scorecardresearch

नींद ठीक से नहीं ले पा रहीं, तो किसी भी थेरेपी से पहले ट्राई करें ये 4 योगासन, फर्क न पड़े तो कहना

रोज़ाना कार्य करने के लिए शरीर को एक्टिव बनाए रखना आवश्यक है। ऐसे में रात में शरीर को भरपूर नींद मिलना भी ज़रूरी है। सोने से कुछ देर पहले स्ट्रेचिंग करने से मांसपेशियों में लचीलापन बढ़ने लगता है, जिससे अच्छी नींद आती है।
Published On: 29 Mar 2025, 12:00 pm IST
  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
bed exercise ke fayde
स्ट्रेसफुल लाइफस्टाइल मैनेज करने व तन और मन को हेल्दी रखने के लिए योगाभ्यास ज़रूरी है। चित्र : अडोबी स्टॉक

दिनभर के कामकाज के बाद हर किसी को गहरी नींद की चाहत होती है। मगर हेल्दी स्लीप न मिल पाने से पूरा दिन आलस्य, थकान और शारीरिक अंगों में दर्द का सामना करना पड़ता है। ऐसे में स्लीप हाइजीन को मेंटेन करके नींद की गुणवत्ता में सुधार लाना आवश्यक है। मगर उसके लिए किसी थेरेपी की नहीं बल्कि आसान योगासनों की मदद ली जा सकती है। अगर आप भी रात में गहरी नींद पाना चाहती हैं, तो सोने से पहले इन 4 योगासनों का अवश्य करें अभ्यास (Yoga for sleep)।

जान लें सोने से पहले योग करने का कारण (Reasons doing yoga before sleep)

योग एक्सपर्ट डॉ गरिमा भाटिया बताती हैं कि रोज़ाना कार्य करने के लिए शरीर को एक्टिव बनाए रखना आवश्यक है। ऐसे में दिनभर काम करने के बाद रात में शरीर को भरपूर नींद मिलना भी ज़रूरी है। ऐसे में सोने से पहले योगासन करने से मांसपेशियों में लचीलापन बढ़ने लगता है, जिससे अच्छी नींद (Yoga for sleep) आती है। इसके अलावा योगासन से तनाव में कमी बढ़ती है और नींद की कठिनाइयों को दूर किया जा सकता है।

Yoga ke fayde
सोने से कुछ देर पहले स्ट्रेचिंग करने से मांसपेशियों में लचीलापन बढ़ने लगता है चित्र : अडॉबीस्टॉक

नींद की गुणवत्ता के लिए इन योगासनों का करें अभ्यास

1. पश्चिमोत्तानासन (Seated forward bend)

इस योगासन का अभ्यास करने से रीढ़ की हड्डी में लचीलापन बढ़ता है और हैमस्ट्रिंग मसल्स में खिंचाव आने लगता है। शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ने से नींद न आने की समस्या हल हो जाती है और नींद की गुणवत्ता (Yoga for sleep) बढ़ने लगती है।

जानें पश्चिमोत्तानासन करने का तरीका

  • इसे करने के लिए मैट पर बैठ जाएं और दोनों टांगों को सामने की ओर रखें।
  • अब कमर को सीधा कर लें और दोनों बाजूओ को आगे की ओर लेकर आएं और पैरों को छुएं।
  • इस दौरान दोनों कोहनियो को जमीन पर लगाएं और सिर को घुटनों पर टिका लें।
  • सांस पर नियंत्रण बनाए रखें और शरीर की क्षमता के अनुसार इसका अभ्यास करें।
Jaanein Paschimottanasana karne ke fayde
हैमस्ट्रिंग को मज़बूत कर शारीरिक थकान दूर करने वाले इस योगासन को करने से शरीर में यूरिक एसिड के लेवल को नियंत्रित किया जा सकता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

2. सुप्तबद्ध कोणासन (Reclining bound angle pose)

इससे मांसपेशियों में बढ़ने वाले तनाव को कम करके शरीर को रिलैक्स किया जाता है। इससे टांगों और घुटनों में बढ़ने वाली स्टिफनेस को भी कम किया जा सकता है। इससे शरीर का लचीलापन बढ़ने लगता है और अनिद्रा से भी राहत मिल जाती है। इसका नियमित अभ्यास शरीर को कई फायदे पहुंचाता है।

जानें सुप्तबद्ध कोणासन करने का तरीका

  • इसे करने के लिए मैट पर सीधे लेट जाएं औश्र सिर के नीचे तकिया टिका लें। अब दोनों टांगों को सीधा करें।
  • टांगों को घुटनों से मोड़ते हुए दोनों पंजों को आपस में जोड़ लें। उसके बाद दोनों बाजुओं को खोल लें और जमीन पर रखें।
  • उसके बाद आंखों को बंद कर लें और 1 से 2 मिनट तक इसी मुद्रा में रहें और गहरी सांस लें व छोड़ें।
  • रोज़ाना सोने से पहले इस योगासन का अभ्यास नींद में आने वाली बाधा को दूर करने में मदद करता है।

3. शलभासन (Locust pose)

नियमित रूप से सोने से पहले इस योगासन का अभ्यास करने से रीढ़ की हड्डी में लचीलापन बढ़ने लगता है और शरीर एक्टिव व हेल्दी रहता है। इससे टांगों के दर्द और मंद पाचनक्रिया की समस्या भी हल हो जाती है। नियमित रूप से इसका अभ्यास शरीर को कई फायदे पहुंचाता है।

जानें शलभासन करने का तरीका

  • इसे करने के लिए मैट पर पेट के बल लेट जाएं। अब दोनों टांगो को आपस में जोड़कर रखें।
  • अब टांगों को उपर की ओर उठाएं। उसके बाद शरीर के उपर हिस्से को भी आगे से उठाने का प्रयास करें।
  • दोनों बाजूओं को सामने की ओर सीधा कर लें। गहरी सांस लें और फिर धीरे धीरे छोड़ें।
  • 30 सेकण्ड तक इस मुद्रा में रहने के बाद टांगों और बाजूओं को जमीन पर ले आएं और शरीर को ढ़ीला छोड़ दें।
sleep cycle ko locust pose se banayein healthy
नियमित रूप से सोने से पहले इस योगासन का अभ्यास करने से रीढ़ की हड्डी में लचीलापन बढ़ने लगता है चित्र शटरस्टॉक

4. उत्तानासन (Standing forward fold)

तनाव के बढ़ते स्तर को दूर करने के लिए उत्तानासन का अभ्यास किया जाता है। इससे मानसिक स्वास्थ्य को फायदा मिलता है और शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ जाता है। नियमित रूप से इसका अभ्यास शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाता है।

जानते है उत्तानासन करने की तरीका

  • इसे करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और दोनों बाजूओं को उपर की ओर लकर जाएं।
  • उसके बाद बाजूओं को नीच लाएं और दोनों पैरों को छुएं इस दौरान सांस पर नियंत्रित बनाए रखें।
  • इसके बाद कमर से आगे की ओर झुक जाएं और सिर को घुटनों के पास लेकर आए।?
  • दोनों टांगों को आपस में जोड़कर रखें। 30 सेकण्ड से 1 मिनट तक इसी मुद्रा में बने रहें।

Pollपोल
नवरात्रि उपवास वेट लॉस में मददगार हो सकते हैं?

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
लेखक के बारे में
ज्योति सोही
ज्योति सोही

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं।

अगला लेख