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वैज्ञानिक तैयार कर रहे हैं अल्जाइमर्स डिजीज के लिए टीका, चूहों पर हो चुका है परीक्षण

अल्जाइमर डिजीज एक न्यूरोडीजेनेरेटिव डिसऑर्डर है। यह मेमोरी लॉस सहित शरीर की कई प्रतिक्रियाओं में रुकावट के लिए जिम्मेदार हो सकता है। हालिया शोध अल्जाइमर डिजीज का टीका विकसित करने का दावा करता है।
Published On: 31 Jul 2023, 04:40 pm IST
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अल्जाइमर टीका मनुष्यों में सफल साबित होता है, तो यह बीमारी की प्रगति को रोक सकता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

याददाश्त खोने और डेली रूटीन की कई कामों में बाधा बनता है अल्जाइमर रोग। कुछ दवाओं को छोड़ कर अब तक इस बीमारी के लिए जरूरी टीके की खोज नहीं हो पाई है। हाल में एक खबर आई है कि बोस्टन के अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के वैज्ञानिक अल्जाइमर रोग के एक संभावित टीके (Alzheimer’s disease vaccine ) की खोज कर सकते हैं। यह इस रोग की दिशा में सकारात्मक प्रयास साबित हो सकता है।

क्या है अल्जाइमर्स रोग (Alzheimer’s disease) 

अल्जाइमर रोग एक न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार है, जो डिमेंशिया के कारण होने वाला सबसे सामान्य रूप है। एक अनुमान के मुताबिक 60% से 80% मामलों के लिए यह जिम्मेदार है।

 बीमारी के उपचार के बारे में नया शोध (New research on (Alzheimer’s disease treatment) 

अमेरिका के बोस्टन में अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के बेसिक कार्डियोवास्कुलर साइंसेज साइंटिफिक सेशन 2023 में अल्जाइमर रोग पर शोध किया गया। इस शोध में अल्जाइमर रोग से जुड़ी सूजन वाली ब्रेन सेल्स को लक्षित कर टीके की खोज करने की कोशिश की गई। इस रिसर्च में पहले की जा चुकी स्टडी के निष्कर्ष को भी शामिल किया गया।

उम्र से संबंधित बीमारियों से निपटने के लिए टीका (Alzheimer’s disease vaccine) 

टोक्यो के जुंटेंडो यूनिवर्सिटी ग्रेजुएट स्कूल ऑफ मेडिसिन में भी इस रोग पर अध्ययन किया गया था। यहां चूहों में उम्र से संबंधित बीमारियों से निपटने के लिए टीके विकसित किए गये थे। अब टीम ने अपना ध्यान अल्जाइमर पर केंद्रित कर दिया है।

वहां शोधकर्ताओं ने एज सेल को खत्म करने के लिए एक टीका सेनेसीन एसोसिएटेड ग्लाइकोप्रोटीन (senescence-associated glycoprotein –SAGP) विकसित किया। इस टीके से चूहों में एथेरोस्क्लेरोसिस और टाइप 2 डायबिटीज सहित उम्र से संबंधित कई बीमारियों में सुधार देखा गया। अल्जाइमर रोग से पीड़ित लोगों की ग्लियाल कोशिकाओं में एसएजीपी अभिव्यक्ति एक उल्लेखनीय खोज बन सकती है।

चूहों पर किया गया अध्ययन (study on mice) 

इसके प्रमुख अध्ययन लेखक चीह-लुन हसियाओ के अनुसार, दुनिया भर में डिमेंशिया के 50 से 70% मरीज अल्जाइमर रोग से पीड़ित हैं। चूहों पर हुए अध्ययन में खोजा गया नया टीका बीमारी को रोकने या संशोधित करने के संभावित तरीके की ओर इशारा करता है। यदि टीका मनुष्यों में सफल साबित होता है, तो यह बीमारी की प्रगति को रोक सकता है। इस बीमारी की रोकथाम की दिशा में यह एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।

अल्जाइमर डिजीज माउस मॉडल (Mouse Model) 

