इस बदलते मौसम में डैंड्रफ की समस्या भी काफी तेजी से बढ़ने लगती है। डैंड्रफ की बढ़ती समस्या बालों से जुड़ी कई अन्य समस्याओं को जन्म दे सकती है, जैसे कि हेयर फॉल, स्कैल्प इन्फेक्शन, स्कैल्प इचिंग इत्यादि। मौसमी बदलाव के साथ डैंड्रफ की समस्या और भी बढ़ने लगती है। डैंड्रफ से छुटकारा पाने के लिए आपने आब तक कई होम रेमेडीज ट्राई की होंगी। पर क्या आप जानती हैं कि योगासन भी आपको इस समस्या से छुटकारा दिला सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही प्रभावी योगासनों (Yoga for dandruff) के बारे में।
भारतीय योगा गुरु, योगा इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर और टीवी की जानी-मानी हस्ती डॉक्टर हंसाजी योगेंद्र ने डैंड्रफ के कारण एवं प्राकृतिक रूप से इससे निजात पाने के तरीकों के बारे में कुछ अहम जानकारी देने की कोशिश की है। तो चलिए जानते हैं, डैंड्रफ होने के मूल कारण और इससे निजात पाने के कुछ प्रभावी तरीके।
1. डैंड्रफ होने का एक सबसे बड़ा कारण ऑयली स्कैल्प हो सकता है।
2. यदि किसी का स्कैल्प ऑयली है तो वह बालों पर जरूरत से ज्यादा शैंपू का इस्तेमाल करते हैं। जो इस समस्या से छुटकारा दिलाने की जगह, बालों एवं स्कैल्प को और ज्यादा प्रभावित करता है। साथ ही डैंड्रफ को भी जन्म दे सकता है।
3. जरूरत से ज्यादा टेंशन और स्ट्रेस बालों की सेहत को प्रभावित करता है। जिस वजह से भी डैंड्रफ की समस्या हो सकती हैं।
4. बदलता मौसम भी इसका कारण होता है।
5. स्कैल्प से ज्यादा पसीना आने से भी डैंड्रफ की समस्या हो सकती है।
बिजी लाइफ और बदलते मौसम के कारण जब आप अपने बालों की सफाई पर ठीक तरह से ध्यान नहीं दे पाती, तब स्कैल्प पर एक सूखी सफेद परत जमने लगती है। जो बाद में रूसी का कारण बनती है।
हंसा जी योगेंद्र के अनुसार सबसे पहले बालों की साफ-सफाई पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है। एक प्रॉपर हाइजीन मेंटेन करना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही कुछ ऐसे योगासन हैं, जो ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ा देते हैं। साथ ही शरीर में ऑक्सीजन लेवल को बनाए रखते हैं। ऐसे मे स्कैल्प हेल्दी रहता है और बालों से जुड़ी समस्या जैसे कि डैंड्रफ होने की संभावना भी बहुत कम होती है। तो चलिए सबसे पहले जानते हैं उन योगासनों के बारे में।
इस आसन में आपको सीधे खड़े हो जाना है और अपने दोनों हाथों को फैलाकर शरीर को कमर के पास से पीछे की ओर जितना हो सके उतना झुकाना है। उसके बाद आगे की ओर झुकते हुए सिर को पूरी तरह नीचे की ओर झुकाएं। कुछ देर इसी स्थिति में बनी रहें। यह आपके मस्तिष्क के ब्लड सर्कुलेशन को काफी ज्यादा बढ़ा देता है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंयह मुद्रा मस्तिष्क के ब्लड सर्कुलेशन को स्वस्थ रखने के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके लिए आपको अपने शरीर को कमर के पास से आगे की ओर झुकाते हुए हाथों से सतह पर टेक लगाकर भी (v) आकार में बनाए रखना है।
सर्वांगासन आपके स्कैल्प, हेड और नेक पर सकारात्मक प्रभाव डालता है और आपके बालों की सेहत को प्राकृतिक रूप से लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करता है। इसे करने के लिए आपको सतह पर सीधा लेट जाना है और अपने हाथों से कमर को सपोर्ट देते हुए पैरों को सीधा ऊपर की ओर उठाना है।
उसके बाद अपने कमर को भी धीरे-धीरे ऊपर उठाने की कोशिश करें इस मुद्रा में कुछ देर बनी रहें फिर सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं।
ध्यान रहे
प्रदूषण और बदलते मौसम में धूल और नमी इकट्ठा होकर स्कैल्प पर जम जाती हैं। वहीं जब आप ओवरबिजी होती हैं, तो इनकी सफाई पर भी ध्यान नहीं दे पातीं। इसलिए अपने बालों को किसी अच्छे, माइल्ड शैंपू से सप्ताह में कम से दो से तीन बार धाेएं। अगर आपकी दिनचर्या में दिन भर बाहर रहना शामिल है, तो धूल से बचाने के लिए बालों को ढक कर रखना फायदेमंद हो सकता है।
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