कोविड-19 अपने आप में एक जानलेवा बीमारी है, जिसने विश्व भर में लाखों लोगों की जानें ली हैं। हालांकि ज़्यादातर लोगों को कोरोना वायरस के हल्के लक्षण होते हैं, परंतु यदि आप पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, तो आपकी जान का खतरा और भी बढ़ जाता है।
इसके अलावा, कई अध्ययनों से यह संकेत मिलता है कि पहले से मौजूद लीवर डिजीज जैसे – सिरोसिस, या हेपेटाइटिस वाले लोग जो कोविड-19 से संक्रमित हैं, उनमें कोविड-19 से मृत्यु का अधिक जोखिम होता है।
ऐसे में अगर आप भी किसी लिवर संबंधी बीमारी से पीड़ित हैं? या पहले जूझ रहे थे और अब आपको कोविड हुआ है, तो आपके मन में उठ रहे सभी प्रश्नों के जवाब हमारे पास हैं! चलिए जानते हैं –
सेंटर फॉर प्रिवेंशन एंड डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) के अनुसार, कोविड-19 के लिए अस्पताल में भर्ती कुछ रोगियों में लीवर एंजाइम के स्तर में वृद्धि हुई – जैसे कि एलेनिन एमिनोट्रांस्फरेज (alanine aminotransferase) और एस्पार्टेट एमिनोट्रांस्फरेज (aspartate aminotransferase)। इसका मतलब है कि बीमारी के दौरान किसी व्यक्ति का लिवर अस्थायी रूप से डैमेज हो जाता है।
सीडीसी के अनुसार जिन लोगों को पहले से ही लिवर डिजीज (जैसे हेपेटाइटिस B या हेपेटाइटिस C) है, वे कोविड-19 से गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे लोगों को गंभीर बीमारी होने की संभावना अधिक हो सकती है, यदि उनकी चिकित्सा स्थितियों को अच्छी तरह से नियंत्रित नहीं किया जाए।
जो लोग हेपेटाइटिस बी या सी (Hepatitis B or C) का इलाज करवा रहे हैं, उन्हें अपना इलाज तब तक जारी रखना चाहिए जब तक कि वे पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते हैं।
हेपेटाइटिस B या C से जूझ रहे लोगों को हेपेटोसेलुलर कार्सिनोमा (एक प्रकार का लिवर कैंसर) हो सकता है। ऐसे में कीमोथेरेपी के बाद लो इम्युनिटी वाले कैंसर रोगियों में अन्य कीटाणुओं से संक्रमण होने की संभावना अधिक होती है, और कोविड-19 के साथ भी ऐसा हो सकता है।
हर किसी की तरह, हेपेटाइटिस बी या हेपेटाइटिस सी वाले लोगों को भी स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखनी चाहिए। यदि आपको हेपेटाइटिस बी या सी है और आपके संक्रमण का इलाज किया जा रहा है, तो अपना उपचार जारी रखना और अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता की सलाह का पालन करना महत्वपूर्ण है।
सीडीसी – हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी और इन्फ्लूएंजा (फ्लू) से बचने के लिए, इससे संबंधित टीकाकरण करवाने की सलाह देता है।
कोविड-19 से बचने का सबसे अच्छा तरीका है – वैक्सीनेशन करवाना। टीकाकरण होने के बाद भी सभी कोविड गाइडलाइन्स का पालन करना।
इसके अलावा, खानपान का पूरा ध्यान रखें और शराब भूल कर भी न पिएं!
यह भी पढ़ें : विश्व हेपेटाइटिस दिवस : हेपेटाइटिस का जोखिम बढ़ा सकती हैं खानपान संबंधी ये आदतें