शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक लिवर खाने को पचाने और गैर ज़रूरी पदार्थों को डिटॉफक्सिफाई (Detoxify) करने का काम करता है। लिवर के बीमार होते ही हमारा शरीर हमें कई प्रकार के संकेत देने लगता है। ब्लोटिंग (Bloating), पेट में सूजन (inflammation) का आना, त्वचा पर खुजली (itching) और थकान व कमज़ोरी इसके शुरूआती लक्षण है। गलत लाइफस्टाइल और अनियमित खान पान हमारे लिवर को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं। मेडिकल न्यूज़ टुडे के मुताबिक लिवर शरीर में डिटॉक्सिफिकेशन (Detoxification), प्रोटीन सिनथीसाज और पाचन के लिए कैमिकल्स के प्रोडक्शन का काम करता है। जानते हैं कि अपने लिवर को स्वस्थ रखने के लिए क्या करें और क्या न करें ( Do’s and Don’ts for healthy liver)।
मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक सबसे कॉमन लिवर कैंसर पेटोसेलुलर कार्सिनोमा और कोलेंजियोकार्सिनोमा हैं। इनका मुख्य कारण अत्यधिक शराब पीना और हेपेटाइटिस हैं। यह विश्व स्तर पर कैंसर का छठा सबसे आम रूप है और दुनिया भर में कैंसर से होने वाली मौत का तीसरा सबसे बड़ा कारण है।
नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ डायबिटीज़ एंड डायजेस्टिव एंड किडनी डिसीज़ीज़ के मुताबिक लिवर कई तरह के मेटाबॉलिक फंकशंस को निभाने का काम करता है। लिवर में होने वाली समस्या के लिए जेनेटिक म्यूटेशंस के अलावा, हेपेटाइटिस बी और सी भी मुख्य कारण साबित होते हैं। लिवर से जुड़े रोगों को ऑटोइम्यून प्रतिक्रियाओं या दवा टॉक्सिविटी से दूर किया जा सकता है। द लिवर फाउनडेशन इंडिया के मुताबिक अब तक 600 मिलियन लोग लिवर कैंसर और उससे जुड़ी समस्या की चपेट में आ चुके हैं। ये लोग फैटी लिवर, वायरल हेपेटाइटिस और लिवर मेलिगनेनसी के शिकार हुए हैं।
लिवर को हेल्दी रखने के लिए नियमित मात्रा में पानी पीना बेहद ज़रूरी है। पानी आपको निर्जलीकरण की समस्या से बचाता है। इसके अलावा आपके शरीर को मिनरल्स की प्राप्ति होती है। अगर आप एक हेल्दी लिवर चाहते हैं तो हाइड्रेटेड रहना बहुत ज़रूरी है। पानी एक प्राकृतिक डीटॉक्सिकेटिंग एजेंट के रूप में कार्य करता है। इससे लिवर शरीर में मौजूद टाक्सिंस को हटाने का काम करता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां आपके शरीर को हेल्दी बनाने का काम करती है। ये सब्जियां शरीर में एक नेचुरल क्लींज़र का काम करती हैं। इसके अलावा अखरोट, एवोकाडो और जैतून के तेल में पाए जाने वाले गुड फैटस को लेने के लिए इन चीजों को अपनी मील में शामिल करें। अपनी डाइट में विटामिन सी रिच फलों को ज्यादा मात्रा में लें।
लिवर को हेल्दी बनाने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें। निरंतर व्यायाम करने से ट्राइग्लिसराइड्स को बर्न करने में मदद मिलती है। इससे लिवर का फैट कम होने लगता है।
अमेरिकन लिवर फाउंनडेशन के मुताबिक अगर आप मोटापे का शिकार हैं, तो फैटी लिवर होने का खतरा बना रहता है। इसके लिए आप एनएएफएलडी का शिकार हो सकते है। वजन घटाने से फैटी लिवर का खतरा कम होने लगता है। वज़न कम करने के लिए आप ग्रीन टी पी सकते हैं। जो लिपिड मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करने का काम करती है।
लिवर को हेल्दी रखने के लिए विषाक्त पदार्थों से बच कर रहें। इससे लिवर सेल्स के डैमेज होने का खतरा रहता है। साफ सफाई के लिए इस्तेमाल होने वाले प्रोडक्टस के सीधे संपर्क में न आएं। जब आप इनका प्रयोग करें तो कमरे का दरवाज़ा और खिड़किया खुली रखें। इसके अलावा मास्क पहन कर रखें। साथ ही धूम्रपान से बचें और अल्कोहल के सेवन से बचकर रहें। खुद को हेल्दी रखने के लिए शराब का प्रयोग सीमित करें और फिर छोड़ दें।
लिवर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए रेड मीट खाने से बचें। इससे लिवर फैटी होने लगता है। इसके अलावा फ्राइड फूड से परहेज़ करें, जो बैड फैट्स को बॉडी में बढ़ने से रोकता है।
खुद को हेपेटाइटिस डिसीस से बचाकर रखें और वेक्सीनेशन ज़रूर लगवाएं। हेपेटाइटिस एक ऐसी समस्या है, जिसमें लिवर में स्वैलिंग आने लगती है। ये किसी भी प्रकार के वायरल संक्रमण या टॉक्सिक पदार्थों के कारण हो सकती है।
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