शोधकर्ताओं ने अल्जाइमर डिजीज माउस मॉडल बनाया, जो मानव मस्तिष्क के अमाइलॉइड-बीटा-प्रेरित अल्जाइमर रोग विकृति विज्ञान से काफी मिलता जुलता है। टीम ने अल्जाइमर के लक्षणों से निपटने में इसके प्रभाव को देखते हुए चूहों को सावधानीपूर्वक एसएजीपी (Sagp) वैक्सीन दी।

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अल्जाइमर मेमोरी, थिंकिंग पॉवर,  रीजनिंग स्किल यानी तर्क करने की क्षमता को प्रभावित करती है। चित्र : शटरस्टॉक

शोधकर्ताओं के निष्कर्ष

अंतिम चरण में अल्जाइमर रोगियों में एंग्जायटी आम तौर पर कम हो जाती है। यह उनके परिवेश के बारे में जागरूकता की कमी को दर्शाता है। टीका लगाए गए चूहों में इससे जागरूकता बढ़ने का प्रमाण देखा गया। यह एक आशाजनक संकेत है, जिसमें बीमारी का प्रभाव कम होते हुए देखा जा रहा है।

इसके अलावा, विशेषज्ञों ने सेरेब्रल कॉर्टेक्स क्षेत्र के भीतर सूजन वाले बायोमार्कर और अमाइलॉइड डिपोजिट (amyloid deposits) में पर्याप्त कमी पाई। मस्तिष्क का यह क्षेत्र लैंगुएज प्रोसेसिंग, ध्यान और प्रॉब्लम सॉल्विंग के लिए जिम्मेदार है।

महत्वपूर्ण प्रभाव

एस्ट्रोसाइट सेल और व्यवहारिक प्रतिक्रियाओं पर वैक्सीन का प्रभाव महत्वपूर्ण था। इससे सूजन वाले अणुओं के आकार में कमी देखी गई। इससे चूहों के मेमोरी नेविगेशन में भी सुधार देखा गया। माउस मॉडल में अल्जाइमर रोग के इलाज में अमाइलॉइड प्लाक डिपोजिट और सूजन कारक कम करने में सफल रहे हैं। एसएजीपी टीके ने चूहों के व्यवहार को भी बेहतर बना दिया है

शोधकर्ताओं ने एसएजीपी प्रोटीन को माइक्रोग्लिया नामक विशेष ब्रेन सेल्स के पास स्थित किया। ये सेंट्रल नर्वस सिस्टम की प्रतिरक्षा में सहायक होते हैं, लेकिन मस्तिष्क में सूजन भी पैदा कर सकते हैं। यह न्यूरॉन्स को नुकसान पहुंचाता है और संज्ञानात्मक गिरावट को बढ़ाता है।

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माइक्रोग्लिया को हटाकर मस्तिष्क में सूजन को भी नियंत्रित किया जा सकता है। चित्र: शटरस्टॉक

सक्रिय अवस्था में मौजूद माइक्रोग्लिया को हटाकर मस्तिष्क में सूजन को भी नियंत्रित किया जा सकता है। यह टीका सक्रिय माइक्रोग्लिया को लक्षित कर सकता है और इन विषाक्त कोशिकाओं को हटा सकता है। बाद में यह अल्जाइमर रोग में होने वाली व्यवहार संबंधी कमियों को ठीक कर सकता है।

क्या हो सकते हैं शोध के फायदे

2023 अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन स्टैटिस्टिकल अपडेट के अनुसार, अल्जाइमर रोग ने 2017 में 30 साल और उससे अधिक उम्र के लगभग 37 लाख अमेरिकियों को प्रभावित किया। वर्ष 2060 तक 93 लाख लोगों के प्रभावित होने का अनुमान है। हालांकि शोध अपने प्रारंभिक चरण में है और मानव विषयों के लिए आगे के परीक्षण की आवश्यकता है। शोध के निष्कर्ष अल्जाइमर रोग के उपचार में नई सीमा प्रस्तुत करते हैं।
एसएजीपी वैक्सीन बीमारी की रोकथाम यहां तक कि इलाज के लिए एक संभावित रास्ता बना सकता है।

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लेखक के बारे में
स्मिता सिंह
स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।

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