पीरियड के दौरान अक्सर हमें शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने से रोका जाता है। क्योंकि ज्यादातर लोग यह मानते हैं, की पीरियड्स में ज्यादा कूद फांद करना पेट दर्द तथा पीरियड के अन्य लक्षणों को ट्रिगर कर सकता है। इसी डर से कई महिलाएं पीरियड्स में योग और एक्सरसाइज जैसे प्रभावी अभ्यासों को करना छोड़ देती हैं। हालांकि, फिटनेस फ्रीक महिलाएं जिन्हें नियमित रूप से एक्सरसाइज करने की आदत होती है, वे अक्सर पीरियड्स के दौरान एक्सरसाइज करने को लेकर भ्रमित रहती हैं। तो परेशान न हों, क्योंकि हम यहां बता रहे हैं 5 पीरियड्स फ्रेंडली एक्सरसाइज (period friendly exercise)।
ऐसे में हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर बात की फिटनेस ट्रेनर और मेटाबॉलिक्स की फाउंडर जूली वागले से। जूली आईएसएसए सर्टिफाइड फिटनेस कोच हैं और इस तरह के प्रश्नों का लगातार सामना करती हैं। वे बताती हैं कि पीरियड्स में एक्सरसाइज करने में किसी तरह की आशंका नहीं होनी चाहिए। बल्कि वे नियमित रूप से व्यायाम करने की सलाह देती हैं। इसके साथ ही वे अपने कम्फर्ट लेवल को पहचानने और उसके अनुसार वर्कआउट रुटीन बनाने की भी सलाह देती हैं।
जूली कहती हैं, अगर आप टफ एक्सरसाइज नहीं करना चाहतीं, तो पीरियड्स के दौरान रिलैक्सिंग एक्सरसाइज को वर्कआउट रुटीन में शामिल करें।
जूली वागले कहती है की “जब कोई महिला पीरियड में होती है, तो सभी में अलग-अलग तरह के लक्षण नजर आते हैं। साथ ही सभी की सहनशक्ति भी एक जैसी नही होती। तो ऐसे में आप एक्सरसाइज करना चाहती है या नहीं यह पूरी तरह आपके ऊपर निर्भर करता है। क्योंकि इस दौरान किसी भी महिला से जबरदस्ती एक्सरसाइज करवाने से उनकी सेहत गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती है।
साथ ही यदि कोई महिला एक्सरसाइज करना चाहती हैं, तो उन्हें खुद को रोकने की जरूरत नहीं है। क्योंकि ऐसे कई पीरियड्स फ्रेंडली एक्सरसाइज हैं जिसे आप बेफिक्र होकर इन 5 दिनों के दौरान कर सकती हैं। वहीं कुछ एक्सरसाइज ऐसे भी हैं जो आपके पीरियड्स फ्लो के साथ पेट दर्द को भी बढ़ा सकता है। इसलिए उन व्यायामों से परहेज रखने की कोशिश करें। साथ ही बिना पूरी जानकारी लिए किसी भी तरह के एक्सरसाइज या फिर वर्कआउट का हिस्सा बनने से बचें।”
पीरियड्स के दौरान स्ट्रेचिंग करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। बिस्तर पर लेटे लेटे खुद को रोल कर सकती हैं। यह पीरियड्स के दौरान आपको टेंशन रिलीज करने के साथ ही ब्लड फ्लो को इम्प्रूव करने में मदद करेगा।
पीरियड्स के दौरान डांसिंग आपके मूड को अपलिफ्ट करेगा और साथ ही आपके क्रैम्प्स को भी कम करने में मदद करेगा। वहीं डांसिंग से कैलरी बर्न होता है। जुम्बा पीरियड्स के दौरान एक सबसे प्रभावी डांस फॉर्म है इसलिए इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करना उचित रहेगा।
पीरियड्स में योग जैसे की स्ट्रेचिंग और बरीथिंग एक्सरसाइज मूड अपलिफ्ट करने में मदद करेगा और साथ ही पेट दर्द को भी नियंत्रित रखेगा। यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है और आपके शरीर को रिलैक्स रखता है। इसी के साथ पीरियड्स के अन्य लक्षण जैसे की ब्लोटिंग में भी फायदेमंद होता है।
पीरियड्स के दूसरे दिन से धीमी गति में दौड़ना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। यदि आप फिटनेस फ्रीक है और अपने पीरियड्स के दौरान एक्सरसाइज को रुकने नहीं देना चाहती। तो ऐसे में कुछ दूर तक धीमी गति में रनिंग कर सकती हैं। हालांकि, बीच-बीच में ब्रेक लेती रहें। वहीं यह आपको दर्द से राहत पाने में मदद करेगा और पीरियड के अन्य सिम्टम्स को भी नियंत्रित रखता है।
पीरियड्स के दौरान सभी को कुछ देर वॉकिंग जरूर करनी चाहिए। यह एक ऐसा एक्सरसाइज है जिसे सभी महिलाएं कर सकती हैं। यह एक लो इंटेंसिटी एक्सरसाइज है जो आपके पीरियड्स के दौरान लंग्स को सही से काम करने में मदद करता है। इसी के साथ यह कैलरी को भी बर्न करता है। इतना ही नहीं खुले वातावरण में टहलने से पीरियड के दौरान होने वाले मूड स्विंग्स भी कई हद तक नियंत्रित रहते हैं।
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