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पेट खराब कर रहे हैं मिलावटी तरबूज और खरबूजे, जानिए कैसे की जा रही है इनमें मिलावट

खाद्य पदार्थों के प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए खाद्य पदार्थों में मिलावट (Food adulteration) की जाती है। जिसका खामियाजा आम जन को भुगतना पड़ता है। आइए जानते हैं क्या होता है आपकी सेहत पर इनका प्रभाव।
Published On: 19 May 2024, 07:58 am IST
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तरबूज और खरबूजा खाने से पेट खराब होने का एक महत्वपूर्ण कारण खाद्य मिलावट हो सकता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

इन दिनों ऐसे बहुत सारे मामले सामने आ रहे हैं, जब लोग पेट की खराबी की समस्या को लेकर डॉक्टर के पास पहुंचते हैं। इनमें ज्यादातर मामलों में कारण तरबूज या खरबूजा खाना होता है। असल में गर्मी के मौसम में तरबूज और खरबूजा जैसे हाइड्रेटिंग फलों की मांग काफी ज्यादा बढ़ जाती है। इस डिमांड को पूरा करने और अधिक से अधिक प्रॉफिट बनाने के लिए इनमें मिलावट शुरू हो जाती है। ताकि ज्यादा से ज्यादा मात्रा में इस प्रकार के फलों का उत्पादन हो सके। खाद्य पदार्थों के प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए खाद्य पदार्थों में मिलावट (Food adulteration) की जाती है। जिसका खामियाजा आम जन को भुगतना पड़ता है। आइए जानते हैं क्या होता है आपकी सेहत पर इनका प्रभाव।

पाचन तंत्र के लिए संवदेशनशील होता है गर्मी का मौसम

गर्मी के मौसम में पाचन क्रिया अधिक संवेदनशील होती है। वहीं इस दौरान पेट खराब होने के गंभीर मामले भी सामने आ रहे हैं और ज्यादातर मामलों में तरबूज और खरबूजा खाने के बाद ही लोगों के पेट खराब हुए हैं। यदि देखा जाए तो इन फलों की गुणवत्ता कमल की है और यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। परंतु इनके सेवन से पेट कैसे खराब हो सकता है, ये आज हम आपको बताएंगे।

kharbuja khane se immunity boost karti hai
फल को जल्दी पकाने या उसका रंग बढ़ाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड और एरिथ्रोसिन जैसे केमिकल्स का उपयोग किया जा सकता है। चित्र: शटरस्‍टॉक

फूड एडल्टरेशन के बारे में अधिक जानने के लिए हेल्थ शॉट्स ने मेडीकवर हॉस्पिटल, नवी मुंबई के न्यूट्रीशन और डायटेटिक्स डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ राजेश्वरी पांडा से बात की। तो चलिए जानते हैं, इस बारे में अधिक विस्तार से।

मिलावटी तरबूज और खरबूजे कर रहे हैं सेहत खराब

यह भोजन में समान बनावट और दिखावट के साथ हानिकारक तत्वों को मिलाने की प्रक्रिया है। जिसमें इनका कंपोजिशन सामान्य नहीं होता। दूसरे शब्दों में, यह भोजन के पोषण तत्व को कम कर देता है। भारत में मिलावटी उत्पादों में से कुछ हैं गेहूं, दूध, पेय पदार्थ, शहद, मक्खन, आइसक्रीम, मसाले आदि। यह खाद्य पदार्थों की क्वांटिटी को सामान्य दाम से कम दाम पर बढ़ा देता है, मार्केट में ज्यादा प्रॉफिट कमाने के लिए इस प्रतिक्रिया को अपनाया जाता है। जो आम आदमी की सेहत के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं है।

तरबूज और खरबूजों में इन 2 तरह से की जा रही है मिलावट

डॉ राजेश्वरी पांडा के अनुसार “तरबूज और खरबूजा खाने से पेट खराब होने का एक महत्वपूर्ण कारण खाद्य मिलावट हो सकता है। खाद्य मिलावट, विशेष रूप से आर्थिक लाभ के लिए की जाती है, जिसमें फल की गुणवत्ता को जान बूझकर घटाया जाता है।”

