेंटर फॉर प्रिवेंशन एंड डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) के अनुसार, कोविड​​​​-19 के लिए अस्पताल में भर्ती कुछ रोगियों में लीवर एंजाइम के स्तर में वृद्धि हुई – जैसे कि एलेनिन एमिनोट्रांस्फरेज (alanine aminotransferase) और एस्पार्टेट एमिनोट्रांस्फरेज (aspartate aminotransferase)। इसका मतलब है कि बीमारी के दौरान किसी व्यक्ति का लिवर अस्थायी रूप से डैमेज हो जाता है।

कोविड - 19 आपके लिवर को प्रभावित करता है. चित्र : शटरस्टॉक
कोविड – 19 आपके लिवर को प्रभावित करता है. चित्र : शटरस्टॉक

2 क्या हेपेटाइटिस B या C से जूझ रहे लोग कोविड-19 से गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं?

सीडीसी के अनुसार जिन लोगों को पहले से ही लिवर डिजीज (जैसे हेपेटाइटिस B या हेपेटाइटिस C) है, वे कोविड-19 से गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे लोगों को गंभीर बीमारी होने की संभावना अधिक हो सकती है, यदि उनकी चिकित्सा स्थितियों को अच्छी तरह से नियंत्रित नहीं किया जाए।

जो लोग हेपेटाइटिस बी या सी (Hepatitis B or C) का इलाज करवा रहे हैं, उन्हें अपना इलाज तब तक जारी रखना चाहिए जब तक कि वे पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते हैं।

3 लिवर कैंसर (Hepatocellular Carcinoma) से जूझ रहे हैं लोगों पर कोविड-19 का प्रभाव

हेपेटाइटिस B या C से जूझ रहे लोगों को हेपेटोसेलुलर कार्सिनोमा (एक प्रकार का लिवर कैंसर) हो सकता है। ऐसे में कीमोथेरेपी के बाद लो इम्युनिटी वाले कैंसर रोगियों में अन्य कीटाणुओं से संक्रमण होने की संभावना अधिक होती है, और कोविड-19 के साथ भी ऐसा हो सकता है।

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आपके लिवर पर कोरोनावायरस का बुरा ओरभाव पड़ता है. चित्र : शटरस्टॉक
आपके लिवर पर कोरोनावायरस का बुरा ओरभाव पड़ता है. चित्र : शटरस्टॉक

4 लिवर डिजीज जैसे हेपेटाइटिस B या C से जूझ रहे लोगों को कोविड-19 से अपना बचाव करने के लिए क्या करना चाहिए?

हर किसी की तरह, हेपेटाइटिस बी या हेपेटाइटिस सी वाले लोगों को भी स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखनी चाहिए। यदि आपको हेपेटाइटिस बी या सी है और आपके संक्रमण का इलाज किया जा रहा है, तो अपना उपचार जारी रखना और अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता की सलाह का पालन करना महत्वपूर्ण है।

यह भी ध्यान रखें

सीडीसी – हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी और इन्फ्लूएंजा (फ्लू) से बचने के लिए, इससे संबंधित टीकाकरण करवाने की सलाह देता है।

कोविड-19 से बचने का सबसे अच्छा तरीका है – वैक्सीनेशन करवाना। टीकाकरण होने के बाद भी सभी कोविड गाइडलाइन्स का पालन करना।

इसके अलावा, खानपान का पूरा ध्यान रखें और शराब भूल कर भी न पिएं!

यह भी पढ़ें : विश्व हेपेटाइटिस दिवस : हेपेटाइटिस का जोखिम बढ़ा सकती हैं खानपान संबंधी ये आदतें

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं।

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