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अभिनेता सतीश कौशिक का हार्ट अटैक के बाद निधन, कार में हुई थी अचानक तबियत खराब

अभिनेता, निर्माता एवं निर्देशक सतीश कौशिक के हार्ट अटैक से निधन के बाद वे फोटो वायरल हो रहे हैं, जिसमें अभिनेता दोस्तों के साथ होली खेल रहे थे।
बॉलीवुड के सितारे सतीश कौशिक का 66 वर्ष की उम्र में हार्ट अटैक से निधन चित्र अडोबी स्टॉक
संध्या सिंह Updated: 23 Oct 2023, 09:09 am IST
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बॉलीवुड में अपनी शानदार एंक्टिग से सबका दिल जीतने वाले सतीश कौशिक का 66 वर्ष की उम्र में हार्ट अटैक (Satish kaushik heart attack) के कारण देहांत (Satish kaushik died) हो गया। आज सुबह एक्टर अनुपम खेर ने ट्विटर के जरिए ये दुखद सूचना साझा की। हालांकि एक्टर ने अभी दो दिन पहले ही होली खेलने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की थीं। खबर आ रही है कि गुरूग्राम में 8 मार्च को उनकी तबियत अचानक खराब हो गई थी। जिसके बाद उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया। लेकिन हार्ट अटैक के कारण उनका देहांत हो गया। सतीश कौशिक के देहांत के बाद स्वास्थ्य जगत में एक बार फिर से हार्ट अटैक के आपातकालीन संकेतों (heart attack warning signs) और गोल्डन आवर (heart attack golden hour) पर चर्चा होने लगी है।

पुराने दोस्त और अभिनेता अनुपम खेर ने दी निधन की खबर

उनके बेहद पुराने और अजीज दोस्त अनुपम खेर ने ट्विटर पर सतीश कौशिके के देहांत की खबर दी। उन्होंने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा “ जानता हूं ‘मृत्यु ही इस दुनिया का अंतिम सत्य है!’ पर ये बात मैं जीते जी कभी अपने जिगरी दोस्त #SatishKaushik के बारे में लिखूंगा, ये मैंने सपने में भी नहीं सोचा था। 45 साल की दोस्ती पर ऐसे अचानक पूर्णविराम !! Life will NEVER be the same without you SATISH ! ओम् शांति!”

इस ट्वीट के आते ही सबकी आंखें नम हो गईं। सतीश कौशिक ने 66 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा। सतीश कौशिक का निधन हार्ट अटैक की वजह से हुआ है। जानकारी के अनुसार सतीश कौशिक को उनकी कार में हार्ट एटैक आया जब वे गुरूग्राम में थे। उनके पार्थिव शरीर को गुरूग्राम के फोर्टिस अस्पताल में रखा गया है, जहां पोस्मार्टम के बाद उन्हें मुंबई ले जाया जाएगा।

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हार्ट अटैक से पहले दिखने लगते हैं ये वार्निंग साइन्स

सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार कुछ संकेत बताए गए है जो हार्ट अटैक के समय सामने आ सकते है।

चेस्ट में दर्द या बेचैनी- हार्ट अटैक में छाती में दर्द या बाई और दर्द महसूस होता है। यह दर्द कुछ मिनट के लिए हो सकता है या जाकर फिर वापस आ सकता है ।

कमजोरी महसूस होना, चक्कर आना या बेहोश होने के साथ आपको ठंडे पसीने भी आ सकते है।

जबड़े में गर्दन में और पीठ में दर्द या बेचैनी हो सकती है।

दोनों हाथों में और कंधों में दर्द के साथ बेचैनी होना।

सांस लेने में तकलीफ– सांस लेने में तकलीफ और सीने में तकलीफ अक्सर एक साथ होती है पर सीने में तकलीफ से पहले सांस की समस्या भी हो सकती है।

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कई सितारों का हुआ हार्ट अटैक से निधन

हाल ही में बॉलावुड के कई सितारों का हार्टअटैक से निधन हुआ है। कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव हार्ट अटैक के बाद 41 दिनों तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझते रहे थे। फेमस टीवी सीरियल ’कसौटी जिंदगी की’ के अभिनेता सिद्धांत वीर सूर्यवंशी का जिम में वर्कआउट के दौरान निधन हो गया था। टीवी के कई रिएलिटी शो में काम कर चुके सिद्धार्थ शुक्ल का भी निधन हार्ट अटैक से हुआ था।

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इन लोगों को ज्यादा होता है हार्ट अटैक का जोखिम

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (American Heart Association) के अनुसार ऐसे कुछ कारण है जो आप में हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ा सकते है।

माेटापा
अत्यधिक शराब पीना (alcohol)
धूम्रपान या स्मोकिंग करना (smoking)
उच्च रक्त चाप (High blood pressure)
खराब कोलेस्ट्रॉल का बढ़ता स्तर ( high level cholesterol)
शारीरिक गतिविधि न करना ( less physical activity)
मधुमेह (diabetes)
पोषण की कमी (Nutrition)

मोटापे और हार्ट अटैक का भी है आपस में संबंध। चित्र: शटरस्टॉक

ओबेसिटी और हार्ट डिजीज का संबंध

विसरल फैट के शरीर में अत्यधिक मात्रा में जमा होने यानी मोटापा के कारण भी हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। मोटापा या ओवर वेट होना डायबिटीज और ब्लड प्रेशर का कारण बनता है। नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन की एक स्टडी के अनुसार सामान्य लोगों की तुलना में ओबेसिटी से पीड़ित व्यक्तियों में हार्ट से जुड़ी समस्याएं होने का खतरा काफी ज्यादा होता है।

ज्यादा वजन शरीर में ब्लड प्रेशर को बढ़ा देता है और इसे अनियंत्रित कर देता है। इससे हार्ट काफी प्रभावित होता है जिसकी वजह से हार्ट खराब हो सकता है। जिसकी वजह से मोटापा हार्ट स्ट्रोक और हार्ट फेलियर का कारण बनता है। मोटापा इन्सुलिन रेजिस्टेंस का कारण होता है, जिसकी वजह से प्रीडायबिटीज और डायबिटीज की समस्या का खतरा बढ़ जाता है। जिससे डायबिटीज हार्ट डिजीज की समस्या को बढ़ा सकता है।

इसलिए यह जरूरी है कि अपना वजन नियंत्रित रखें। साथ ही उन चेतावनी संकेतों को समझें, जो हार्ट अटैक की दस्तक हो सकते हैं।

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संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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