रात देर तक जगना, फिर सुबह देर से उठना। ब्रेकफासट (Breakfast) से लेकर डिनर तक दिनभर में हम कई ऐसी गलतियां करते हैं, जिनका परिणाम बेहद खतरनाक हो सकता है। जानते हुए भी हम हर रोज़ बिना सुधारे हुए उसी काम को करते चले जाते हैं। फिर चाहे सुबह जल्दी उठना हो, मार्निंग ब्रेकफास्ट हो यां वर्कआउट (Workout) हो। गलत आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर हम डायबिटीज़ (Diabetes), कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) और ब्लड प्रेशर (Blood pressure) की समस्या के शिकार हो सकते हैं। जानते हैं, ऐसी ही अन्य आदतें, जिन्हें नज़रअंदाज़ कर बहुत सी बीमारियों से बचा जा सकता है (mistakes in daily routine diet) ।
दिन की सबसे पहली गलती नाश्ता न करना है। दरअसल, सुबह जल्दी जल्दी उठना, तैयार होना और फिर दौड़ भाग करते हुए ऑफिस पहुंच जाना। इस बीच नाश्ते के लिए 10 से 15 मिनट निकालना मुश्किल लगने लगता है। ऐसे में घर से निकलने से पहले फलों या सब्जियों की स्मूदी तैयार कर लें। जो विटामिनस और मिनरल्स से भरपूर है।
इसके अलावा अगर खाने का समय नहीं हैं, तो नाश्ता करने की जगह कुछ हैंडी भी लेकर जा सकते हैं। जैसे कोई फ्रूट, सैंडविच, परांठा या चीला। दरअसल, ब्रेकफास्ट न करने के कारण दिनभर हमारा एनर्जी लेवल डाउन रहता है। इसके अलावा शरीर में ग्लूकोज़ का स्तर कम होने लगता है। इसके चलते आप दिनभर कंफयूज रहते हैं।
पानी हमारे शरीर को एनर्जी देने का काम करता है। नियमित पानी के सेवन से न केवल वज़न कम होने लगता है बल्कि बॉडी को डिटॉक्स करने का भी काम करता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ स्पोर्टस मेडिसिन की एक स्टडी के हिसाब से डिहाइड्रेशन से बॉडी में स्ट्रेस हॉर्मोन कोर्टिसोल बढ़ने लगता है ऐसे में दिन में दो लीटर पानी पीना बहुत ज़रूरी है दिनभर पानी न पीने के कारण सिरदर्द, पेटदर्द, थकान और चक्कर आने लगते हैं। अगर आप रोज़ाना एक नियमित मात्रा में पानी पीती हैं, तो न केवल डाइजेस्टिव सिस्टम बेहतर बनता है बल्कि आप बहुत सी बीमारियों से दूर रहते हैं।
वर्कआउट हमारी दिनचर्या का एक हिस्सा है। खाना खाने के बाद अक्सर वॉक करना भूल जाते हैं। इससे खाना डाइजेशट नहीं हो पाता है और शरीर कई बीमारियों से घिर जाता है। रोज़ाना एक्सरसाइज से आपकी नींद की क्वालिटी में सुधार आने लगता है। मेडलाइन प्लस के एक रिसर्च के मुताबिक वर्कआउट के दौरान शरीर से कई प्रकार के केमिकल्स रिलीज़ होते हैं। जो हमारे मूड की ठीक करने का काम करते हैं और हमें तनाव रहित रखते हैं। इसके अलावा एक्सरसाइज़ से बॉडी में से प्रोटीन रिलीज होता है। इससे हमारी सोचने, समझले और याद रखने की ताकत बढ़ने लगती है।
दिनभर में अगर आप दो की बजाय तीन कप चाय पी लेती हैं, तो शायद वो उतना नुकसान नहीं करेगी, जितना की हर कप में ज्यादा शुगर एड करने से होता है। शक्कर का प्रभाव स्किन और ब्रेन समेत ओवरऑल बॉडी पर नज़र आता है। ज्यादा शक्कर से हार्ट डिजीज़ और स्वैलिंग की समस्या हो सकती है।
डाइटीशियन डॉ अदिति के मुताबिक मीठे कोला, सोडा या कैंडी खाने से परहेज़ करें। इसको लस्सी और स्मूदीज़ से रिप्लेस कर सकते हैं। वहीं डब्लयू एचओ गाइडलाइंस के मुताबिक बच्चों और बड़ों को खाने में 10 फीसदी शुगर इनटेक को कम करना होगा ताकि वो खुद को हेल्दी रख सकें। इसके अलावा अगर आप 5 फीसदी शुगर अपनी डाइट में पहले पहल घटाते हैं, तो इससे भी आपको कई स्वस्थ्य लाभ प्राप्त होंगे।
अपनी डेली डाइट में फलों को शामिल करना बहुत ज़रूरी है। फलों से न सिर्फ हमारी भूख नियंत्रित रहती है बल्कि इससे मिलने वाला फाइबर शरीर में ग्लूकोज़ के लेवल को कंटोल करता है। इससे कब्ज और पेट दर्द जैसी पेट की समस्याओं से दूर रहते हैं। रिसर्च के मुताबिक गहरे रंग के फलों और सब्जियों में एंटीऑक्सीडेंटस भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
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