सर्दियां आते ही आपको गर्म और स्वादिष्ट चीजें खाने की इच्छा होने लगती है। यह मौसम शुरू होते ही आपको गरमा गरम पकोड़े और घी से भरे पराठें खाने का मन होता है। कड़कड़ाती ठंड से निपटने के लिए डीप फ्राइड फूड की क्रेविंग स्वाभाविक है। एक तरफ अगर ये खाद्य पदार्थ सर्दियों में आपको गर्मी प्रदान करते हैं, वहीं हाई कैलोरी होने के कारण यह वजन को भी तेजी से बढ़ाते हैं। विशेषज्ञ भी हाई कैलोरी वाले खाद्य पदार्थ के दौरान संयम बरतने का सुझाव देते हैं। अगर आप अनावश्यक वजन बढ़ाने से बचना चाहती हैं, तो जानिए कि इन सर्दियों में आपको किन चीजों की ओवरडोज से बचना है।
सर्दियों में पराठा एक लोकप्रिय नाश्ता बन जाता है। बड़े हो या बच्चे, सभी को पराठे खाना बहुत पसंद होता है। सिर्फ घर पर ही नहीं, आप ऑफिस के बाहर किसी मशहूर पराठे के स्टॉल पर जाकर अपनी इस क्रेविंग को पूरा करते हैं। लंच ब्रेक के समय बड़ी संख्या में लोग इन दुकानों पर अपनी पसंद के पराठे खाते हुए दिखते हैं। आलू, गोभी से लेकर पनीर पराठा आपके मुंह में पानी लाने के लिए काफी हैं।
हालांकि, पराठा प्रेमियों को अब सावधान होने की जरूरत है। कई डायटिशियन और हृदय रोग विशेषज्ञों का कहना है कि यह भले ही स्वादिष्ट और मुंह में पानी लाने वाला व्यंजन हो, लेकिन यह आपके वजन को बहुत तेजी से बढ़ाता है। इतना ही नहीं स्वस्थ हृदय और मक्खन वाले पराठे एक साथ नहीं हो सकते! इसका कारण मैदा और इसमें इस्तेमाल होने वाला तेल है। यह दो मुख्य सामग्री आपकी सेहत पर कहर बरपा सकती हैं।
चाहे कोहरे भरी शाम हो या कोई विंटर पार्टी, स्वादिष्ट पकौड़े के बिना उत्सव अधूरा होता है। कुरकुरे और गरमा गरम पकौड़ों के साथ चटपटी चटनी के प्रति प्यार शब्दों के परे है। लेकिन, क्या आपको पता है कि पकौड़े की एक सर्विंग में आप कम से कम 350 कैलोरी होती हैं।
इतनी कैलोरी को बर्न करने के लिए आपको 30 मिनट तक कोई इंटेंसिटी वर्कआउट करने की आवश्यकता पड़ेगी। पकोड़े की गिनती जंक फूड में की जाती है और ये वजन बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कारण बन सकता है। विभिन्न सब्जियों और चिकन को बेसन में डुबोकर दीप फ्राई हुआ यह व्यंजन आपको स्वादिष्ट लग सकता है। लेकिन इसे खाने से आपके हेल्दी डाइट को नुकसान होता है।
सर्दियों का मौसम आ गया है और आपको फजी वूलन और हीटर के अलावा कुछ मिठाइयां खाने की भी लालसा होती होगी। सर्दी को वार्मिंग और स्वादिष्ट मिठाइयों से भरने के लिए आपके पास कई विकल्प हैं। भारतीय घरों में कई तरह के हलवे और लड्डू बनाए जाते हैं। इसमें गाजर का हलवा, गोंद के लड्डू, तिल के लड्डू, पंजीरी, आदि जैसे मिठाई बनाने की परंपरा है।
लेकिन अत्यधिक चीनी का सेवन करने से विंटर वेट गेन का जोखिम बढ़ जाता है। ज्यादातर मामलों में शक्कर युक्त खाद्य पदार्थों में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है। यदि आप इनमें से बहुत से मिठाइयों का सेवन नियमित रूप से करते हैं, तो व्यायाम के बावजूद भी आपका वजन बढ़ सकता है। आपका शरीर आमतौर पर मिठाइयों को तेजी से पचाता है, इसलिए आपको बहुत जल्दी भूख लग सकती है। इससे आप पूरे दिन अधिक खाना और हाई कैलोरी इंटेक का शिकार हो सकते है।
मांसाहारी लोगों के लिए सर्दियों का मौसम अधिक फैट के सेवन का कारण बन जाता है। इनमें से चिकन और मीट सबसे लोकप्रिय प्रकार के मांस है। यह न केवल व्यापक रूप से उपलब्ध होते हैं, बल्कि कई विभिन्न तरीकों से भी बनाएं जाते हैं। हालांकि, प्रोटीन का महत्वपूर्ण स्रोत होने के कारण इन्हें हेल्दी माना जाता है। लेकिन इससे बनाएं गए सभी व्यंजन आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद नहीं होते है।
जैसे चिकन नगेट्स, पॉपकॉर्न चिकन, मसालेदार और ऑयली मटन करी और टेंडर चिकन जैसी तली हुई किस्में आमतौर पर अनहेल्दी फैट, कार्ब्स और कैलोरी में अधिक होते हैं। अगर आपने सर्दियों में इन्हे खाना शुरू किया है, तो आपके रुकने का वक्त आ गया है।
इतना ही नहीं अगर आप फ्रोजन और प्रोसेस्ड मीट का सेवन करते हैं, तो यह आपके हृदय के लिए भी हानिकारक है। शोध बताते हैं कि प्रोसेस्ड मीट का सेवन टाइप 2 डायबिटीज और कुछ प्रकार के कैंसर का जोखिम बढ़ाते है। इसमें उच्च मात्रा में सोडियम और प्रिजर्वेटिव होते हैं, रक्तचाप के स्तर को भी प्रभावित करते हैं।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंगर्मियों के महीनों में हाइड्रेटेड रहना आसान लगता है। लेकिन सर्द महीनों में पानी पीना कठिन होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आप कुछ गरम और स्वादिष्ट पीने की इच्छा रखते हैं। चाहे कोहरे भरा दिन हो या बर्फीले तूफानों वाली रात ठंड आपकी हड्डियों तक असर करती है। ऐसे समय में मसालेदार चाय, गरम कॉफी या हॉट चॉकलेट आपके शरीर को गर्म करने में मदद करेगी।
लेकिन आपको पता होगा कि इन सभी बेवरेज में कैफीन की मात्रा अधिक होती है। कैफिन एडिनोसिन के प्रभाव को कम करता है। एडिनोसिन आपके मस्तिष्क में मौजूद एक केमिकल होता है जो आपको अच्छी नींद प्रदान करता है। अगर आप दिन में लगातार कैफ़ीन का सेवन करते हैं, तो आपका स्लीपिंग पैटर्न बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। नींद में हस्तक्षेप होने से वजन बढ़ने का जोखिम हो सकता है। खराब नींद शरीर में उच्च वजन, भूख की वृद्धि और जंक फूड खाने की लालसा को बढ़ाता है।
तो लेडीज, इस सर्दी के मौसम में इन विशेष हाई कैलोरी फूड का परहेज करें और हेल्दी वजन को बनाएं रखें।
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