Yoga poses to increase oxygen level : ये 4 योगासन शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ा सकते हैं, जानिए अभ्यास का सही तरीका
फेफड़ों की मदद से ब्रेन समेत शरीर के अन्य अंगों में ऑक्सीजन की सप्लाई की जाती है। कुछ योगासन शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने में मददगार होने के साथ तनाव को दूर करने और शरीर में ऊर्जा प्रवाह को बनाए रखने में मदद करते हैं।
थकान से राहत पाने और श्वसन प्रणाली (Respiratory system) को हेल्दी बनाए रखने के लिए ब्रीदिंग कपेसिटी को बढ़ाना (Yoga to increase breathing capacity) बेहद आवश्यक है। इसके लिए शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह उचित बनाए रखना ज़रूरी है। फेफड़ों की मदद से ब्रेन समेत शरीर के अन्य अंगों में ऑक्सीजन की सप्लाई की जाती है। इससे न केवल लंग्स को मज़बूती मिलती है बल्कि शरीर एक्टिव और हेल्दी बना रहता है।
कुछ योगासन शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने में मददगार होने (Yoga poses to increase oxygen level) के साथ तनाव को दूर करने और शरीर में ऊर्जा प्रवाह को बनाए रखने में मदद करते हैं। यहां हम ऐसे ही योगासनों के बारे में बता रहे हैं, जो शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ा सकते हैं।
योग एक्सपर्ट तनवी जैन बताती हैं कि नियमित रूप से योग मुद्राओं का अभ्यास करने से शरीर में बल्ड का सर्कुलेशन नियमित रहता है। इसके चलते थकान, कमज़ोरी, तनाव और एंग्ज़ाइटी से राहत मिल जाती है। साथ ही शरीर में एनर्जी का लेवल (yoga poses to boost energy level) बढ़ने लगता है और लंग्स की कपैसिटी (Yoga poses to boost lung capacity) में सुधार होता है। इससे सांस पर नियंत्रण बनाए रखने में भी मदद मिलती है।
प्राकृतिक रूप से ऑक्सीज़न लेवल बढ़ाने वाले योगासन (Yoga poses to increase oxygen level)
1. त्रिकोणासन (Triangle pose)
इसे करने के लिए मैट पर खड़े हो जाएं। अब दोनों टांगों के मध्य तीन फुट की दूरी बनाकर रखें। अब दोनों हाथों को दोनों ओर से उठाएं।
अब हथेलियों को सामने की ओर रखें। इसके बाद दाएं पैर को बाहर की ओर निकालें और गर्दन को भी दाईं ओर घुमा लें।
सांस को छोड़ते हुए दाईं बाजू को दाएं पैर की ओर झुकाएं। उसके बाद गर्दन को ऊपर की घुमाएं और बाईं बाजू की ओर देखें।
इस दौरान स्पाइन को सीधा रखने का प्रयास करें। 30 सेकण्ड तक इसी मुद्रा में रहें और उसके बाद शरीर को ढ़ीला छोड़ दें।
2. अधोमुख श्वानासन (Downward facing dog pose)
दोनों हाथों और पैरों के सहारे जमीन पर बैठ जाएं। उसके बाद पैरों की उंगलियों पर शरीर का वज़न लेकर आएं।
फिर गर्दन को अंदर की ओर रखते हुए बाजूओं को सीधा करें और पीछे से टांगों को भी घुटनों से सीधा कर लें।
अब दोनों बाजूओं के मध्य गैप बनाकर रखें और हिप्स को बाहर की ओर लेकर जाएं। इस दौरान सांस पर नियंत्रण बनाए रखें।
30 सेकण्ड से 1 मिनट तक इस मुद्रा में शरीर को रखें। इस मुद्रा में पैरों को पैडल भी कर सकते है।
सांस छोड़ते हए नीचे की ओर आएं। इससे चेस्ट ओपन होता है और लंग्स को मज़ूबती मिलती है।
3. यष्टिकासन (Stick pose)
इस योग मुद्रा को करने के लिए पीठ के बल मैट पर लेट जाएं और शरीर को एकदम सीधा कर लें। अब दोनों बाजूओं को उपर की ओर उठाएं।
बाजूओं को खींचते हुए सिर से पीछे की ओर लेकर जाएं। इसके बाद दोनों पैरों को सामने की ओर खींचें और शरीर के उपर हिस्से को ओर स्ट्रेच करें।
हथेलियों को उपर की ओर रखें और धीरे धीरे सांस ले और फिर सांस को रिलीज़ करे। शरीर के स्टेमिला के अनुसार इस पोज़िशन में बने रहें।
3 से 4 बार इस योग मुद्रा का अभ्यास करने के बाद शरीर को ढ़ीला छोड़ दें।
4. मत्स्यासन (Fish pose)
इसे करने के लिए पहले सुखासन में बैठें अब हाथों की मदद से पीठ के बल लेट जाएं और हाथों को पीछे लेकर जाएं।
हाथों से दोनों कोहनियों को इंटरलॉक करें। अब आंखों को बंद कर दें और 30 सेकण्ड तक इसी मुद्रा में रहें।
सिर के नीचे किसी पिलो को टिका सकते है। इससे शरीर में ऑक्सीजन को प्रवाह बढ़ने के अलावा तनाव से मुक्ति मिल जाती है।
नियमित रूप से दिन में दो बार शरीर की क्षमता के अनुसार इस योग मुद्रा का अभ्यास करें।
लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं। ...और पढ़ें