दिनों दिन बढ़ रहा स्क्रीन टाइम और लॉन्ग वर्किंग ऑवर्स (Long working hours) हमारी बॉडी के बैक फैट्स को बढ़ाने का काम करते हैं। इससे गर्दन के इर्द गिर्द मोटापा बढ़ने लगता है और गर्दन में दर्द व बैन पेन की समस्या भी सामने आने लगती है। दरअसल, हमारी बॉडी के वेट के चलते बैक फैट्स बढ़ने लगते हैं। एक्सरसाइज़ की मदद से अगर बैक फैट (Back fat) को कम कर लिया जाए, तो बहुत सारी शारीरिक समस्याओं से बचा जा सकता है। जानते हैं वो आसान एक्सरसाइज़ जो पीठ और गर्दन के नज़दीक जमा होने वाले फैट्स से राहत दिला सकती हैं (Exercise for Back fat)।
इस बारे में चीफ मेडिकल एडवाइज़र, न्यूटराबूटी (Nutra booti), डॉ वरूण गुप्ता का कहना है कि बहुत से लोगों में पीठ की चर्बी की समस्या पाई जाती है। इसके लिए कई कारण जिम्मेदार हो सकते है जैसे अनहेल्दी डाइट, एक्सरसाइज की कमी, अनिद्रा, तनाव, अल्कोहल इनटेक और शरीर में पानी कमी भी। पीठ पर फैट ऊपरी, मध्य और निचले हिस्से पर जमा होने लगता है। हांलाकि पीठ पर जमा होने वाला फैट हमें दिख नहीं पाता है। मगर उसे दूर करने के लिए हमें डाइट से लेकर व्यायाम तक हर चीज़ को नियमित तौर पर अपने रूटीन में शामिल करना चाहिए।
बैक फैट कम करने के लिए मैट पर बैठ जाएं। अब दोनों हाथों को गर्दन के पीछे टिका लें। दोनों हाथों की उ्रगलियों से हथेलियों को पकड़ लें। अब दोनों बाजूओं को अंदर की ओर लाकर दोनों एल्बोज़ को एक दूसरे से टच करें। फिर दोनों एल्बोज़ को बाहर की ओर ले जाएं। इससे पीठ और गर्दन पर जमा अत्यधिक फैट अपने आप दूर होने लगेगा।
इसे करने के लिए मैट पर सीधा लेट जाएं। उसके बाद दोनों हाथों को सिर के नीचे रख लें। दोनों बाजूओं की कोहनियों को मोड़ लें। अब सिर को थोड़ा उपर की ओर उठाएं। इसके बाद दोनों पैरों से साइकलिंग करें। इससे क्रचिंज करें और दोनों पैरों के साथ तालमेल बैठाकर बाजूओं को भी आगे पीछे लेकर जाएं। व्यायाम के दौरान गर्दन को उठाकर रखें।
इस एक्सरसाइज़ को करने के लिए दोनों हाथों से पूरी एनर्जी के साथ केबल को नीचे की ओर पुल करें। इससे बाजूओं की मांसपेशियों में मज़बूती आती है। साथ ही बैक फैट की समस्या हल होने लगती है। इस व्यायाम को करने से बैक फैट के साथ साथ फ्रंट ब्रैस्ट एरिया भी टोन होने लगता है। 12 से 15 बार केबल पुल करने से थाइज में जमा फैटस भी दूर होने लगते हैं।
इसे करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अब दोनों बाजूओं को सीधा कर लें। इसके बाद बाजूओं को सर्कुलर मोशन में उपर से नीचे की ओर लेकर जाएं। इससे आर्म्स में होने वाली स्टिफनैस के अलावा बैक फैट बर्न होने लगता है। साथ ही बाजूओं की एक्सरसाइज़ होती है। इससे शरीर में मज़बूती आती है और आप एक्टिव फील करने लगते हैं।
तनाव बढ़ने से शरीर का वजन भी बढ़ जाता है। ऐसे में बैक फैट भी बढ़ने लगता है। इसे दूर करने के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज करेंं।
खूब पानी पीएं। इससे शरीर में पानी की कमी दूर होने लगती है। इससे शरीर दिनभर एक्टिव रहता है और बार बार गर्मी के कारण होने वाली थकान से बचे रहते हैं।
इसके अलावा डेली रूटीन में कार्डियोवास्कुलर एक्सरसाइज़ जैसे दौड़ना, तैरना, साइकिल चलाना और वॉक करना शामिल करें।
पीठ की चर्बी को कम करने के लिए प्रति सप्ताह 150 मिनट मध्यम तीव्रता वाली एरोबिक एक्टिविटी करें। वहीं 75 मिनट हाई इंटेसिटी वाली एरोबिक गतिविधि का लक्ष्य रखें।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
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