शरीर का बढ़ता वजन तमाम तरह की बिमारियों के खतरे को बढ़ा देता है, इसलिए हम सभी को समय रहते वेट मैनेजमेंट पर ध्यान देना शुरू कर देना चाहिए। शारीरिक गतिविधियों के साथ-साथ कई ऐसे खास सुपरफूड्स हैं, जो वजन कम (weight loss) करने में आपकी मदद कर सकते हैं। इन्ही सुपरफूड्स (superfoods) में से एक हैं “खट्टे फल” यानि की “सिट्रस फ्रूट”। बहुत से लोग वेट मैनेजमेंट के लिए खट्टे फलों पर भरोसा करते हैं। पर क्या असल में खट्टे फल वजन कम करने में आपकी मदद करते हैं?
वजन पर खट्टे फलों के प्रभाव को समझने के लिए हमने मणिपाल हास्पिटल, गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा से बात की। नूट्रिशनिस्ट ने खट्टे फलों (citrus fruit) को वेट लॉस के लिए फयदेमनंद बताते हए कुछ खास तरह के सिट्रस फ्रूट्स के नाम भी सुझाए हैं। हालांकि, उन्होंने वेट लॉस के बेहतर परिणाम के लिए खट्टे फलों की दैनिक मात्रा का विशेष ध्यान रखने को कहा है। तो चलिए जानते हैं, वजन कम करने में कौन से फल सुरक्षित हैं (Citrus fruits to lose weight)।
खट्टे फल वजन कम करने के लिए एक आदर्श विकल्प माने जाते हैं (Citrus fruits to lose weight)। इनमें मौजूद विटामिन सी यानि की एंटीऑक्सीडेंट की गुणवत्ता मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देती है, और शरीर में फैट बर्निंग कैपेसिटी को बढ़ा देती है। वहीं जब व्यक्ति वेट लॉस डाइट पर होता है, तो उनका खान पान सिमित हो जाता है और वे कई पोषक तत्वों की गुणवत्ता को मिस कर देते हैं। ऐसे में खट्टे फलों का सेवन वजन कम करने में सहायता करने के साथ ही, शरीर को कई अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की गुणवत्ता प्राप्त करने में मदद करता है (Citrus fruits to lose weight)।
ग्रेपफ्रूट जिसे हिंदी में चकोतरा कहते हैं, साथ ही इसे डाब नींबू के नाम से भी जाना जाता है। इसमें सिमित मात्रा में कैलोरी पाई जाती है,वहीं इसमें मौजूद विटामिन सी बॉडी मेटाबोलिज्म को बूस्ट कर देती है जिससे की आपको अतिरिक्त चर्बी बर्न करने में मदद मिलती है। इसकी ये गुणवत्ताएं वेट लॉस के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती हैं। हालांकि, ग्रेपफ्रूट और इसका जूस कुछ दवाओं के साथ नकारात्मक रूप से प्रतिक्रिया कर सकता है। यदि किसी प्रकार की समस्या है और आप दवाइयां ले रही हैं, तो इन्हे अपने आहार में शामिल करने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें।
संतरे में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट की गुणवत्ता पाई जाती है, जो आपके मेटाबोलिज्म को बढ़ाने और शरीर की चर्बी कम करने में मदद करते हैं। संतरे में मौजूद सॉल्युबल फाइबर पाचन को धीमा करने में मदद करते है। जिससे ब्लड शुगर स्पाइक नहीं होता साथ ही भूख को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
अनानास खट्टे फलों में से एक बेहद स्वादिष्ट और पौष्टिक फल है। फाइबर की गुणवत्ता पाई जाती है, साथ ही इसमें सिमित मात्रा में कैलोरी उपलब्ध होती है। ये फैक्टर्स जो इसे वजन घटाने के लिए एक आदर्श विकल्प बनाते हैं। इसमें ब्रोमेलैन नामक एक एंजाइम होता है, जिसे मेटाबोलिज्म बढ़ाने और फैट ग्रोथ को कम करने में मदद करता है। अनानास में पानी की मात्रा भी अधिक होती है, जो आपको लंबे समय तक हाइड्रेटेड रहने में मदद करते हैं, और वजन कम करने के लिए आवश्यक होते हैं (Citrus fruits to lose weight)।
मीठे नींबू को भारत में मौसंबी के नाम से जाना जाता है। मौसंबी का वैज्ञानिक नाम साइट्रस लिमेटा है। अन्य खट्टे फलों की तुलना में मीठे नींबू में एसिड की मात्रा कुछ कम होती है। मीठे नींबू में मौजूद फाइबर आपको लंबे समय तक संतुष्ट रहने में मदद करते हैं, जिससे भूख कम हो जाती है और आप आवश्यकता अनुसार स्वस्थ भोजन करती हैं। मौसंबी को पूरा खाया जा सकता है, या जूस के रूप में मसाले के साथ लिया जा सकता है।
किन्नू को भारत में खट्टे फलों के सबसे लोकप्रिय नामों में से एक माना जाता है। किन्नू का वानस्पतिक नाम सिट्रस नोबिलिस एक्स सिट्रस डेलिसियोसा है। किन्नू में आमतौर पर रस की मात्रा अधिक होती है। इन फलों को भारत से यूएई, फिलीपींस और नीदरलैंड सहित दुनिया के विभिन्न देशों में एक्सपोर्ट किया जाता है। किन्नू में भरपूर मात्रा में विटामिन सी और फ़ाइबर मौजूद होते हैं। किन्नू खाने से मेटाबॉलिज़्म बूस्ट होता है, जो शरीर के फैट बर्निंग कैपेसिटी को बढ़ा देता है। इससे वज़न को मेंटेन करने में मदद मिलती है। किन्नू में फ़ाइबर होता है, जो आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखता है, इस प्रकार आपको एक्स्ट्रा क्रेविंग्स नहीं होती।
नींबू सालो से वजन कम करने के लिए इस्तेमाल होता चला आ रहा है। नींबू में विटामिन सी, सॉल्युबल फाइबर और प्लांट कंपाउंड पाए जाते हैं, जो आपकी सेहत को कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकते हैं। नींबू का सेवन मेटाबॉलिज्म को बढ़ा देता है, जिससे वर्कआउट के दौरान आप अधिक वेट बर्न कर पाती हैं। वहीं नींबू इम्युनिटी बूस्ट करती है और पाचन क्रिया को स्वस्थ रखती है, जिससे शरीर के वजन को नियंत्रित रखना आसान हो जाता है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
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