कोविड – 19 पैनडेमिक (Covid 19 pandemic) के बाद से नई – नई बीमारियों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बीते दिनों मंकीपॉक्स (Monkeypox) और ब्लैक फंगस (Black Fungus) जैसी कई दुर्लभ बीमारियां सामने आई हैं। इन बीमारियों का पहले कोविड – 19 कि तरह कोई नामोनिशान नहीं था या ये कुछ गिने चुने लोगों को हुआ करती थीं।
हाल ही में डिप्थीरिया (Diphtheria) नमक बीमारी के कुछ मामले भारत के तमिल नाडु और पाकिस्तान के पेशावर में देखने को मिले हैं। ये कोई नई बीमारी नहीं है, इसका टीका भी मौजूद है। मगर पहले ये बहुत कम लोगों को हुआ करती थी और आजकल इसके मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं।
डिप्थीरिया सांस की एक जानलेवा बीमारी है और सबसे पहले बच्चों को अपनी चपेट में लेती है। इसलिए आपके लिए इस बीमारी के बारे में जानना ज़रूरी है।
मेयो क्लीनिक के अनुसार यह एक गंभीर जीवाणु संक्रमण है जो आमतौर पर नाक और गले की झिल्ली को प्रभावित करता है। डिप्थीरिया एक दुर्लभ बीमारी है। मगर हाल ही में भारत के तमिल नाडु और पाकिस्तान के पेशावर में इसके कुछ मामले सामने आए हैं। हालांकि, इसका टीका बाज़ार में उपलब्ध है। मगर इसका फैलना एक चिंता का कारण है क्योंकि ये बच्चों के लिए जान लेवा साबित हो सकता है।
डिप्थीरिया का इलाज दवाओं से किया जा सकता है। मगर इलाज के दौरान डिप्थीरिया हृदय, गुर्दे और तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है। इलाज के साथ भी, डिप्थीरिया जानलेवा हो सकता है, खासकर बच्चों में।
डिप्थीरिया के लक्षण आमतौर पर किसी व्यक्ति के संक्रमित होने के 2 से 5 दिन बाद शुरू होते हैं, जिनमें शामिल है
गले और टॉन्सिल बढ़ना
गले में खराश और स्वर बैठना
गर्दन में सूजन या बढ़े हुए लिम्फ नोड्स
सांस लेने में कठिनाई या तेजी से सांस लेना
नाक बहना
बुखार और ठंड लगना
थकान
डिप्थीरिया एक से दूसरे लोगों में खांसने या छींकने के माध्यम से फैल सकता है। खासकर भीड़-भाड़ वाली परिस्थितियों में।
लोग कभी-कभी किसी संक्रमित व्यक्ति की चीजों को संभालने से डिप्थीरिया का शिकार हो सकते हैं। जैसे तौलिये को छू लेना, जिसमें बैक्टीरिया हो सकते हैं।
जो लोग डिप्थीरिया बैक्टीरिया से संक्रमित हुए हैं और जिनका इलाज नहीं किया गया है, वे ऐसे लोगों को संक्रमित कर सकते हैं जिन्होनें डिप्थीरिया का टीका नहीं लगवाया है।
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कस्टमाइज़ करेंबच्चे और वयस्क जिन्हें टीका नहीं लगा है
भीड़-भाड़ वाली या अस्वच्छ परिस्थितियों में रहने वाले लोग
कोई भी व्यक्ति जो ऐसे क्षेत्र की यात्रा करता है जहां डिप्थीरिया संक्रमण अधिक आम है
मेयो क्लीनिक के अनुसार छोटे बच्चों में ये बीमारी ज़्यादा आम है। इसलिए, उन्हें इसका टीका लगवाएं। साथ ही, वयस्क लोगों को भी इसका टीका लगवाना चाहिए।
भीड़ – भाड़ वाली जगहों से खुद को दूर रखें। मास्क का उपयोग करें क्योंकि यह भी एक एयर बोर्न डीजीज है।
कोई भी लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं, इसका इलाज संभव है।
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