हम काम करते हुए थक (Tired) जाते हैं। हमारा शरीर थकान महसूस करने लगता है। इसके कई कारण हो सकते हैं। हमें हमेशा अपने शरीर की सुनना चाहिए और कुछ देर आराम भी करना चाहिए। थकान महसूस करने के कारण हमारा एनर्जी लेवल लो हो जाता है। ऊर्जा को स्वाभाविक रूप से बहाल करने में हमें कुछ योगासन मदद कर सकते हैं। थकान दूर करने में कौन-कौन से योगासन मदद (Yoga to get rid of tiredness) कर सकते हैं, इसके लिए हमने बात की डिवाइन सोल योग के डायरेक्टर और योग थेरेपिस्ट डॉ. अमित खन्ना से।
डॉ अमित खन्ना बताते हैं, ‘शरीर की ज्यादातर तकलीफों को दूर करने में योग मदद कर सकता है। थकान को भी कुछ आसनों की मदद से दूर किया जा सकता है। इन आसनों को सिर्फ सही तरीके से किया जाना जरूरी है।’
शशांक का अर्थ खरगोश होता है। यह न सिर्फ तनाव और थकान दूर करने, बल्कि पेट पर बढ़ी चर्बी को भी दूर करने में सहायक है। यह आसन ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद करने के कारण डायबिटीज के मरीजों के लिए भी लाभदायी है।
यह है शशांकासन करने का सही तरीका
सबसे पहले वज्रासन में बैठ जाएं।
हाथों को घुटनों पर रखें। सांस लेते हुए हाथों को सिर के ऊपर उठायें।
हाथों को धड़ की सीध में रखें तथा सांस धीरे-धीरे छोड़ें।
सामने की ओर झुकें और सिर को जमीन से लगाने की कोशिश करें।
स्वास को रोक कर कुछ देर इस स्थिति में रहें।
धीरे-धीरे स्वास लेते हुए सीधी हो जाएं और पहले की स्थिति में आ जाएं।
इस क्रिया को शुरुआत में कम और फिर बढ़ते हुए 10 बार करने की कोशिश करें।
बच्चों को घुटनों के बल बैठते और आगे झुकते हुए आपने देखा होगा।इसे ही बालासन में दोहराया जाता है।
इस आसन को करने से ब्लड फ्लो सुचारू रूप से हो पाता है। इसे करने पर आपको एहसास होगा कि आपके शरीर की अच्छी तरह मसाज की गई है।
यह है बालासन करने का सही तरीका
वज्रासन में बैठ जाएं।
रीढ़ की हड्डी सीधी रखें।
सांस लें और दोनों हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं।
सांस छोड़ें और कमर के ऊपरी भाग को आगे की ओर झुकाएं।
दोनों हाथों को भी आगे की ओर झुकाएं।
इस स्थिति में कुछ सेकेंड्स रहें और पूर्व स्थिति में आ जाएं।
इसे भी आप 10 बार तक कर सकती हैं।
खाना खाने के तुरंत बाद इस आसन को नहीं करें। कम से कम 5-6 घंटे बाद करें।
सभी आसन करने के बाद किया जाता है शवासन। हालांकि इसे योगासन के पहले या बीच में या फिर किसी भी समय किया जा सकता है। इसमें शरीर को शिथिल यानी स्थिर कर लिया जाता है। इस आसन से मन शांत होता है और थकान दूर होती है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंये है शवासन करने का सही तरीका
पीठ के बल सीधे लेट जाएं।
दोनों हाथों को शरीर से 6 इंच की दूरी पर रखें।
हथेलियों खुली और ऊपर की ओर रखें।
शरीर को ढीला छोड़ दें। पैरों को भी ढीला छोड़ दें।
दोनों पैरों के बीच 1 फीट की दूरी रखें।
आंखें बंद कर लें। शरीर के किसी भी अंग को नहीं हिलाएं।
मन को एक जगह केंद्रित करें।
सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करें।
सिर्फ सांस लेने और छोड़ने पर ध्यान केंद्रित करने पर शरीर और मन दोनों तनावमुक्त होता है और आराम मिलता है।
शवासन से उठना हो तो बाईं करवट लेकर उठ जाएं।
इनके अलावा, मलासन, मकरासन, भ्रामरी और शीतली प्राणायाम भी तनाव मुक्त करने में प्रभावी हैं।
यह भी पढ़ें :- योग निद्रा है अच्छी नींद और बेहतर इम्युनिटी का मंत्र, जानिए कैसे करना है इसका अभ्यास