scorecardresearch

Golo Diet : जानिए गोलो डाइट को क्यों कहा जा रहा है वजन घटाने का सबसे हेल्दी और प्रभावशाली तरीका

गोलो डाइट के बारे में दावा किया जाता है कि डायबिटीज के मरीज भी इसे फॉलो कर अपना वजन कम कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस वेट लॉस डाइट के बारे में और भी बहुत कुछ।
Published On: 23 Aug 2021, 08:00 am IST
  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
Healthy diet ke sath exercise bhi zaruri hai
जानते हैं एनर्जी को रिस्टोर करने के लिए पोस्ट वर्कआउट मील्स अवश्य लें । चित्र: शटरस्टाॅक

गोलो डाइट आपके इंसुलिन लेवल को नियंत्रित रखती है और वजन कम करने में भी सहायक होती है। यह डाइट आपके हार्मोन्स लेवल को भी नियमित करती है और आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है। इस डाइट में आपको हेल्दी और होल फूड खाना होता है। साथ ही इसमें आपको एक्सरसाइज भी करनी होती हैं, जिसके कारण आपका वजन कम होता है। 

क्यों खास है गोलो डाइट 

शोध में पता चला है कि गोलो डाइट में कम ग्लाइसेमिक आहार – जिसमें ज्यादातर ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल हैं, जो ब्लड शुगर या इंसुलिन के लेवल को नहीं बढ़ाते हैं। वजन प्रबंधन, फैट बर्न और मेटाबॉलिज्म में मदद करते हैं।

कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल में डायटिशियन अदिति शर्मा का कहना है कि इस डाइट में आप किसी भी अन्य डाइट के मुकाबले 20 से 30% खाना अधिक मिलता है जिस कारण आपका मेटाबॉलिज्म बढ़ता है। इस डाइट में आपको हेल्दी खाने पर अधिक फोकस होता है न कि कैलोरी कम करने या खाने पर कोई बंधन होता है। यह 90 दिन का डाइट प्लान होता है।

soluble fiber apko fat se azadi dega
सॉल्यूबल फाइबर आपको फैट से आजादी देगा। चित्र : शटरस्टॉक

डाॅ. अदिति शर्मा आगे जोड़ती हैं, “इस तरह की डाइट में यदि आप नॉनवेज एड करते हैं, तो यह और भी फायदेमंद होगा। सब्जियों के साथ मीट का कंबीनेशन आपके शरीर को सभी पोषक तत्व प्रदान करने में सहायक होगा। आपको ज्यादा लंबे समय तक भूख भी नहीं लगेगी। जिससे आपके कैलोरी काउंट भी कंट्रोल में रहेंगे।

कंट्रोल कैलोरी की वजह से आप आसानी से अपना वजन कम वजन कम करने में कामयाब हो पाएंगे। साथ ही इससे आपकी लाइफ में भी कुछ पॉजिटिविटी का संचार होगा। यह प्लांट बेस्ड डाइट है, जो आपके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के साथ आपकी एनर्जी को भी बढ़ाती है। 

यह भी पढ़ें-टेक्स्ट नेक की समस्या से हैं परेशान, तो ये 5 एक्सरसाइज दे सकती हैं आपको राहत

यहां हैं गोलो डाइट के लाभ

इस डाइट में आपको केवल सही आहार ही नहीं, बल्कि एक्सरसाइज करने के लिए भी प्रेरित किया जाता है। जिस कारण आपका वजन कम होने के साथ-साथ आपकी ब्लड शुगर लेवल भी नियंत्रित हो सकती है। इसलिए डायबिटीज के मरीज भी इसे फॉलो कर सकते हैं।

Pollपोल
नवरात्रि उपवास वेट लॉस में मददगार हो सकते हैं?

इस डाइट में अधिक फल और सब्जियां एड की जाती हैं, जिनमें बहुत सारे एंटी ऑक्सीडेंट, मिनरल और विटामिन होते हैं। जिस कारण आप एक हेल्दी लाइफस्टाइल की ओर परिवर्तित हो जाते हैं। इससे आपके समग्र स्वास्थ्य और आपकी स्किन को भी बहुत अच्छे नतीजे मिलते हैं। और आपकी स्किन ग्लो करने लगती है।

Diabetes patient bhi golo diet follow kar sakte hai
डायबिटीज के मरीज भी इस डाइट को फॉलो कर सकते हैं। चित्र: शटरस्टॉक

जानिए गोलो डाइट में आप क्या खा सकती हैं 

गोलो डाइट प्लान में  आप मांस, साबुत अनाज, स्वस्थ वसा, सब्जियां और फलों जैसे संपूर्ण खाद्य पदार्थ गोलो डाइट के दौरान ले सकते हैं। यानी प्रति दिन 1,300 और 1,800 कैलोरी। गोलो डाइट में तीन प्राथमिक तत्व होते हैं: 2 मैग्नीशियम, जिंक, और क्रोमियम।

वजन घटाने के लिए स्वस्थ, संतुलित आहार खाना और अपने कैलोरी सेवन की निगरानी करना महत्वपूर्ण है और गोलो आहार इन प्रमुख वजन घटाने के सिद्धांतों का सुझाव देता है

BMI

वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए

बीएमआई चेक करें

 

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

  • Google News Share
  • Facebook Share
  • X Share
  • WhatsApp Share
लेखक के बारे में
मोनिका अग्रवाल
मोनिका अग्रवाल

स्वतंत्र लेखिका-पत्रकार मोनिका अग्रवाल ब्यूटी, फिटनेस और स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर लगातार काम कर रहीं हैं। अपने खाली समय में बैडमिंटन खेलना और साहित्य पढ़ना पसंद करती हैं।

अगला लेख