महिलाओं की फिटनेस के बारे में ठीक नहीं हैं ये 3 धारणाएं, जानिए क्या है आपके लिए सही

सबसे पहले, आप इस बात को जान लें कि कार्ब्स आपके दुश्मन नहीं हैं। बहुत से लोग उच्च-कैलोरी के लिए कार्ब्स को दोषी मानते हैं। पिज्जा, मैकरोनी, मफिन और अन्य पेस्ट्री जैसी वस्तुओं का संदर्भ देते हुए।
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आप इस बात को जान लें कि कार्ब्स आपके दुश्मन नहीं हैं। चित्र: शटरस्‍टॉक
संध्या सिंह Published: 3 Aug 2024, 12:07 pm IST
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महिलाओं की फिटनेस के बारे में इतने सारे मिथ और गलत धारणाएं हैं कि गलत जानकारी के कारण आप अपने वर्कआउट से मनचाहा परिणाम नहीं पा सकते। लेकिन सच्चाई यह है कि महिलाओं में अपने नियमित व्यायाम से बेहतरीन चीजें हासिल करने की ताकत और क्षमता होती है। बहुत लंबे समय से महिलाओं पर कैलोरी कम करने, सिर्फ़ वज़न घटाने के लिए व्यायाम करने और किसी भी कीमत पर पतला होने को प्राथमिकता देने का दबाव डाला जाता रहा है। आज जानते है वो धारणाओं जो महिलाओं की फिटनेस के बारे में गलत है।

महिलाओं की फिटनेस के बारे में कुछ मिथक को तोड़ने के लिए और उसके जवाब जानने के लिए हमने बात की लाइफस्टाइल और फिटनेस कोच यश अग्रवाल से। यश अग्रवाल बताते है कि फिटनेस एक स्पेक्ट्रम है, और यहां तक ​​​​कि छोटे कदम भी बड़े परिणाम दे सकते हैं। बस शुरुआत करने से बहुत कुछ हासिल हो सकता है।

पूरे सप्ताह में लगभग 150 मिनट मध्यम-तीव्रता वाले कार्डियो व्यायाम की सलाह दी जाती है। चित्र- अडोबी स्टॉक

महिलाओं के फिटनेस से जुड़े 3 मिथ्स (3 myths about women)

1 मिथ- कार्ब्स आपके दुश्मन हैं

यश अग्रवाल बताते है कि सबसे पहले, आप इस बात को जान लें कि कार्ब्स आपके दुश्मन नहीं हैं। बहुत से लोग उच्च-कैलोरी के लिए कार्ब्स को दोषी मानते हैं। पिज्जा, मैकरोनी, मफिन और अन्य पेस्ट्री जैसी वस्तुओं का संदर्भ देते हुए। जबकि ये सभी खाद्य पदार्थ स्वादिष्ट हैं और सीमित मात्रा में ठीक हैं। आपको सख्त कार्ब्स जरूर लेने चाहिए जो कार्बोहाइड्रेट का प्रकार और बिना एडिड शुगर और प्रीजरवेटिव के ऊर्जा प्रदान करते हैं और रिकवरी का समर्थन करते हैं। सख्त कार्ब्स के कुछ उदाहरण, वे कहती हैं, फल, जूस, अनाज और ब्रेड हैं।

महिला एथलीटों पर किए गए एक शोध में पाया गया कि कम कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम ऊर्जा के कई संकेत दिखा रहा था। कार्ब के सेवन को बढ़ाने से सीधे तौर पर उर्जा को बढ़ाने में मदद मिलती है। यदि आपकी शारीरिक गतिविधि ज्यादा है या काफी हाई कार्डियो ट्रेनिंग करते है, तो आपके कार्ब की ज़रूरतें उससे मेल खाने के लिए बढ़ जाती है। इसलिए प्रोटीन के साथ साथ कार्ब्स लेना भी बहुत जरूरी है।

2 मिथ- स्ट्रेंथ ट्रेनिंग महिलाओं को बल्की बना देती है

आइए इस गलत धारणा से मुक्त हो जाएं कि स्ट्रेंथ ट्रेनिंग में शामिल होने से आप बॉडीबिल्डर बन जाएंगे। बायोलॉजिकल अंतरों के कारण, महिलाओं को आम तौर पर महत्वपूर्ण मांसपेशी हाइपरट्रॉफी का अनुभव नहीं होता है। बल्की होने के डर के बजाय, अपने आहार में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग को शामिल करना एक दुबला और मजबूत शरीर को बढ़ावा देने के लिए काफी अच्छा होता है।

महिलाएं वजन बढ़ा सकती हैं, लेकिन पुरुषों की तुलना में यह कठिन है। वास्तव में, भारी वजन उठाने से अपने आप वजन नहीं बढ़ाते हैं। अच्छी ताकत हासिल करने के लिए, ऐसा वजन चुनें जिसे आप मांसपेशियों की थकान से पहले अच्छे फॉर्म में लगभग 5 बार दोहरा सकें। अच्छे फॉर्म में उठाना महत्वपूर्ण है।

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग में शामिल होने से आप बॉडीबिल्डर बन जाएंगे। चित्र- अडोबी स्टॉक

3 मिथ- आपको हर रोज कार्डियो एक्सरसाइज करनी चाहिए

महिलाओं के फिटनेस मिथकों का एक और मुख्य आधार यह है कि कार्डियो सबसे महत्वपूर्ण है और जब ट्रेडमिल या स्टेयरमास्टर पर पसीना बहाने की बात आती है, तो ज़्यादा से ज़्यादा करना बेहतर होता है। लेकिन इतनी जल्दी नहीं।

इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि आपके दिल की धड़कन तेज़ होने और पसीना टपकने के फ़ायदे हैं। उचित मात्रा में कार्डियो हमारे रक्तचाप, मस्तिष्क, प्रतिरक्षा प्रणाली और यहाँ तक कि मूड और नींद की गुणवत्ता के लिए भी फ़ायदेमंद है।

लेकिन अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन पूरे सप्ताह में लगभग 150 मिनट मध्यम-तीव्रता वाले कार्डियो व्यायाम की सलाह देता है। जो कि दिन में केवल 20 मिनट से थोड़ा ज़्यादा होता है।

और इसमें दौड़ना, जॉगिंग करना, ढलान पर चलना, तैराकी, डांस, टेनिस या बागवानी जैसी कोई भी चीज़ शामिल हो सकती है। इसलिए अगर आप अभी भी खुद को ट्रेडमिल, स्टेयरमास्टर या कार्डियो के किसी अन्य रूप पर ज़ोर देने के लिए मजबूर कर रहे हैं तो आब आपको ये करने की जरूरत नहीं है।

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लेखक के बारे में

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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