अगर आप एक मोटीवेटेड प्रेक्टिशनर हैं तो आपने विन्यास योग के बारे में ज़रूर सुना होगा लेकिन, क्या आपको पता है कि यह क्या है?
विन्यास योग या फ्लो योग अष्टांग, हठ योग की तरह एक निश्चित प्रकार का योग है। विन्यास शब्द का अर्थ है, एक निश्चित तरीके से जगह बनाना। इसका उपयोग उन सभी मूवमेंट्स का वर्णन करने के लिए किया जाता है, जो आपकी सांस से जुड़ी हुई हैं। इसमें योग मुद्राओं के स्थिर प्रवाह होते हैं, जब आप एक मुद्रा से दूसरे में जाती हैं।
इसका उद्देश्य आपके शरीर को मजबूत और टोनिंग करते हुए अपने दिमाग को शांत करना और अपना ध्यान केंद्रित करना है। यह विशेष योगा पोज़ का एक सेट है, जो सांस पर नियंत्रण के साथ फ्लो में किया जाता है और आपको शक्ति, लचीलापन और एकाग्रता प्रदान करता है।
योग मुद्राओं का यह सेट सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया से जुड़ा हुआ है।
निर्देश: आपको प्लैंक से शुरू करना है। अब गहरी सांस लें और सांस छोड़ते हुए चतुरंग में शिफ्ट हो जाएं। जब आप चतुरंग से ऊपर की ओर जाएं तो डॉग फ्लो में आ जाएं।
लाभ: पोज़ के बीच की गति आपकी सांस लेने, संतुलन और मुद्रा को बेहतर बनाती है। यह सब आपकी रीढ़, भुजाओं और कलाई को मजबूत बनाने का भी काम करता है। इसके अलावा, यह तनाव और थकान को दूर करने में मदद करता है।
विन्यास योग मूवमेंट्स का एक गतिशील संयोजन बनाता है, जो आपकी प्रतिरक्षा और समग्र स्वास्थ्य कल्याण में सुधार करने में मदद करता है।
निर्देश: एक गहरी सांस लें और downward-facing dog मुद्रा में आएं। अब, अपनी दाहिनी एड़ी को ऊपर उठाते हुए अपने बाएं पैर को दबाएं और क्योंकि यह one-legged dog के पोज़ को करने के लिए किया जा सकता है। अब श्वास लें और सांस छोड़ते हुए अपने निचले घुटने को अपनी नाक से स्पर्श करें।
लाभ: यह क्रम आपके कोर क्षेत्र को टोन करता है और आपकी हड्डियों को मजबूत करता है। यह आपकी पीठ और पैरों पर काम करता है। यह क्रम आपके दिमाग को शांत करने, तनाव को कम करने और आत्मविश्वास विकसित करने में भी मदद करता है।
यह विन्यास योग का सबसे सरल क्रम है। यह आपकी बॉडी को आराम दिलाता है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंनिर्देश: श्वास लें और बाल मुद्रा में प्रवेश करके शुरू करें। अब सांस छोड़ते हुए कैट पोज़ में जाएं। अपने श्वास पैटर्न को ध्यान में रखते हुए काऊ पोज़ भी करें ।
लाभ: ये सभी पोज़ पीठ, कंधे और छाती में तनाव को कम करते हैं। यह क्रम पीठ दर्द के लिए आदर्श है। साथ ही, यह तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है।
यह एक मिनी-सीक्वेंस है, जो चेयर पोज को जोड़ती है और कूल्हों और हैमस्ट्रिंग के लिए आगे की ओर झुकती है।
निर्देश: सीधे खड़े हों और श्वास लें। कुर्सी पर आकर, अपने घुटनों को मोड़ते हुए सांस छोड़ें। अब श्वास लें और अपनी सांस को बाहर निकालते हुए आगे की ओर झुकें। सांस लेते समय, खड़े होने की स्थिति में आए और सांस छोड़ें। फिर से यही सेट दोहराएं।
लाभ: यह हैमस्ट्रिंग कूल्हों को फैलाने में मदद करता है। इसके साथ ही, यह आपकी जांघों, घुटनों और पीठ को मजबूत करता है।
अभ्यास कीजिए और पता लगाइए कि आपके लिए कौन सा ज्यादा फायदेमंद है।
यह भी पढ़ें – मैंने इन 10 एक्सरसाइज के साथ की स्किपिंग और केवल 10 दिनों में 2 किलो वजन कम किया