बड़े-बड़े फिटनेस फ्रीक से लेकर सभी फिटनेस ट्रेनर वर्कआउट शुरू करने से पहले प्री वर्कआउट सप्लीमेंट्स लेने की सलाह देते हैं। क्या आप वर्कआउट करने से पहले प्री वर्कआउट सप्लीमेंट्स या मील लेती हैं? यदि नहीं, तो हो सकता है आपको असल आउटपुट नहीं मिल रहा हो! वर्कआउट से पहले प्री वर्कआउट सप्लीमेंट (pre workout supplements) या मील लेना बहुत जरुरी है, क्योंकि इसके कई फायदे हो सकते हैं। अब आप सोच रही होंगी की प्री वर्कआउट सप्लीमेंट्स क्या है और और इसके क्या फायदे हैं (benefits of pre workout supplements)?
आपके सवाल को अधिक गंभीरता से समझने के लिए हेल्थ शॉट्स ने यश फिटनेस के फाउंडर, सेलिब्रिटी कोच और इंटरनेशनल सर्टिफाइड पर्सनल ट्रेनर और न्यूट्रीशनिस्ट यश अग्रवाल से सलाह ली। उन्होंने प्री वर्कआउट सप्लीमेंट्स के कई खास फायदे बताएं हैं, तो चलिए जानते हैं वर्कआउट शुरू करने से पहले प्री वर्कआउट के फायदे (benefits of pre workout supplements।
प्री-वर्कआउट सप्लीमेंट्स की एक श्रेणी को संदर्भित करता है जिसे व्यायाम से पहले एथलेटिक परफॉर्मेंस और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने के लिए किया जाता है। ये सप्लीमेंट आमतौर पर पाउडर, कैप्सूल या ड्रिंक के रूप में आते हैं और इनमें आमतौर पर ऐसे तत्व होते हैं, जो वर्कआउट के दौरान ऊर्जा, धीरज, फोकस और समग्र शारीरिक प्रदर्शन को बढ़ाते हैं। बहुत से लोग प्री वर्कआउट के रूप में सप्लीमेंट्स की जगह ऊर्जा और ताकत बढ़ने वाले खाद्य पदार्थ भी लेते हैं।
1) कैफीन: ऊर्जा, फोकस और सतर्कता को बढ़ता है।
2) बीटा-अलैनिन: लैक्टिक एसिड बिल्डअप को बफर करके मांसपेशियों की थकान को कम करता है और धीरज एवं सहनशक्ति को बढ़ाता है।
3) क्रिएटिन: ताकत और शक्ति उत्पादन को बढ़ाता है, मांसपेशियों की वृद्धि का समर्थन करता है, और हाई इंटेंसिटी वर्कआउट को सपोर्ट करता है।
4) BCAAs (ब्रांच्ड-चेन एमिनो एसिड): एक्सरसाइज के दौरान मसल्स ब्रेकडाउन को कम करने और मांसपेशियों की रिकवरी का समर्थन करने में मदद करते हैं।
5) नाइट्रिक ऑक्साइड प्रीकर्सर (जैसे, एल-आर्जिनिन, सिट्रूलिन मैलेट): रक्त प्रवाह को बढ़ावा देते हैं, मांसपेशियों को ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाते हैं, पंप में सुधार करते हैं और थकान को कम करते हैं।
6) टायरोसिन: हाई इंटेंसिटी एक्टिविटीज के दौरान संज्ञानात्मक प्रदर्शन और फ़ोकस का समर्थन करता है।
7) इलेक्ट्रोलाइट्स: हाइड्रेशन के स्तर को बनाए रखने के साथ ही मांसपेशियों के ऐंठन को रोकने में मदद करते हैं।
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बीएमआई चेक करेंकैफीन और अन्य उत्तेजक पदार्थ एक्सरसाइज से पहले ऊर्जा शक्ति को बढ़ा देते हैं, जिससे की आप बिना थके ज्यादा देर तक शारीरिक गतिविधियों में भाग ले पाती हैं।
प्री-वर्कआउट सप्लीमेंट्स में ऐसे तत्व होते हैं, जो संज्ञानात्मक कार्य को बढ़ावा देते हैं, जैसे कि कैफीन और टायरोसिन। वहीं व्यायाम के दौरान बेहतर फ़ोकस, बेहतर तकनीक और प्रदर्शन को बढ़ावा देते हैं, जिससे आपको अपने एक्सरसाइज सेशन से अधिकतम लाभ उठाने में मदद मिलती है।
प्री वर्कआउट सप्लीमेंट में मौजूद बीटा-एलानिन जैसे तत्व हाइ इंटेंसिटी वर्कआउट को लंबे समय तक करने की क्षमता को बढ़ाते हैं। वहीं थकान को कम करते हुए, शारीरिक शक्ति एवं क्षमता को बढ़ा देते हैं, खासकर लंबी दूरी की दौड़ या साइकिल चलाने जैसी गतिविधियों के दौरान।
