High Heels : दिन भर हाई हील पहनती हैं, तो इन 5 रिलैक्सिंग एक्सरसाइज से दें पैरों को आराम

कभी पसंद से, तो कभी मजबूरी में, बहुत सारी लड़कियां दिन के आठ से दस घंटे हाई हील पहनकर रहती हैं। अगर आप इन्हें पहनना नहीं छोड़ सकतीं, तो अपने पैरों को आराम देने के लिए कुछ रिलैक्सिंग एक्सरसाइज जरूर करें।
यदि हाई हील पहनना चाहती हैं, तो रोज कुछ एक्सरसाइज को अपनी फिटनेस रेजीम में शामिल कर लें। चित्र : एडोबी स्टॉक
Updated On: 23 Oct 2023, 09:21 am IST
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हर समय में हाई हील फैशन में रहता है। ऊंची एड़ी के जूते आरामदायक नहीं हो सकते हैं। पर कभी कभी हाई हील पहनना आपकी जरूरत भी बन जाता है। संभव है कि लंबे समय तक हील पहनने के कारण चलने का तरीका प्रभावित हो जाए। इससे हील पेन, एंकल पेन, बैक पेन भी हो सकता है। यदि हाई हील पहनना चाहती हैं, तो रोज कुछ एक्सरसाइज को अपनी फिटनेस रेजीम में शामिल कर लें। यहां एक्सपर्ट बता रहे हैं कि लंबे समय तक हील पहनने के बाद कौन-कौन सी एक्सरसाइज की जानी (Relaxing exercises for feet) चाहिए।

हाई हील्स के कारण हो सकती हैं कई जॉइंट समस्याएं (joint pain) 

पूरे दिन या लंबे समय तक ऊंची एड़ी के जूते पहनने से शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर तनाव और दबाव बढ़ जाता है। यह अतिरिक्त तनाव न केवल घुटनों, बल्कि कूल्हों, पीठ के निचले हिस्से और एच्लीस टेंडन (Achilles tendon) को भी प्रभावित कर सकता है। यदि आप हर दिन ऊंची एड़ी के जूते (high heels) पहनती हैं, तो समय के साथ पैर की अंगुलियों का शेप बिगड़ सकता है।

आर्थराइटिस होने की संभावना (arthritis) 

अंगूठा हथौड़े (hammertoes) या पंजे की तरह (claw toes), गोखरू (bunions) कॉर्न्स(corns), कॉलस(calluses ) और खराब नाखून (ingrown toenails) का कारण बन सकते हैं। बदली हुई स्थिति और चाल के कारण जोड़ों पर अत्यधिक या असामान्य तनाव से गठिया (arthritis) भी हो सकता है।

क्लोज्ड हील के मुकाबले ओपन टू हील है ज्यादा बेहतर (open heel better than closed heel) 

ओर्थोपेडिक सर्जन और स्पोर्ट्स मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. मनन वोहरा अपने इन्स्टाग्राम पोस्ट में बताते हैं, ‘ जॉइंट पेन से बचने का सबसे अच्छा उपाय है कि हील्स पहनना बंद कर दें। फिर भी यदि आप हील पहनना चाहती हैं, तो हाई हील वेअर का चुनाव करते समय कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है। सबसे पहले तो यह जान लें कि क्लोज्ड हील के मुकाबले ओपन टू हील बढ़िया होता है। क्लोज्ड हील में अंगूठे और उंगलियां एक दूसरे से बहुत अधिक चिपके रहते हैं। इससे उंगलियों के साथ-साथ आगे के भाग के जॉइंट (front part joint) पर बहुत अधिक जोर पड़ता है। इसलिए पेडिक्योर कराएं और ओपन हील पहनें।

स्टिलेटोस (stilettos) से अच्छा है ब्लॉक हील्स (Block heels) । ब्लॉक हील्स से अच्छा है वेजेज। इससे पूरे शरीर का भार एक जगह नहीं पड़ता है। यह हील से अंगूठे की ओर फ़ैल जाता है। शॉर्ट हील्स पहनें। 2 इंच या उससे कम ऊंचाई की हील पहनने पर जॉइंट पर असर नहीं पड़ता है।

डॉ. वोहरा की बताई ये 5 एक्सरसाइज होंगी आपके पैरों को आराम देने में मददगार (Relaxing exercises for feet)

जिस दिन आप पूरे दिन हील पहनती हैं, तो उस दिन घर आकर ये एक्सरसाइज करना नहीं भूलें।

 

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1 बॉल रिलीज करने वाली एक्सरसाइज(Foot muscles-Ball release)

तलवे के नीचे एक बॉल रखें। दर्द दूर करने के लिए बॉल को धीरे-धीरे पैर के नीचे 20 बार रोल करें।

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तलवे के नीचे बॉल को आगे-पीछे करने से फीट की एक्सरसाइज होती है। चित्र : एडोबी स्टॉक

2 पैर का अंगूठा फैलाना (Toe spreading with fingers interlaced)

कुर्सी पर बैठ जाएं। एड़ी को स्थिर रखें। उंगलियों को पैर की उंगलियों में अच्छी तरह डाल लें। 10-15 बार क्लॉक वाइज और एंटी क्लॉक वाइज़ घुमाएं। फिर ऊपर और नीचे की ओर अंगूठे और उंगलियों को घुमाएं।

3 अंगूठे को अलग करने वाली एक्सरसाइज (Toe spacers)

किसी कुर्सी पर बैठ जाएं। पैर की उंगलियों और अंगूठे को अलग करें। अलग करने के लिए उंगलियों और अंगूठे के बीच एक शॉक्स इस तरह फंसायें कि वह टो स्पेसर के रूप में काम करे

4 पैर की अंगुली का विस्तार (Toe extension)

बैठ जाएं और पैर की उंगलियों और अंगूठे को विपरीत दिशा में फैलाएं। प्रत्येक पैर में 2 सेट में 10 बार ऐसा करें। दोनों पैरों की उंगलियों और अंगूठे को आगे-पीछे, दांयें-बाएं करते हुए फैलाएं

tingling in hands and feet
दोनों पैरों की उंगलियों और अंगूठे को आगे-पीछे करें। चित्र शटरस्टॉक।

5 वैकल्पिक एड़ी उठाना (Alternate heel raises)

दीवार को पकड़ कर खड़ी हो जाएं। बारी-बारी से प्रत्येक एड़ी को ऊपर–नीचे करें।

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लेखक के बारे में
स्मिता सिंह
स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।

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