बढ़िया स्वास्थ्य के लिए जिस तरह स्वस्थ खानपान जरूरी है, उसी तरह बोवेल मूवमेंट का सही होना भी जरूरी है। सुबह में यदि पेट साफ़ हो जाता है दिन भर मन में ताजगी और शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है। वजन भी नियंत्रित रहता है और शरीर स्वास्थ्य समस्याओं से भी दूर रहता है। वहीं दूसरी ओर कब्ज रहने पर मन के साथ-साथ शरीर भी समस्याओं और रोगों से घिरने लगता है। कब्ज दूर करने के लिए हम सबसे पहले होम रेमेडीज का सहारा लेते हैं। पर क्या आप जानती हैं कि योगासन से भी कब्ज दूर किया जा सकता है। भुजंगासन से कब्ज को दूर कर (cobra pose for constipation) बोवेल मूवमेंट सही किया जा सकता है।
भुजंगासन से क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं और इसे करने का सही तरीका क्या है, इसके लिए हमने बात की योग एक्सपर्ट अमित खन्ना से।
अमित खन्ना बताते हैं, ‘भुजंग शब्द से बना है भुजंगासन। इसका अर्थ है सांप जैसा आसन या मुद्रा। आपने कोबरा सांप को फन फैलाए हुए देखा होगा। इसलिए यह कोबरा स्ट्रेच के नाम से भी जाना जाता है। सूर्यनमस्कार में भी यह आसन या मुद्रा शामिल होती है। यदि आप बहुत अधिक थकान महसूस कर रही हैं या तनाव में हैं, तो इस आसन को करने के बाद आप हल्का महसूस करेंगी। इसे बीएस पेट के बल लेट कर करना होता है। यह पूरे शरीर को स्ट्रेच कर देता है, जिससे थकान दूर हो जाती है।’ इस आसन को करने में बहुत कम समय लगता है। इसलिए खाली पेट कभी-भी कर सकती हैं।
सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं। पैरों को सीधा और लंबा फैला लें।
हथेलियों को कंधों के नीचे जमीन पर रखें। शरीर को ढीला छोड़ दें।
सांस लेते हुए कंधों को जमीन से ऊपर उठायें
अब सांस लेते हुए सिर और कंधों को जमीन से ऊपर उठायें। सिर को जितना पीछे ले जा सकती हैं, ले जाएं।
जितना संभव हो सके, पीठ को भी पीछे की ओर झुकाती जाएं। कोहनियों को भी स्ट्रेट कर लें।
सिर को नाभि से ऊपर उठाने का प्रयास करें।
सांस पर नियन्त्रण जरूरी है कि सांस अंदर रोक लें और इस स्थिति में कुछ देर तक रहें।
सांस छोड़ते हुए नीचे आयें।
इस आसन को 5 बार किया जा सकता है।
शरीर को स्ट्रेचिंग में मददगार होने के कारण भुजंगासन यह आसन पेट के सभी अंगों खासकर आंतों, लिवर, किडनी के लिए भी लाभदायक है। यदि पीरियड के दौरान तेज़ दर्द होता है या अनियमित पीरियड होता है, तो यह आसन राहत दिलाता है। इस आसन से सामान्य पीठ दर्द की समस्या से राहत मिल जाती है।
इसे नियमित रूप से करने पर आपका बोवेल मूवमेंट भी सही हो जाएगा और कब्ज से राहत मिलने में मदद भी। यदि पेट में किसी भी प्रकार का घाव है या किसी प्रकार की समस्य है, तो यह आसन योग प्रशिक्षक की देख-रेख में ही करें।
यदि आपको शुरुआत में भुजंगासन करने में दिक्कत होती है तो स्फिंक्स की आकृति की तरह आसन कर सकती हैं। यह भुजंगासन का शुरूआती स्टेप है।
कैसे करें
भुजंगासन की तरह पेट के बल लेट जाएं। अपनी दोनों कोहनी को कंधों के नीचे रखें।
हथेली फर्श को स्पर्श करनी चाहिए। सांस लेते हुए हथेलियों को स्थिर रखते हुए केहुनी को सीधा करें। पीठ को मोड़ें और सिर को पीछे करते हुए ऊपर देखें।
सांस को कुछ देर रोकें। इस अवस्था में कुछ देर तक रूकें। सांस छोड़ते हुए पहली वाली स्थिति में आ जाएं।
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