इंटिमेट रिलेशन और हेल्दी सेक्सुअल लाइफ के लिए एक-दूसरे का साथ मिलना जरूरी है। वक्त की कमी के कारण एक-दूसरे का साथ नहीं मिल पाता है। यदि एक्सरसाइज एक साथ की जाए, तो इससे दो फायदे मिलेंगे। मिलकर एक्सरसाइज करने से एक-दूसरे का साथ मिल पायेगा और सेक्सुअल लाइफ भी बूस्ट अप (exercising with partner boost sex life) हो जाएगी।
एक साथ एक्सरसाइज करने के लिए कुछ जरूरी बातों पर भी ध्यान देना होगा। इसके लिए एक समय पर दोनों लोग का उपस्थित रहना जरूरी है। एक-दूसरे के प्रति प्रतिबद्धता बनाए रखना भी जरूरी है। यदि एक दूसरे के समय की उपयोगिता का ख्याल रखना शुरू हो जाए, तो पुराने रिश्ते भी नये जितने मजेदार हो जाएं।
सेक्सुअल मेडिसिन रिव्यु जर्नल के अध्ययन में शोधकर्ता एमीलिया एम स्टेनटोन ने महिलाओं में सेक्सुअल परफोर्मेंस पर कुछ समय के लिए और लंबे समय के लिए की गई एक्सरसाइज का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभाव का आकलन किया।
एमीलिया के अनुसार, एक्सरसाइज का सीधा प्रभाव मेटाबोलिज्म रेट, मसल्स एक्टिविटी सक्रियता और ब्लड फ्लो पर पड़ता है। यदि लंबे समय तक नियमित रूप से एक्सरसाइज की जाती है, तो शारीरिक प्रदर्शन में भी सुधार होता है।
सामान्य तौर पर यह शारीरिक और मनोवैज्ञानिक दोनों तरह के स्वास्थ्य में सुधार करता है। सेक्सुअल परफोर्मेंस शारीरिक और मनोवैज्ञानिक दोनों तरह के स्वास्थ्य में आता है। यदि पार्टनर के साथ वर्कआउट किया जाता है, तो इससे मानसिक स्वास्थ्य बूस्ट (exercise with partner boost mental health) होता है और सेक्सुअल परफोर्मेंस (exercise with partner boost sexual performance) भी बेहतर होती है। हालांकि इस दिशा में और अधिक शोध की जरूरत है। पर यह तो प्रमाणित हो चुका है कि पार्टनर के साथ क्वालिटी टाइम बिताने पर रिश्ते मजबूत होते हैं।
सेक्सुअल मेडिसिन रिव्यु जर्नल के अध्ययन के अनुसार, जो पार्टनर एक साथ वेट कंट्रोल का लक्ष्य बनाते हैं, तो वे अधिक मुश्तैदी से इस दिशा में काम कर पाते हैं। यदि एक पार्टनर वर्कआउट से ऊब या थक जाता है, तो दूसरा उसे करने के लिए प्रेरित करता है। एक्सरसाइज जैसी फिजिकल एक्टिविटी साथ करने पर रिश्तों में प्यार और संतुष्टि दोनों की भावना महसूस होने की संभावना अधिक होती है।
शी माइंड जर्नल के अध्ययन बताते हैं कि कई बार शुरुआत में हम कोई वर्कआउट करने में सक्षम नहीं हो पाते हैं। ऐसी स्थिति में पार्टनर यदि प्रोत्साहित करने के लिए कोई बात कहे, तो चुनौतियों से निपटने में बल बल मिलता है। जिम जैसे नियंत्रित जगह में भी एक-दूसरे की खूबी और खामी का पता चलता है। इससे विश्वास और एक-दूसरे के प्रति प्रेम की भावना पनपती है। इमोशनल हेल्थ बिल्ड अप होने का सीधा प्रभाव सेक्सुअल लाइफ पर भी पड़ता है। प्रेम और विश्वास का सीधा असर सेक्सुअल डिजायर और लिबिडो पर पड़ता है।
हॉर्मोन एंड बिहेवियर जर्नल में प्रकाशित स्टडी निष्कर्ष के अनुसार, पार्टनर यदि साथ एक्सरसाइज करते हैं, तो खुश महसूस करते हैं। इसके कारण हॉर्मोन रिलीज होते हैं, जो तनाव मुक्त करते हैं। डोपामाइन हॉर्मोन उनमें से एक है। जिम में एक साथ पसीना बहाने और सफलतापूर्वक एक्सरसाइज करने से एंडोर्फिन रिलीज होता है। यह हॉर्मोन एक-दूसरे को करीब लाता है। दोनों एक-दूसरे को अलग-अलग स्तर जैसे कि शारीरिक स्तर और भावनात्मक स्तर दोनों तरह से जान पाते हैं। इस प्रक्रिया का सेक्सुअल लाइफ पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
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