सरोज खान का कार्डियक अरेस्ट से निधन, जानिए क्‍यों हार्ट अटैक से ज्यादा खतरनाक है कार्डियक अरेस्ट

कार्डियक अरेस्‍ट हार्ट अटैक से ज्‍यादा घातक माना जाता है, इसमें मृत्‍यु का जोखिम हार्ट अटैक की तुलना में अध‍िक है, जिसमें किन्‍हीं कारणों से दिल अचानक काम करना बंद कर देता है।
सरोज खान का मुंबई में कार्डियक अरेस्‍ट से निधन हो गया। चित्र: Twitter/sarojkhan
योगिता यादव Updated: 3 Jul 2020, 12:36 pm IST
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फिल्म जगत की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का कार्डियक अरेस्ट के कारण मुंबई में निधन हो गया। वे 71 वर्ष की थी और पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहीं थीं। उन्हें मुंबई के गुरु नानक हॉस्पिटल में दाखिल करवाया गया था। सरोज खान को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। हालांकि कोविड-19 की आशंका के चलते उनका यह टेस्ट भी किया गया। पर वह नेगेटिव आया। डॉक्टरों कें मुताबिक उनका देहांत कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुआ।

यह खबर फैलते ही उनके चाहने वालों में शोक की लहर दौड़ गई। वे बॉलीवुड की डांसिंग क्‍वीन मानी जाती थीं और लोग उनके डांस के दीवाने थे। हिंदी फि‍ल्‍मों की सबसे मशहूर डांसिंग दीवा में से एक माधुरी दीक्षित उन्‍हें अपनी गुरु मानती थीं। फिल्‍म जगत में लोग उन्‍हें मास्‍टर जी ही कहकर पुकारते थे।

माधुरी दीक्षित सहित बॉलीवुड में सभी लोग उन्‍हें मास्‍टर जी कहा करते थे। चित्र: Twitter

 

हो रही थी सांस लेने में दिक्‍कत

बॉलीवुड की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान को सांस लेने में परेशानी के कारण 20 जून को हॉस्पिटल में दाखिल करवाया गया था। परंतु गुरुवार देर रात 1.52 पर उनका कार्डियक अरेस्ट की वजह से निधन हो गया। जैसे ही यह खबर फैली कि उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही है, ज्यादातर लोगों को कोरोना वायरस का संदेह हुआ क्योंकि यह भी कोविड-19 का एक प्रत्यक्ष संकेत माना जाता है।

पर आपको जानना चाहिए कि कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक सहित और भी कई बीमारियों में सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।

हालांकि सरोज खान का स्वास्‍थ्‍य धीरे-धीरे बेहतर हो रहा था, पर गुरुवार देर रात उनकी तबियत अचानक बिगड़ गई। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार सरोज खान का अंतिम संस्कार शुक्रवार को मुंबई स्थित मलाड के मालवाणी कब्रिस्तान में किया जाएगा।

सांस लेने में दिक्कत कार्डियक अरेस्ट का भी हो सकता है संकेत

कार्डियक अरेस्ट को सरल भाषा में समझें तो इसमें दिल के भीतर विभिन्न हिस्सों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान गड़बड़ हो जाता है। इसके चलते दिल की धड़कन अनियंत्रित हो जाती है। जकार्डियोपल्मोनरी रेसस्टिसेशन (CPR) के जरिए हार्ट रेट को नियमित किया जाता है। मेडिकल प्रोफेशनल्स की मानें तो जिन लोगों को पहले हार्ट अटैक हुआ हो, उन्हें कार्डियक अरेस्ट का जोखिम बढ़ जाता है।

क्या कार्डियक अरेस्ट हार्ट अटैक से अलग है?

जी हां, ये दोनों अलग हैं। हार्ट अटैक के दौरान हार्ट के कुछ हिस्सों में खून का बहाव जम जाता है। और नतीजतन हार्ट अटैक होता है। जबकि कार्डियक अरेस्‍ट में हार्ट किन्हीं कारणों से काम करना बंद कर देता है और अचानक रुक जाता है।

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कार्डियक अरेस्‍ट में हृदय अचानक काम करना बंद कर देता है। चित्र: शटरस्‍टॉक

आपको जानने चाहिए कार्डियक अरेस्ट के लक्षण

  1. हार्ट बीट का अचानक बढ़ जाना या बिल्कुल कम हो जाना
  2. थकान का एहसास होना
  3. सांस लेने में तकलीफ होना
  4. सीने में दर्द महसूस होना
  5. चक्कर आना

ये स्थितियां जो बढ़ा देती हैं कार्डियक अरेस्टक का जोखिम

  1. डायबिटीज
  2. स्मोकिंग
  3. कॉलेस्ट्राल का बढ़ना
  4. सेडेंटरी लाइफ स्टाइल यानी जिसमें व्यायाम और योग की उपस्थिति न के बराबर हो।
  5. हाई ब्लडप्रेशर और हाइपरटेंशन

क्या करना चाहिए अगर किसी में ये लक्षण दिखाई दें

पहला और सबसे जरूरी उपाय है कि आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और जितना जल्दी हो सके मरीज को उचित चिकित्सा व्यवस्था के लिए हॉस्पिटल लेकर जाएं। ये उन इमरजेंसी कंडीशन्स में से एक है, जिसमें मरीज को तत्काल उपचार की जरूरत होती है।

यह भी पढ़ें- हार्ट अटैक के समय आपके ये 6 कदम बचा सकते हैं किसी अपने की जान

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कंटेंट हेड, हेल्थ शॉट्स हिंदी। वर्ष 2003 से पत्रकारिता में सक्रिय। ...और पढ़ें

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