भूख महसूस होना बिल्कुल सामान्य है। दो मील के बीच एक उचित समय का गैप होने के बाद प्राकृतिक रूप से आपको भूख (hunger) महसूस होती है। भूख के माध्यम से आपको पता लगता है कि आपके शरीर को भोजन की आवश्यकता है। परंतु आप में से कई ऐसे व्यक्ति होंगे जिन्हें हर समय भूख का अनुभव होता रहता होगा। क्या आपको इसके पीछे की वजह मालूम है? यदि नहीं! तो आपको बताएं कि यह एक सामान्य स्थिति नहीं है।
यदि आपको भी हमेशा भूख महसूस होती रहती है, तो आपको इस स्थिति पर ध्यान देना चाहिए। ओवरईटिंग और असंतुलित आहार बहुत सारी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
भूख को नियंत्रित रखने के लिए शरीर में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा होना जरूरी है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखता है और बार-बार भूख लगने की समस्या नहीं होती। ऐसे में आपका कैलोरी इनटेक भी सीमित रहता है।
प्रोटीन हंगर हॉर्मोन्स को नियंत्रित रखते हुए सेटिस्फाइंग हॉर्मोन्स को बढ़ावा देते हैं। यदि आप खाने के बाद भी भूख महसूस कर रही हैं तो इसका मतलब आपके शरीर में प्रोटीन की कमी है, प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार ब्रेन और इम्यून सिस्टम को सही तरीके से परफॉर्म करने के लिए पर्याप्त नींद की आवश्यकता होती है। नींद की कमी से दिल से जुड़ी बीमारियों से लेकर कैंसर तक का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में एक उचित नींद घ्रेलिन (hunger hormone) को उसे रेगुलेट करती हैं और आपके भूख को नियंत्रित रखने में मदद करती हैं।
नींद की कमी से शरीर में घ्रेलिन का स्तर बढ़ जाता है, जिसकी वजह से आपको बार-बार भूख का एहसास होता है। वहीं पर्याप्त नींद लेने से लेप्टिन (satisfying hormone) का स्तर बढ़ता है। रिसर्च के अनुसार हर रोज आपको लगभग 8 घंटे की नींद लेना आवश्यक है।
पानी समग्र सेहत के लिए कितना आवश्यक है इससे तो आप वाकिफ होंगी। वहीं पानी पाचन क्रिया को स्वस्थ रहने और सही से कार्य करने में भी मदद करती हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार यदि हम खाना खाने के कुछ देर पहले थोड़ा पानी पी लेते हैं, तो हमारी भूख नियंत्रित रहती है साथ ही हम ओवरहीटिंग नहीं करते।
यदि आपको भी बार-बार भूख लगने की समस्या होती है, तो सबसे पहले शरीर को पर्याप्त पानी देना शुरू करें। पानी से युक्त फल, सब्जियां और अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन भी कर सकती हैं। यह सभी चीजें आपको हाइड्रेटेड रखेंगी और आपके हंगर को कंट्रोल करने में मदद करेंगी।
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हाई फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन हंगर मैनेजमेंट में आपकी मदद कर सकता है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को पचने में समय लगता है और इनसे आप लंबे समय तक संतुष्ट रहती हैं। साथ ही फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन भूख को नियंत्रित रखने वाले हॉर्मोन्स को बढ़ावा देते हैं और शार्ट चेन फैटी एसिड के उत्पादन में भी मदद करते हैं। जो आपको संतुष्टि प्रदान करने का काम करते हैं।
यदि आप फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं कर रही हैं, तो सचेत हो जाएं ऐसे में आपको पूरे दिन भूख का अनुभव होता रहेगा जिसकी वजह से ओवरईटिंग की समस्या हो सकती है। इसलिए फ्लैक्सीड, स्वीट पोटैटो, ऑरेंज, स्प्राउट्स इत्यादि जैसे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
तनाव भूख को बढ़ावा देता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार जब हम तनाव में होते हैं तो शरीर में कॉर्टिसोल नामक हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जिसकी वजह से भूख और क्रेविंग्स के बढ़ने की संभावना होती है। यदि आप जरूरत से ज्यादा तनावग्रस्त रहती हैं तो आपको बेवजह भूख का अनुभव होता रहेगा।
किए गए रिसर्च के अनुसार आम महिलाओं की तुलना में तनावग्रस्त महिलाएं अपनी डाइट में अधिक कैलोरी लेती हैं ऐसे में आपको अपने स्ट्रेस मैनेजमेंट पर काम करने की आवश्यकता है। यह आपको इस समस्या से दूर रहने में मदद करेगा।
आहार विशेषज्ञ शिखा कुमारी इस स्थिति पर सुझाव देती हैं, “लगातार खाते रहना आपके शरीर में कैलोरीज का लोड बढ़ाता है। जिससे आप थकान, तनाव और चिड़चिड़ापन महसूस कर सकती हैं। इसलिए जरूरी है कि उपरोक्त कारणों को जानकर उनके समाधान की दिशा में बढ़ें।”
वे आगे कहती हैं, “सुबह की अच्छी आदतें आपके दिन भर के व्यवहार को कंट्रोल कर सकती हैं। व्यायाम करें, किसी आहार विशेषज्ञ से संपर्क कर अपने लिए सही आहार योजना बनवाएं और उसका सख्ती से पालन करें। इन दोनों ही चीजों के साथ नींद का पूरा होना और तनाव से बचना भी जरूरी है।“
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