अगर आपको लगता था कि वर्क फ्रॉम होम आसान है, तो अब तक आपका यह भ्रम टूट चुका होगा। दिन भर एक जगह बैठ कर स्क्रीन पर काम करना भी थका देता है। इसका कारण है बैठने से मांसपेशियों में बनने वाला तनाव। अगर आप इस तनाव को निकालने के लिए स्ट्रेचिंग नहीं करेंगे तो आपकी मांसपेशियां स्टिफ हो जाएंगी।
घर पर डेस्क या चेयर के बजाय हम सोफा, बेड या बिन बैग पर आराम से बैठकर काम करते हैं। इसका बुरा प्रभाव पड़ता है हमारे पॉस्चर पर।
स्ट्रेचिंग ना सिर्फ मांसपेशियों से तनाव कम करती है, बल्कि ब्लड फ्लो भी बढ़ाती है। सिर्फ 10 मिनट इन स्ट्रेचेस को देने से आपको पीठ की अकड़न और दर्द से छुटकारा मिल सकता है।
ट्राइसेप्स को स्ट्रेच करने से ऊपरी बांह में ब्लड फ्लो बढ़ता है और कनेक्टिव टिश्यू भी रिलैक्स होते हैं। दिन भर कंप्यूटर पर काम करने से यह मांसपेशियां टाइट होने लगती हैं। इस स्ट्रेच को नियमित रूप से करने से ट्राइसेप्स रिलैक्स होती हैं।
यह स्ट्रेच पीठ, चेस्ट, और शोल्डर की मांसपेशियों को रिलैक्स करता है। यह स्ट्रेच बाहों और कंधो की फ्लेक्सबिलिटी को भी बढ़ाता है।
कंधो और गर्दन के दर्द में यह स्ट्रेच बहुत आराम देता है। शोल्डर श्रग गर्दन को मजबूत बनाता है और अकड़न को खत्म करता है। यही नहीं, इससे पोस्चर भी सुधरता है।
आप समझ ही गए होंगे कि यहां हम कौन से स्ट्रेच की बात कर रहे हैं। यह आपकी अपर बॉडी को स्ट्रेच और रिलैक्स करता है, तनाव कम करता है और पीठ और कंधो को आराम देता है। यह स्ट्रेच पूरी बॉडी को रिलैक्स करने के लिए परफेक्ट है।
अगर आपकी पीठ में दर्द हो रहा है तो उसका प्रमुख कारण है गलत पोस्चर में काम करना। और इस दर्द से राहत पाने के लिए आपको बस इस स्ट्रेच का सहारा लेना है। अपर बैक स्ट्रेच पीठ और गर्दन में ब्लड फ्लो बढ़ाता है और ज्यादा ऑक्सीजन मांसपेशियों तक पहुंचती है। यह अकड़न भी दूर करता है और स्टिफ मसल्स को रिलैक्स करता है।
खराब पॉस्चर से होने वाले मसल डैमेज को भी इस स्ट्रेच से कम किया जा सकता है। साथ ही स्पाइन की फ्लेक्सबिलिटी के लिए यह स्ट्रेच बहुत कारगर है।
हैमस्ट्रिंग को स्ट्रेच करने से आप मांसपेशियों पर पड़ने वाले स्ट्रेन को कम करते हैं।
दिन भर बैठे-बैठे आपकी पेल्विक मसल्स कठोर होने लगती हैं, जिसके लिए हैमस्ट्रिंग को स्ट्रेच करना ज़रूरी होता है। साथ ही यह फ्लेक्सबिलिटी और पोस्चर को भी सुधारता है।
एक सिंपल सा नेक स्ट्रेच आपके गर्दन ही नहीं सर के दर्द को भी दूर रखता है। नेक रोल जैसे स्ट्रेचेस गर्दन की मांसपेशियों का तनाव कम करते हैं और स्टिफनेस को कम करते हैं। नेक के स्ट्रेच से दिनभर स्क्रीन पर काम करने की थकान भी कम होती है।
काफ रेज़ से काफ मसल्स मजबूत होती हैं और ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। काफ मसल्स को स्ट्रेच करने से चोट लगने की सम्भावना कम हो जाती है।
इन 8 स्ट्रेचेस को अपने रूटीन में शामिल करें और अपने वर्क फ्रॉम होम की थकान को मिटायें।
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