ध्यानी हो या ज्ञानी या फिर कर्तव्यपरायण, सभी के लिए वॉकिंग (Walking) या टहलना बेहद जरूरी है। पैदल चलकर न सिर्फ मनुष्यों ने कई बड़ी खोज की, बल्कि स्वयं को स्वस्थ भी बनाए रखा। महात्मा बुद्ध ने भी वॉकिंग को अपने स्वस्थ जीवन और बुद्धत्व पाने का माध्यम बनाया था। वैज्ञानिकों द्वारा किए गए रिसर्च और हेल्थ एक्सपर्ट भी मानते हैं कि नियमित रूप से की गई सैर आपको स्वास्थ्य जोखिमों से बचाए रखती है। इससे न सिर्फ कैलोरी बर्न होती हैं, बल्कि कई दूसरे स्वास्थ्य लाभ (Health benefits of walking) भी मिलते हैं।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 12000 से अधिक लोगों में 32 प्रकार के जीन को खोज निकाला, जो ओबेसिटी को बढ़ावा देने में मदद कर रहे थे। वे यह पता लगाना चाहते थे कि ये जीन वास्तव में वजन बढ़ाने में कितना योगदान देते हैं। उन्होंने पाया कि स्टडी के जो पार्टिसिपेंट्स दिन में लगभग एक घंटे तेज गति से चलते थे, उनमें जीन का प्रभाव आधे से भी कम पाया गया।
अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के एक अध्ययन में पाया गया कि जो महिलाएं सप्ताह में सात या उससे अधिक घंटे चलती हैं, उनमें स्तन कैंसर का खतरा उन लोगों की तुलना में 14% कम होता है, जो प्रति सप्ताह तीन घंटे या उससे कम चलती हैं।
स्तन कैंसर के जोखिम कारकों वाली महिलाओं के लिए भी वाॅकिंग फायदेमंद साबित हुई। खास कर ऐसी महिलाएं, जिनका वजन अधिक था या जो सप्लीमेंटल हार्मोन का प्रयोग कर रही थीं।
बारिश के मौसम में यदि आपने फ्लू होने के डर से वॉक करना छोड़ दिया है, तो अपनी आशंका को दिल से निकाल दें। वॉकिंग ठंड और फ्लू के मौसम में भी रक्षा करने में मदद कर सकती है।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा 1,000 से अधिक पुरुषों और महिलाओं पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग दिन में कम से कम 20 मिनट, सप्ताह में कम से कम 5 दिन चलते थे, वे सप्ताह में एक बार या उससे कम व्यायाम करने वालों की तुलना में 43% कम बीमार हुए। यदि वे बीमार भी हुए, तो बहुत कम अवधि के लिए। उनमें बीमारी के लक्षण भी कम पाए गए।
टहलने से हमारी सहनशक्ति बढ़ती है। टहलने से आप में निगेटिव थॉट्स खत्म होते हैं और आप पूरे दिन खुश और रोमांचित रहती हैं। थकान, नींद में कमी, आदि जैसी समस्याएं दूर होती हैं। डायजेस्टिव सिस्टम में सुधार होता है। कब्ज से राहत मिलती है।
टहलने के फायदों के साथ-साथ कितने समय तक टहलना जरूरी है, क्या व्यस्तता की वजह सेे शाम में टहलना फायदेमंद होता है, यह जानने के लिए हमने बात की पारस अस्पताल, गुरुग्राम के एचओडी-इंटरनल मेडिसिन डॉ. संजय गुप्ता से।
डॉ. संजय गुप्ता बताते हैं, ‘नियमित रूप से दिन में एक घंटे से अधिक चलने से हमारे हृदय की कार्यप्रणाली में सुधार होता है। यह हमारी नाड़ी (nerves) को कंट्रोल करता है, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है, हृदय की कार्यक्षमता में सुधार लाता है।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि टहलने से कैलोरी बर्न होती है और आपका वजन नहीं बढ़ पाता है। यह ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और अन्य जानलेवा बीमारियों से भी हमें बचाता है।’
डॉ. संजय गुप्ता के अनुसार, एक्टिव रहने के फायदों से हम सभी अवगत हैं, फिर भी हमें यह चुनौतीपूर्ण लगता है। यदि आप रोज आधे घंटे से लेकर एक घंटे तक नियमित तौर पर ब्रिस्क वॉक करती हैं, तो यह एक्सरसाइज के समान कई लाभ प्रदान कर सकता है।
रोजाना वॉकिंग आपके ज्वाइंट्स के लिए कहीं अधिक आसान है। जिम में घंटों बिताने से कहीं अधिक अच्छे तरीके से इसे मैनेज किया जा सकता है। सुबह यदि आप व्यस्त रहती हैं, तो शाम को भी टहला जा सकता है। यह सुबह टहलने जितना ही फायदेमंद होगा।
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