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कंधों और हाथों पर जमे फैट को हटा देता है सिर्फ 5 मिनट का योगासन

एक्टिविटी कम होने और गलत खानपान के कारण यदि आपके कंधों और हाथों पर चर्बी जमा हो गई है, तो अपनी दिनचर्या में शामिल करें 5 मिनट में संपन्न होने वाले 3 योगासन।
Updated On: 18 Aug 2022, 09:48 pm IST
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arm fat ki charbi ghatayen
एक्टिविटी कम होने के कारण कंधों और बाहों पर फैट जमा हो जाते हैं। इसे योगासन से खत्म किया जा सकता है। चित्र: शटरस्टॉक

अक्सर हम मोटे होने का मतलब पेट पर जमी चर्बी से लगाते हैं, जिसे बेली फैट भी कहा जाता है। इसे कम करने के अलग-अलग योगासन और कुछ दूसरी तरह के प्रयास भी करते रहते हैं। पेट के अलावा शरीर के कुछ और हिस्से भी हैं, जहां फैट ज्यादा जमते हैं। कंधे, हाथ, कमर, पैर, हिप्स और जांघ शरीर के ऐसे हिस्से हैं, जहां फैट अधिक जमता है। इन पर जमे फैट को कम करने के लिए हम कुछ अलग से नहीं करते हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि किसी भी अंग की सक्रियता कम होने पर वहां फैट जमने लगता है। कंधे और हाथों पर जमे फैट को कम करने के लिए कौन-सी एक्सरसाइज कारगर हो सकती है, इसके लिए हमने बात की डिवाइन सोल योग के फाउंडर डॉ. दीपक मित्तल से।

एक्टिविटी कम होने और गलत खानपान से बढ़ती है कंधों और हाथों पर चर्बी

डॉ. दीपक मित्तल कहते हैं, ‘हर छोटे-बड़े कार्य के लिए हमें व्यापक रूप से हाथ और यहां तक कि कंधे को भी मोशन में लाना पड़ता है। विडंबना है कि मशीनों से काम लेने और खराब लाइफ स्टाइल के कारण हम अपने कंधों को फ्लैप भी नहीं कर पाते हैं। एक्टिविटी कम होने के साथ-साथ वाटर रिटेंशन और गलत खान-पान के कारण हमारे कंधों और हाथों पर चर्बी जमने लगती है।’

वे आगे बताते हैं,  ‘यदि गौर करें, तो पाएंगे कि मसल्स को टोन करने वाले योगासनों की कमी के कारण भी ऐसा होता है। कंधों और हाथों पर जमे फैट को कम करने के लिए अपनी दिनचर्या में हमें योग को शामिल करना होगा। मसल्स टोन होने पर मेटाबॉलिज्म भी तेज हो पाता है। योग मुद्राएं पॉश्चर में सुधार और अपर बॉडी को भी मजबूत करने में मदद करती हैं।’

डॉ. दीपक मित्तल कंधों और हाथों पर जमी चर्बी से छुटकारा पाने के लिए बता रहे हैं 3 योग आसन, जिन्हें नियमित रूप से 5 मिनट के लिए करना चाहिए।

  1. पूर्वोत्तानासन (Upward plank pose)

अपवार्ड प्लैंक पोज या पूर्वोत्तानासन द्वारा आपके कंधे, हाथ, कलाई और पीठ मजबूत हो पाते हैं। इसके अलावा, यह आपके थायरॉयड ग्रंथियों को एक्टिवेट करता है। साथ ही, आपके पैरों, कूल्हों और पेट को भी फैलाता है।

इसे करने की विधि

शुरुआत में अपनी पीठ को सीधा रखें और अपने पैरों को अपने सामने फैलाकर बैठ जाएं।

अपनी दोनों हथेलियों को नीचे की ओर करके जमीन पर रखें।

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वजन को सपोर्ट करते हुए बॉडी को लिफ्ट करें। अपने हाथों को ऊपर उठाएं। पीठ को सीधा रखें और पैरों को मजबूती से जमीन से लगाए रखें।

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कंधों पर जमी चर्बी को कम करता है प्लैंक पोज। चित्र:शटरस्टॉक

अपनी प्रारंभिक स्थिति में लौटने से पहले कुछ मिनट तक इस स्थिति में रहें।

  1. काकासन (Crow Pose)

क्रो पोज को बकासन के रूप में भी जाना जाता है। यह कलाई, अग्रभाग और बाहों को मजबूत करने का बेहतरीन आसन है। यह आपके शरीर के को-ऑर्डिनेशन को मजबूत करता है। यह पेट को टोन करता है।

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इसे करने की विधि

इसे शुरू करने के लिए अपने हाथों को अपनी-अपनी साइड की तरफ रखें।

पैरों को कंधे से अलग करते हुए सीधे खड़े हो जाएं।

अब बैठने की स्थिति में आ जाएं।

आगे की ओर झुकते हुए आपके हाथ आपके सामने फर्श पर होने चाहिए।

Kakasan ke lagatar abhyaas se aankho ki roshni badhti hai
काकासन से कंधों और हाथों पर जमी चर्बी कम होती है।चित्र:शटरस्टॉक

हथेलियों को जमीन में दबाते हुए अपने पैरों को जमीन से ऊपर उठाएं। थोड़ी देर के लिए सीधे देखते हुए अपने पैरों को वापस जमीन पर रखें।

  1. चतुरंग दंडासन (Four-Limbed Staff Pose)

चतुरंग दंडासन या फोर लिम्ब्ड स्टाफ पोज के रूप में जाना जाने वाला यह आसन बाहों को मजबूत करेगा और कंधों-हाथों की चर्बी को भी कम करेगा।

इसे करने की विधि

अपने हाथों से सीधे अपने कंधों के नीचे और सीधी पीठ के साथ पलैंक पोश्चर के साथ शुरुआत करें।

अब स्क्वाट करें और अपनी कोहनियों को थोड़ा मोड़ें।

पेट खींचते समय आपका शरीर फर्श की ओर नीचे होना चाहिए।

बस जमीन के ऊपर फ्लोट करें और अपने शुरुआती स्थान पर लौट आएं।

यह भी पढ़ें:-बिगिनर्स हैं तो इन 5 योगासनों से करें अपनी योगा क्लास की शुरुआत 

डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
स्मिता सिंह
स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।

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