1. केमिकल एडल्टरेशन

फल को जल्दी पकाने या उसका रंग बढ़ाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड और एरिथ्रोसिन जैसे केमिकल्स का उपयोग किया जा सकता है। इनसे फलों की उत्पादकता तो बढ़ जाती है परंतु ये केमिकल्स स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं, और पेट में दर्द, उल्टी, और दस्त जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। बढ़ते डिमांड की वजह से ऐसा किया जाता है, जो लोगों को बीमार बना सकता है।

2. नॉन अप्रूव्ड एडिटिव्स का इस्तेमाल

फलों के वजन और आकार को बढ़ाने के लिए नॉन अप्रूव्ड एडिटिव्स का इस्तेमाल किया जाता है। एडिटिव्स एक प्रकार के केमिकल्स होते हैं, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि, कई ऐसे अप्रूव्ड एडिटिव्स भी हैं, जिसे खाद्य पदार्थों की लाइफ को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

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प्रदूषण से बचने के लिए आप क्या करते हैं?

कुछ लोग डुप्लीकेट केमिकल्स को गैर कानूनी रूप से खाद्य पदार्थों में मिलाते हैं, ताकि उन्हें अधिक से अधिक प्रॉफिट प्राप्त हो सके। इस प्रकार के एडिटिव्स पाचन क्रिया पर बेहद नकारात्मक असर डाल सकते हैं और पेट संबंधित तमाम तरह की समस्याएं व्यक्ति को अपना शिकार बना सकती है।

3 जल्दी खराब हो जाते हैं मिलावटी फल

मिलावट किए गए फल जल्दी खराब हो सकते हैं, जिससे उनमें बैक्टीरिया और फंगस का ग्रोथ बढ़ जाता है। आम तौर पर लोग यह नहीं समझ पाते हैं, कि उनके फल इतनी जल्दी खराब हो जाएंगे और वे इसे सामान्य रूप से खाते हैं, जिसकी वजह से इससे फूड पॉइजनिंग के मामले बढ़ सकते हैं, जो पेट में गड़बड़ी का एक प्रमुख कारण है। ऐसे में फूड प्वाइजनिंग पेट दर्द, लूज मोशन, वोमिटिंग आदि जैसी समस्याओं का कारण बनती है। जिससे नियमित दिनचर्या पर बेहद नकारात्मक फसल पड़ता है।

skin ko exfoliate karta hai watermelon peel and watermelon rind.
फलों के वजन और आकार को बढ़ाने के लिए नॉन अप्रूव्ड एडिटिव्स का इस्तेमाल किया जाता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

मिलावटी तरबूज या खरबूजा खरीदने से बचने के लिए याद रखें ये बातें

एक्सपर्ट के अनुसार इन समस्याओं से बचने के लिए, तरबूज और खरबूजे को खरीदते समय कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी है, ताकि आप ऑर्गेनिक और फ्रेश फ्रूट खरीद सकें। ​साथ ही इन्हे मार्केट से लाने के फौरन बाद अच्छी तरह साफ करें।

  1. फलों की खरीद के समय उनकी प्राकृतिक रंगत और सुगंध पर ध्यान दें।
  2. अगर संभव हो तो स्थानीय और भरोसेमंद विक्रेताओं से ही फल खरीदें।
  3. गर्मी के मौसम में फलों को लंबे समय तक रेफ्रिजरेटर या अन्य जगहों पर स्टोर करके न रखें।
  4. इन उपायों से आप खाद्य मिलावट से बच सकती हैं, और स्वस्थ फलों का आनंद ले सकती हैं।​

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी
अंजलि कुमारी

पत्रकारिता में 3 साल से सक्रिय अंजलि महिलाओं में सेहत संबंधी जागरूकता बढ़ाने के लिए काम कर रही हैं। हेल्थ शॉट्स के लेखों के माध्यम से वे सौन्दर्य, खान पान, मानसिक स्वास्थ्य सहित यौन शिक्षा प्रदान करने की एक छोटी सी कोशिश कर रही हैं।

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