जमीन पर बैठकर उठने में होती है तकलीफ, तो इन योगासनों से बनाएं अपने निचले हिस्से को लचीला

चलते के बाद थकान और बिना सहारा लिए खड़े होने में मुश्किल शरीर में लचीलेपन की कमी को दर्शाता है। ऐसे में शरीर के निचले हिस्से को हेल्दी और फिट रखने के लिए खानपान के अलावा योगाभ्यास आवश्यक है।
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नौकासन से शरीर में बढ़ने वाली ऐंठन को दूर करके इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मदद मिलती है। चित्र: शटरस्टॉक
ज्योति सोही Published: 26 Sep 2024, 08:00 pm IST
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कभी ऑफिस का वर्कलोड, तो कभी घर की जिम्मेदारियां पूरी करते करते महिलाएं अपने स्वास्थ्य के प्रति अपने कर्त्तव्यों को भूल जाती है। नतीजन शारीरिक अंगों में दर्द व ऐंठन का सामना करना पड़ता है, जिससे शरीर का लचीलापन कम होने लगता है। देर तक चलना और बिना सहारा लिए खड़ा होना मुश्किल होने लगता है। युवाओं में भी दिनों दिन लचीलेपन की कमी बढ़ने लगती है। ऐसे में शरीर को हेल्दी और फिट रखने के लिए खानपान के अलावा योगाभ्यास भी आवश्यक है। जानते हैं वो योग मुद्राएं, जिनकी मदद से शरीर में लचीलापन (Yoga poses to increase flexibility) बनाए रखने में मिलती है मदद।

क्यों होती है जमीन पर बैठकर उठने में परेशानी (Why do you have trouble getting up sitting on the ground)

इस बारे में योग एक्सपर्ट डॉ गरिमा भाटिया बताती हैं कि रोजमर्रा के जीवन में कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है और उन्हीं में से एक है शरीर में बढ़ने वाली स्टिफनेस। देर तक एक ही पोश्चर में बैठना, असंतुलित खानपान और व्यायाम की कमी मुख्यरूप से शरीर में ऐंठन को बढ़ा देती है। इसके अलावा डिहाइड्रेशन, मसल्स ओवरएगर्ज़शन और कोई पुरानी चोट इस समसया को बढ़ा सकती है। इस समस्या को योगासनों की मदद से हल किया जा सकता है।

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एक ही पोश्चर में बैठना, असंतुलित खानपान और व्यायाम की कमी मुख्यरूप से शरीर में ऐंठन को बढ़ा देती है।। चित्र शटरस्टॉक।

पैरों की मजबूती और लचीलापन बढ़ाने के लिए इन 4 योगासनों का करें अभ्यास (Yoga poses to increase body flexibility)

1. नौकासन (Boat pose)

इस योगासन का अभ्यास करने से शरीर में तन और मन को संतुलित बनाए रखने में मदद मिलती है। इसके अलावा शरीर में बढ़ने वाली ऐंठन को दूर करके इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मदद मिलती है। शारीरिक क्षमता के अनुसार इस योगासन का अभ्यास करने से शरीर को फायदा मिलता है।

जानें नौकासन को करने की विधि

  • सबसे पहले मैट पर बैठ जाएं और उसके बाद पीठ को एकदम सीधा करके रखें। फिर दोनों टांगों को सामने की ओर ले जाएं।
  • टांगों को सीधा करके दोनों को आपस में जोड़ लें। अब बाजूओं को भी कोहनियों से सीधा कर लें। दोनों टांगों को उपर की ओर उठाएं।
  • इसके बाद दोनों बाजूओं को भी टांगों के सामने आगे की ओर बढ़ाएं। अब टांगों को घुटनों मोड़ते हुए सीधा कर लें।
  • 30 सेकण्ड तक इसी मुद्रा में रहने के बाद शरीर को ढ़ीला छोड़ दें।

2. फलकासन (Plank pose)

अक्सर हाथों को जमीन पर रखकर उठने की समस्या दूर करने में प्लैंक पोज़ मददगार साबित होता है। इससे कंधों, बाजूओं, टांगों और पेट की मांसपेशियों की मज़बूती बढ़ने लगती है। दिन में दो बार इस योगासन का अभ्यास करें।

जानें फलकासन करने की विधि

  • शरीर को सबसे पहले प्लैंक पोज़ में लेकर आएं। अब शरीर को उपर की ओर उठाएं और पैरों की उंगलियों के सहारे खड़े हो जाएं।
  • इसके बाद दोनों हाथों को ज़मीन पर टिकाएं और बाजूओं को सीधा कर लें। इसके बाद गहरी सांस लें और छोड़ें।
  • योग मुद्रा के दौरान पूरे शरीर की मांवपेशियों में खिंचाव महसूस होता है। इस दौरान पूरा शरीर एक सीध में रखने का प्रयास करें।
  • अपने शरीर को 30 सेकण्ड तक इसी मुद्रा में रखने के बाद शरीर को ढ़ीला छोड़ दें।
plank pose kaise karein
कंधों, बाजूओं, टांगों और पेट की मांसपेशियों की मज़बूती बढ़ने लगती है। दिन में दो बार इस योगासन का अभ्यास करें।

3. शिशुपालनासन (Baby cradle pose)

इस योगासन को करने से पेल्विक मसल्स को मज़बूती मिलती है और शरीर की गतिशीलता बनी रहती है। इस योग मुद्रा से लोअर बॉडी में बढ़ने वाले तनाव को दूर किया जा सकता है, जिससे टांगों और हिप्स में लचीलापन बढ़ने लगता है।

जानें इसे करने की विधि

  • मैट पर बैठ जाएं और पीठ को एकदम सीधा कर लें। अब दोनों पैरों के पंजों को आपस में जोड़ लें और गहरी सांस लें।
  • उसके बाद दाई टांग को घुटने से मोड़ते हुए चेस्ट के पास लेकर आएं। उसे दोनों बाजूओं की मदद से जकड़ लें।
  • अब कमर से शरीर को हिलाएं और शिशु को झुलाने के समान शरीर का दाई से बाई ओर लेकर जाएं। 30 सेकण्ड से 1 मिनट तक इसी मुद्रा में रहें।
  • इससे शरीर का लचीलापन बना रहता है और टांगों की मज़बूती बढ़ने लगती है।

4 उपविष्टकोणासन (Wide angle seated forward bend)

शरीर के निचले हिस्से की मांसपेशियों में बढ़ने वाली ऐंठन को उपविष्टकोणासन की मदद से दूर किया जा सकता है। इससे टांगों की मसल्स में लवीलापन बढ़ने लगता है, जिससे उठने बैठन में होने वाली तकलीफ से बचा जा सकता है। शरीर एक्टिव और हेल्दी बना रहता है।

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जानें उपविष्टकोणासन करने की विधि

  • इसे करने के लिए मैट पर बैठ जाएं। अब दोनों टांगों को खोलने का प्रयास करें, जितना संभव हो टांगों को उतना फैलाएं।
  • उसके बाद दोनों हाथों को आगे की ओर लेकर आएं और चेहरे पर मैट पर टिकाएं। उसके बाद दोनों हाथों से पैरों को छुएं।
  • 30 सेकण्ड तक इसी मुद्रा में रहें और सांस पर नियंत्रण बनाए रखें। शरीर की क्षमता के अनुसार इस योगासन को करें।
  • फिर वापिस टांगों को सीधा कर लें और शरीर को ढ़ीला छोड़ दें।

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लेखक के बारे में

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं। ...और पढ़ें

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