कोरोना वायरस (corona) एक बार फिर लोगों को डराने लगा है। चीन में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत में भी पिछले 24 घंटों में 130 से भी ज्यादा नये मामले आ चुके हैं। 2020 में कोविड (COVID-19) को महामारी घोषित कर दिया गया था। सार्स कोव 2 (SARS-COV-2) वायरस के कारण होने वाली इस महामारी के हर स्ट्रेन में नए लक्षण दिख रहे थे। जब तक लोग इसके लक्षणों और प्रसार की भयावहता को समझ पाते, तब तक इस वायरस ने लाखों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया था। खबरें आ रही हैं कि कोरोनावायरस एक बार फिर से पांव पसारने लगा है। इस बार सूखी खांसी और गले में खराश के साथ इसके कुछ नए लक्षण (coronavirus new symptoms) नजर आ रहे हैं। जो रिकवरी के बाद भी लंबे समय तक रह सकते हैं।
हालांकि धीरे-धीरे हमने इनके लक्षणों को पहचानना शुरू किया। बुखार, सर्दी-जुकाम, बदन दर्द, गंध और स्वाद का खत्म हो जाना इसके मुख्य लक्षण सामने आये। अब एक नई स्टडी में इसके लक्षणों में बदलावों को चिन्हित किया गया है। इस स्टडी के मुताबिक कोरोना वायरस एक बार फिर से पांव पसार रहा है और अबकी बार इसके लक्षणों में कई बदलाव आ चुके (change in corona patient symptoms) हैं।
ब्रिटेन में कोविड के लक्षणों के लिए 13,305 प्रतिभागियों पर अध्ययन किया गया। यह स्टडी ज़ू हेल्थ संस्था के द्वारा की गई। वास्तव में ज़ू एक मोबाइल एप है, जो एंड्रोइड और आईओएस पर रन करता है। इसके माध्यम से कोविड के लक्षणों पर वृहत स्टडी की गई। इस अध्ययन के अनुसार, कोविड-19 से संक्रमित होने पर कुछ लक्षण इन दिनों अधिक देखे जा रहे हैं, तो कुछ लक्षण कम देखे जा रहे हैं। कुछ लक्षण ऐसे हैं, जो लंबे समय तक शरीर में टिके रहते हैं। हम सभी के लिए इन लक्षणों को जानना जरूरी है।
जू स्टडी के अनुसार, गले में खराश, नाक से पानी बहना, नाक बंद होना, छींक आना, सूखी खांसी जैसे लक्षण इन दिनों अधिक देखे जा रहे हैं। इन दिनों गंध महसूस नहीं कर पाना, सांस लेने में परेशानी होना और तेज बुखार आना जैसे लक्षण कम दिखाई दे रहे हैं। पहले कोरोना से संक्रमण के कारण सूंघने की क्षमता बिल्कुल खत्म हो जाती थी। इस स्थिति को अनोस्मिया (Anosmia) कहते हैं।
इस स्टडी के अनुसार, सिर्फ 16 प्रतिशत लोगों को ही अनोस्मिया का अनुभव हो पा रहा है। हालांकि संक्रमित होने पर सांस लेने में परेशानी और थकान, सिरदर्द, ब्रेन फॉग, अवसाद जैसे लक्षण अभी भी दिखाई पड़ रहे हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि कोरोना के वैरिएंट पर भी संक्रमण की गंभीरता निर्भर करती है। शोधकर्ताओं के अनुसार, ये लक्षण 56% प्रतिभागियों के बीच 1 वर्ष से अधिक समय तक बने रहे।
कोरोना वायरस को लेकर वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन चेतावनी देता है। इसके अनुसार कोरोना के अब तक कई वैरिएंट सामने आ चुके हैं। ऐसी स्थिति में एहतियात बरतना सबसे अधिक जरूरी है। वह लोगों से कोरोना वैक्सीन और बूस्टर डोज़ लगवाने की अपील करता है। यदि आपमें छींकने या खांसने के लक्षण दिखाई देते हैं, तो सावधान हो जाएं। रोकथाम के उपाय अपनाने की कोशिश करें। जैसे ही आप खांसती या छींकती हैं, तो कोरोना के वायरस वातावरण में आ जाते हैं। इसलिए दूसरों के बचाव के लिए ये सारे उपाय आजमाना जरूरी है।
दूसरों से बात करते या मिलते समय कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाकर रखें।
अपने मुंह और नाक पर अच्छी तरह से मास्क लगाकर रहें।
बीच- बीच में घर की खिड़कियां खोल दें, ताकि घर के वातावरण में नमी मौजूद न रहे।
जब भी छींक या खांसी आये, कोहनी मोड़ कर या मुंह के सामने टिश्यू लगाकर खांसें या छींकें।
हाथों को बार-बार साफ करें। सैनिटाईजर का प्रयोग करें।
किसी भी दीवार, सतह को छूने से बचें। ये दूषित भी हो सकती हैं।
कोविड वैक्सीन और बूस्टर डोज़ लगवाएं।
क्रिसमस और नये साल का जश्न अब करीब आ चुका है। ऐसे में एहतियात बरतना अधिक जरूरी हो गया है। पार्टी मनाने के लिए भीड़भाड़ में जाने से बचें। अपने और अपने परिवार को सुरक्षित रखें।
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