झुकी पीठ से खराब हो रहा है पोश्चर, तो हर रोज़ करें ये महत्वपूर्ण योगासन
बिजी लाइफस्टाइल की वजह से हम अक्सर हम अपने शरीर पर ठीक तरह से ध्यान नहीं दे पाते हैं। परिणामस्वरूप, शरीर का छोटी-बड़ी शारीरिक समस्याओं की चपेट में आने का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे में योग को एक स्वस्थ विकल्प माना जा सकता है। यह न सिर्फ जीवनशैली में सुधार कर सकता है, बल्कि बीमारियों से दूर रहने में भी सहायता कर सकता है। आपके शरीर स्वस्थ रखने के लिए आज हम एक खास आसन ‘ताड़ासन’ (Mountain Pose) के बारे में बताने जा रहे हैं।
क्या है ताड़ासन
ताड़ासन को खड़े रह कर करने वाले योगासनों की नींव माना जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस योग को करते समय शरीर एकदम सीधा और स्थिर रहता है। ताड़ासन रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ रखने में सहायता कर सकता है, जिससे बाकी आसन करने में आसानी होती है। यह एक बहुत ही सरल योगासन है।
जानिए क्यों आपके लिए फायदेमंद है ताड़ासन
1. डायबिटीज के लिए
योग में ऐसे कई आसन बताए गए हैं, जो डायबिटीज में फायेदमंद हो सकते हैं। इनमें से एक नाम ताड़ासन का भी है। नेशनल सेंटर ऑफ बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन (NCBI) द्वारा प्रकाशित एक शोध में यह बताया गया है कि ताड़ासन ऐसे योगासनों में शामिल है, जो टाइप 2 डायबिटीज को नियंत्रित रखने में सहायता कर सकते हैं। यह आसन ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायता करता है।
2. पोस्चर सुधारने में सहायक
शरीर का पोस्चर (मुद्रा) सुधारने के लिए रीढ़ की हड्डी को सीधा रखना बेहद जरूरी है। ऐसे में, रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ बनाए रखने में ताड़ासन के लाभ देखे जा सकते हैं। इस योगासन को करते समय रीढ़ की हड्डी को बिलकुल सीधा रखा जाता है, जिससे शरीर का पोस्चर बनाए रखने में सहायता मिल सकती है। साथ ही, ताड़ासन रीढ़ को लचीला और शरीर का संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकता है।
यह भी पढ़े- डिलीवरी के बाद बढ़ गया है बैली फैट, तो ये 2 तरीके आएंगे आपके काम
3. घुटने, जांघ और टखनों को मजबूत करता है
योग करना पूरे शरीर के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन कुछ योगासन शरीर के कुछ खास अंगों पर कार्य करते हैं। इसी प्रकार ताड़ासन योग घुटने, जांघ और टखनों पर भी खास तौर से काम करता है।
एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी द्वारा की गयी एक रिसर्च में पाया गया है कि ताड़ासन के फायदे रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने के साथ घुटने, जांघ और टखनों को मजबूत बनाए रखने में भी सहायता कर सकते हैं।
4. पाचन में सहायक
ताड़ासन योग की सहायता से पाचन की परेशानी को दूर करने में मदद मिल सकती है। असल में, शोध में साफ तौर से जिक्र मिलता है कि नियमित रूप से ताड़ासन पेट की गंदगी को बाहर निकालने में सहायता कर सकता है, जिससे पाचन क्रिया में सुधार हो सकता है।
5. पीठ व कूल्हों के दर्द में मददगार
रिसर्च के मुताबिक, ताड़ासन योग का नियमित अभ्यास पीठ के निचले हिस्से में स्पाइनल नर्व में दबाव की वजह से पीठ, कूल्हों और जांघ में होने वाले दर्द से राहत दिलाने में सहायक हो सकता है।
यहां जानिए ताड़ासन करने का सही तरीका
- इस योगासन को करने के लिए समतल स्थान पर सीधे खड़े हो जाएं। दोनों पैर एक सामान होने चाहिए। ध्यान रहे कि पैरों के बीच में अधिक दूरी न हो।
- फिर अपने दोनों हाथों की उंगलियों को फंसाकर सिर के ऊपर ले जाएं। ध्यान रहे कि हथेलियों की दिशा आसमान की ओर होनी चाहिए।
- फिर गहरी सांस लेते हुए शरीर को ऊपर की ओर खींचे। इस स्थिति के दौरान आपके शरीर का भार सिर्फ पंजों पर होना चाहिए।
- कुछ सेकंड इस स्थिति में बने रहने का प्रयास करें और नियमित रूप से सांस लेते रहें।
- फिर सांस छोड़ते हुए प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
- शुरुआत में इस आसन के 3 से 5 चक्र किए जा सकते हैं।
ताड़ासन करते समय बरतें कुछ सावधानियां
- यदि आपको सिर दर्द की शिकायत है, तो ताड़ासन योग न करें।
- अनिद्रा (नींद न आने की परेशानी) से ग्रसित लोगों को ताड़ासन करने से बचना चाहिए।
- लो ब्लड प्रेशर ( Low Blood Pressure) वाले मरीज इस योग को न करें।
यह भी पढ़े- रात में सोने से पहले भी जरूरी है बालों को कंघी करना, जानिए ऐसे ही 8 हेयर ग्रोथ टिप्स