नाइट्रिक ऑक्साइड बूस्टर (जैसे सिट्रूलिन मैलेट) ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करते हैं, जो मांसपेशियों तक पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व एवं ऑक्सीजन पहुंचाता है। इससे मांसपेशियों में बेहतर “पंप” होता है और ऑक्सीजन की उपलब्धता में सुधार करके समग्र वर्कआउट प्रदर्शन में सहायता मिल सकती है।
प्री-वर्कआउट में मौजूद अमीनो एसिड (जैसे BCAA) प्रोटीन ब्रेकडॉवन को धीमा कर देते हैं और व्यायाम के दौरान मांसपेशियों को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। वहीं एक्सरसाइज के बाद मांसपेशियों की रिकवरी को भी बढ़ावा देते हैं, जिससे दर्द और चोट लगने का जोखिम कम हो जाता है।
इलेक्ट्रोलाइट्स (जैसे, सोडियम, पोटेशियम) के साथ प्री-वर्कआउट उचित हाइड्रेशन स्तर बनाए रखने में मदद करते हैं, जो मांसपेशियों के कार्य और ऐंठन को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है। यह सुनिश्चित करता है कि आप व्यायाम के दौरान हाइड्रेटेड रहें, खासकर गर्म या ह्यूमिड वातावरण में।
1) उत्तेजक पदार्थों के प्रति सहनशीलता: यदि आप कैफीन के प्रति संवेदनशील हैं, तो घबराहट या अनिद्रा से बचने के लिए कम या बिना उत्तेजक सामग्री वाला प्री-वर्कआउट चुनना महत्वपूर्ण है।
2) उचित खुराक: मतली, सिरदर्द या तेज़ हार्ट बीट जैसे संभावित दुष्प्रभावों से बचने के लिए हमेशा खुराक संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
3) व्यक्तिगत प्रतिक्रिया: अलग-अलग लोग सप्लीमेंट्स में मौजूद सामग्री के प्रति अलग-अलग प्रतिक्रिया दे सकते हैं। शरीर के लिए सटीक प्री-वर्कआउट फ़ॉर्मूला ढूंढने के लिए शरीर पर सप्लीमेंट्स का ट्रायल जरुरी है।
4) हाइड्रेशन: कई प्री-वर्कआउट बॉडी को डिहाइड्रेट कर सकते हैं, इसलिए उनका उपयोग करते समय पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरुरी है।
केला एक बेहतरीन नाश्ता है, इसमें आसानी से पचने वाले कार्ब्स, प्राकृतिक शर्करा और पोटैशियम होते हैं। इनका सेवन शरीर को फ़ौरन ऊर्जा प्रदान करते हैं और एक्सरसाइज के दौरान मांसपेशियों के ऐंठन को रोकते हैं।
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ओट्स काम्प्लेक्स कार्ब्स, फाइबर और आवश्यक विटामिन का एक बेहतरीन स्रोत है। ये हमें लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करते हैं, और संतुष्ट रखते हैं वहीं रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर रखने में मदद करते हैं। ओट्स में एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स पाए जाते हैं, जो हमें स्वस्थ रखते हैं।
पनीर एक लोकप्रिय डेयरी उत्पाद है, जो प्रोटीन का एक आदर्श स्रोत है। लो फैट वाले पनीर में अधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, साथ ही फैट की बहुत कम मात्रा मौजूद होती है, जो हमारी मांसपेशियों की मरम्मत और विकास में मदद करते हैं। इसमें अमीनो एसिड होते हैं, जो नई मांसपेशियों के ऊतकों के निर्माण का समर्थन करते हैं, जिससे यह मांसपेशियों के निर्माण में मदद करते हैं।
ग्रीक योगर्ट प्री-वर्कआउट स्नैक के लिए कार्ब्स और प्रोटीन का एक अच्छा संयोजन है। कार्ब्स हमें ऊर्जा देते हैं, और प्रोटीन मांसपेशियों की मरम्मत और रिकवरी में मदद करता है। ग्रीक योगर्ट में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो पाचन में सहायता करते हैं और हमारे पेट को स्वस्थ रखते हैं।
नट्स आवश्यक पोषक तत्वों का एक समृद्ध स्रोत है, जिनमें हेल्दी फैट, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स की गुणवत्ता शामिल हैं। वे निरंतर ऊर्जा प्रदान करते हैं, और आपको लंबे समय तक सक्रीय रहने में मदद करते हैं।
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