कोविड -19 महामारी ने जीवन को इस तरह से बदल दिया है कि हाइब्रिड वर्किंग मॉडल अधिकांश प्रोफेशनल के लिए जीने का एक तरीका बन गए हैं। यहां तक कि बच्चों को भी ऑनलाइन कक्षाओं और ट्यूशन की व्यवस्था से अवगत कराया गया है। इसने हम सभी को एक ही स्थान पर लगातार बैठे रहने को बाध्य कर दिया है। लेकिन ज्यादा देर तक बैठने के साइड इफेक्ट बहुत ज्यादा हो सकते हैं।
साइमन फ्रेजर विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य विज्ञान के प्रोफेसर स्कॉट लियर और बीजिंग के चीनी चिकित्सा विज्ञान अकादमी के वेई ली के सह-नेतृत्व में एक नया अध्ययन आया है। यह लगातार बैठे रहने और हृदय स्वास्थ्य के बीच की कड़ी पर केंद्रित है।
साइमन फ्रेजर यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट पर एक बयान के अनुसार, शोध ने औसतन 11 वर्ष से अधिक लोगों पर रिसर्च किया। यह पाया गया कि ज्यादा देर तक बैठे रहने से जल्दी मृत्यु और हृदय रोग होने का जोखिम अधिक पाया गया।
सर्वेक्षण किए गए सभी 21 देशों में पैटर्न समान था, लेकिन यह विशेष रूप से निम्न-आय और निम्न-मध्यम-आय वाले देशों में किया गया।
जामा कार्डियोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित शोध में पूरे देश में 100,000 से अधिक व्यक्तियों के सर्वेक्षण को ध्यान में रखा गया। नतीजे बताते हैं कि जो लोग दिन में लगातार छह से आठ घंटे के बीच बैठे रहते थे, उनमें समय से पहले मौत और हृदय रोग का खतरा 12-13 प्रतिशत बढ़ गया था। अगर इसे रोजाना आठ घंटे तक बढ़ा दिया जाए, तो जोखिम बढ़कर 20 प्रतिशत हो जाता है।
लीयर के अनुसार, “यहां पर इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि आप कितनी देर तक बैठते हैं। यदि आपको बैठना ही पड़ता है, तो दिन में किसी भी समय सही मात्रा में एक्सरसाइज करने से वह जोखिम दूर हो जाएगा”।
अध्ययन से जो अन्य तथ्य सामने आए, उनमें यह भी शामिल है कि जो लोग लंबे समय तक बैठे रहते थे और सबसे कम सक्रिय थे, उनमें स्वास्थ्य जोखिम 50 प्रतिशत से भी अधिक था। जबकि जो लोग लंबे समय तक बैठने के अलावा, सबसे अधिक सक्रिय भी रहे, उनमें लगभग 17 प्रतिशत का ही जोखिम पाया गया।
“उन लोगों के लिए जो दिन में चार घंटे से अधिक बैठे रहते हैं, एक्सरसाइज करने के कारण जोखिम दो प्रतिशत तक कम देखा गया।” यदि लाइफस्टाइल में सकारात्मक बदलाव लाया जाए, तो स्वास्थ्य समस्याएं कम हो जाएंगी।
अध्ययन के अनुसार, कम आय वाले देशों में बैठने और हृदय स्वास्थ्य के बीच संबंध अधिक दिखाई दे रहा था। इसने शोधकर्ताओं को यह अनुमान लगाने के लिए प्रेरित किया कि ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि “उच्च आय वाले देशों में बैठना आमतौर पर उच्च सामाजिक-आर्थिक स्थिति और बेहतर भुगतान वाली नौकरियों से जुड़ा होता है।
लियर ने इस तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित किया कि बहुत देर तक बैठना एक वैश्विक समस्या है, जिसका उल्लेखनीय रूप से सरल समाधान है। जहां पर आप काम कर रहे हैं, वहां से उठकर थोड़ी चहलकदमी कर लें।
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कस्टमाइज़ करेंआपको उच्च रक्तचाप हो सकता है।
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इसलिए यह जरूरी है कि आप लंबे घंटों तक न बैठें। अपने बच्चों को बार-बार ब्रेक लेने के लिए कहें। थोड़ा स्ट्रेच करें, थोड़ा टहलें, सीढ़ियां चढ़ें, थोड़ा जिम टाइम करें। आपको फर्क नजर आने लगेगा।
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