उम्र के साथ शरीर में कई प्रकार के बदलाव महसूस होने लगते है। कभी पैरों में ऐंठन, तो कभी कमर में दर्द। दिनभर काम के बाद शरीर में महसूस होने वाला दर्द हमारी अगली सुबह को भी सुस्त बना देता है। अगर आप दिन का स्वागत चुस्ती और फुर्ती के साथ करना चाहते है, तो इसके लिए आपको अपने रूटीन में योग को शामिल करना ज़रूरी है। आइए जानते हैं, कुछ ऐसे योगासन जो आपकी बॉडी को फिट (5 yoga poses for healthy life) रखने में देंगे आपका साथ।
भुजंगासन उल्टे लेटकर किए जाने वाले ऐसा योग है, जिसमें टांगें नीचे और सिर उपर की ओर उठा होता है। इसे सर्पासन भी कहा जाता है। इस आसन को करने से पेट और पीठ की मांसपेशियों से खिंचाव आता है। इससे शरीर में लचीलापन बढ़ने लगता है, जो दिनभर के कार्यों में मददगार साबित होता है।
सूर्य नमस्कार के 12 आसनों में से 7 वें पायदान पर आने वाले इस योग को करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।
अब पेट के बल उल्टा लेंटे। दोनों हाथों को टांगों के साथ सटा लें। पैरों में फासला न रखें।
आगे से सिर को उपर उठाएं और गर्दन को पीछे की ओर ले जाएं। गर्दन को ज्यादा पीछे ले जाने का प्रयास करें।
अगर पेट में दर्द है, तो इसे करने से बचें। दरअसल, इस आसन में पेट की नसें खिंचने लगती हैं।
इसके अलावा पीठ दर्द या कोई सर्जरी के बाद भी इस आसन को करने से बचें।
गर्दन को ज्यादा पीछे की ओर न धकेलें। इससे गर्दन और कंधे में बल पड़ सकता है।
अधोमुखश्वानासन का नियमित अभ्यास शरीर को स्ट्रांग बनाने का काम करता है। इसे नियमित तौर पर स्ट्रेचिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इससे शरीर में मौजूद दर्द और ऐंठन से छुटकारा मिलता है। दिन की शुरूआत अगर ऐसे योगासन से की जाए, तो आप दिनभर खुद को फिट महसूस करने लगते हैं।
इसे करने के लिए सबसे पहले मैट पर सीधा खड़े हो जाएं।
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बीएमआई चेक करेंअब धीरे धीरे आगे की ओर झुकें और बाजूओं को एकदम सीधा रखें।
इस योगासप को करने के लिए दोनों टांगों के मध्य दूरी होना ज़रूरी है। इसके अलावा हाथ आगे की ओर रखते हुए मैट पर टिका लें
सुबह हो या शाम इसे योगासन को खाना खाने से दो ये तीन घंटे पहले करें।
अगर आप सिरदर्द की समस्या से गुज़र रहे हैं, तो इस योग को न करें।
इसके अलावा गठिया के मरीज़ भी इस योग को करने से बचें।
इस योग को किसी प्रोफेशनल ट्रेनर की देखरेख में ही करें।
लेटकर किए जाने वाले इस आसन को करने से गर्दन और पेट की मांसपेशियों को खिंचाव महसूस होता है, जो स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाने का काम करती हैं। इसके अलावा पीठ भी सीधी होती है और बॉडी पोस्चर सुधरता है। ये एक डांसिग पोज़ है, जो फोकस बढ़ाने का काम करता है।
इसे करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं और आंखें बंद कर लें।
अब दाईं टांग को घुटने से मोड़ लें और दाएं हाथ से टांग को पकड़ें।
वहीं बाई बाजू को आगे की ओर सीधा रखें। इस योगासन को 30 सेकण्ड तक बनाए रखें।
इसे करने से एकाग्रता बढ़ती है।
गर्दन और हाथ को योग के दौरान सीधा रखें।
अगर टांगों या घुटनों में दर्द है, तो इस योग को अवाइड करें।
मन और मस्तिष्क को शांति प्रदान करने के लिए इस योग का इस्तेमाल किया जाता है। दिन की शुरूआत इस योग से करने से आप न सिर्फ चुस्त रहते है बल्कि आत्मीय शांति का अनुभव करते हैं, जो इन दिनों लोगों में कम होती चली जा रही है।
इसे करने क लिए मैट पर सीधा खड़े हो जाएं। इसके बाद एड़ियों को उपर उठाएं।
अब बाजूओं को उपर की ओर ले जाएं और बाजूओं को सीधा करें।
इसके बाद दोनों हाथों को एक दूसरे के साथ कस लें और उपर की ओर खींचें।
अब लंबी सांस खीचे। कुछ सेकण्ड ऐसे रहने के बाद अब धीरे धीरे सांस छोड़ें।
पसलियों में ब्लड फ्लो को बढ़ाने के लिए किए जाने वाले इस आसन को उत्कटासन कहा जाता है। इससे मांसपेशियां में खिंचाव आता है।
इसे करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अब दोनों टांगो को साथ में जोड़ लें।
इसके बाद दोनों हाथों को उपर की ओर खींचे और फिर हथेलियों को नमस्कार की मुद्रा में मिला लें।
अब घुटनों को इतना मोड़ें कि जैसे आप कुर्सी पर बैठे हों।
इस योग के दौरान पीठ को सीधा रखें और आंखें बंद करें।
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