scorecardresearch

क्या गर्भपात का कारण बन सकता है कोविड – 19, विशेषज्ञ से जानिए इस बारे में सब कुछ

हेयर फॉल से लेकर लेट पीरियड्स तक कोविड-19 कई तरह से आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है। पर क्या यह मिसकैरेज (Miscarriage) का भी कारण बन सकता है?
Published On: 17 Jan 2022, 07:00 pm IST
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
pregnancy ko prabhavit kar sakta hai covid - 19
जानिए कैसे गर्भावस्था को प्रभावित कर सकता है कोविड-19। चित्र ; शटरस्टॉक

आजकल कोविड – 19 ओमिक्रोन (Covid – 19 Omicron) के मामले अपने चरम पर हैं। ऐसे में यदि आप गर्भवती हैं, तो आपको अपनी सेहत का ख्याल रखने की बहुत ज्यादा जरूरत है। ऐसा इसलिए, क्योंकि कई विशेषज्ञों और अध्ययनों में यह सामने आया है कि कोविड – 19 गर्भावस्था में कई जटिलताएं पैदा कर सकता है।

इस विषय पर अधिक जानने के लिए हमने बिड़ला फर्टिलिटी और आईवीएफ की सलाहकार, डॉ.मुस्कान छाबड़ा से बात की। उन्होनें एचटी डिजिटल को बताया कि ” कई अध्ययनों से पता चला है कि SARS-Cov 2 वायरस शरीर के विभिन्न अंगों से जुड़ता है। इसमें SARS Cov ACE2 प्रोटीन प्लेसेन्टा के ऊतक भी शामिल हैं। यही कारण है कि कोविड संक्रमण के प्रति गर्भावस्था (Pregnancy) अतिसंवेदनशील है।”

उन्होंने कहा कि कोविड -19 से जुड़ी एक जटिलता साइटोकाइन स्टॉर्म का भ्रूण के विकास और भ्रूण के आरोपण पर भी हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है।

kya miscarriage ka karan ban sakta hai covid - 19
क्या यह मिसकैरेज (Miscarriage) का भी कारण बन सकता है? चित्र : शटरस्टॉक

क्या कहती है इस बारे में रिपोर्ट

वैज्ञानिक पत्रिका पीएलओएस वन (PLOS One) में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड प्लेसेंटल सूजन का कारण बन सकता है, जिसके परिणामस्वरूप भ्रूण की वृद्धि बंद हो सकती है और गर्भपात हो सकता है।

रिपोर्ट में कहा गया है, “SARS-CoV-2 के सकारात्मक परीक्षण के परिणाम के साथ माताओं में गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा बीते दिनों ऐसे कई मामले भी देखने को मिले हैं।”

कोविड-19 के कारण गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में होना पड़ सकता है भर्ती

अमेरिकन जर्नल ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी (American Journal of Obstetrics and Gynaecology) द्वारा प्रकाशित शोध के अनुसार, गर्भवती माताओं को कोविड -19 के कारण अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है। ऐसे में कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं और यह अस्पताल में भर्ती होने की संभावना को तीन गुना बढ़ा देता है।

घातक वायरस उन महिलाओं में जन्म संबंधी जटिलताएं भी पैदा कर सकता है जो गर्भावस्था के अंत में संक्रमित हो जाती हैं।

Pollपोल
प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?

डॉ छाबड़ा कहती हैं – “हालांकि, इसके मामले अभी कम ही दिखाई दे रहे हैं, मगर ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। साथ ही, कोविड 19 और गर्भपात के बीच संबंध स्थापित करने के लिए बड़े पैमाने पर अध्ययन की आवश्यकता है।”

pregnancy mein apna khyaal rakhein
प्रेगनेंसी में अपना ख्याल रखें। चित्र ; शटरस्टॉक

लैंसेट ने भी जताई है चिंता

प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल द लैंसेट (The Lancet report) में प्रकाशित एक लेख में महामारी से संबंधित प्रतिबंधों के कारण गर्भवती महिलाओं पर कोविड -19 के अप्रत्यक्ष प्रभाव पर भी चर्चा की गई है।

“ज़्यादातर जिन महिलाओं को कोविड -19 हुआ है, उनकी गर्भावस्था के परिणाम अच्छे ही होते हैं। मगर इसके कुछ अप्रत्याशित परिणाम भी हैं, जिसमें मृत जन्म (stillbirth) की दर में वृद्धि शामिल है।

कोविड -19 के समय में गर्भवती महिलाएं खुद की कैसे देखभाल कर सकती हैं

1. विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड -19 के जोखिम से बचने के लिए टीकाकरण करवाना और कोविड गाइडलाइंस का पालन करना महत्वपूर्ण है।

2. ऐसे में व्यायाम, पैदल चलना, ध्यान जैसी स्वस्थ गतिविधियों की सलाह दी जाती है जो आपको तनाव से दूर रखने में मदद कर सकती हैं।

3. डॉ छाबड़ा कहती हैं “आपको तीनों ट्राइमेस्टर के दौरान अपने आहार विशेषज्ञ से आहार और पोषण संबंधी सलाह लेनी चाहिए। संतुलित आहार का पालन करने और जंक फूड से बचने की कोशिश करें। शराब या धूम्रपान से दूर रहना और नियमित रूप से पर्याप्त नींद लेना सबसे अच्छा है।”

वह यह भी कहती हैं कि किसी भी अंतर्निहित स्थिति के मामले में, डॉक्टर द्वारा बताए गए अनुशंसित उपचारों का पालन करना बहुत ज़रूरी है।

यह भी पढ़ें : Thyroid Awareness Month: घर पर भी किया जा सकता है थायराइड टेस्ट, हम बता रहे हैं कैसे

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
लेखक के बारे में
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं।

अगला लेख