शरीर को एक्टिव रखने और अतिरिक्त कैलोरीज़ को बर्न करने के लिए लोग कई प्रकार के विकल्पों की तलाश करते हैं। मगर योग की मदद से शरीर को फिजिकली और मेंटली एक्टिव (mentally active) रखने में मदद मिलती है। साथ ही दिनों दिन बढ़ रहे वज़न को नियंत्रित करना भी आसान हो जाता है। रोजमर्रा की गतिविधियों को आसान बनाने में मददगार योग मुद्रांए शरीर के लचीलेपन को बनाए रखने में भी मदद करती है। अगर आप भी वेटलॉस (weight loss) चिंतिंत हैं, तो इस योग मुद्रा से करें दिन की शुरूआत (Mountain cobra pose)।
इस बारे में योग एक्सपर्ट सुमिता गुप्ता बताती हैं कि माउटेन कोबरा पोज़ (mountain cobra pose) पर्वत मुद्रा (mountain pose) और भुजंगासन (cobra pose) से मिलकर बना है। ये दोनों योग मुद्राएं सूर्य नमस्कार (surya namaskar) में चौथे और सातवें स्थान पर आती है। इसे करने से पेट में खिंचाव आता है और पेट पर जमा चर्बी को बर्न करने में मदद मिलती है। सुबह खाली पेट इस योगासन का अभ्यास करने से पेट संबधी समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
वहीं शाम के वक्त इस योगाभ्यास को करने के लिए खाने के बाद 4 घंटे का गैप मेंटेन करके रखें। इसके नियमित अभ्यास से वेटलॉस में मदद मिलती है और शरीर के पोश्चर (body posture) में भी सुधार आने लगता है। शरीर की क्षमता के अनुसार इसे करने से कई समस्याओं से राहत मिलती है।
नियमित तौर पर माउंटेन कोबरा पोज़ का अभ्यास करने से मसल्स की मज़बूती बढ़ने लगती है और बढ़ने वाली स्टिफनेस से राहत मिलती है। पेट की मांसपेशियों में खिंचाव बढ़ता है, जिससे पाचन संबधी समस्याओं से भी मुक्ति मिलती है और मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है।
योग का नियमित अभ्यास शरीर में एनर्जी के स्तर को बढ़ाता है और इससे यूथफुलनेस बढ़ने लगती है। लंबे वक्त तक बैठने से शरीर में पोश्चर में आने वाले बदलाव को भी योग के माध्यम से फायदा मिलता है। इससे शरीर एक्टिव रहता है। साथ ही चेस्ट, रीढ़ की हड्डी और कंधों को मज़बूती मिलती है और उनमें आने वाले झुकाव को दूर किया जा सकता है।
पेट पर जमा चर्बी को दूर करने के लिए मांउटेन कोबरा पोज़ बेहद कारगर है। इसे करने से पेट की मांसपेशियों पर उसका प्रभाव दिखने लगता है, जिससे अतिरिक्त कैलोरीज़ को बर्न करने में मदद मिलती है और मोटापे की समस्या (obesity) से बचा जा सकता है। पर्वतासन से हिप्स पर जमा फैट्स को बर्न किया जा सकता है।
दिनभर में कुछ देर इस योग को अभ्यास करने से तन और मन को शांति का अनुभव होता है। इससे तनाव की समस्या से राहत मिलती है और हैप्पी हार्मोन रिलीज़ होते हैं। दिनभर की दौड़भाग के बाद शाम में कुछ वक्त इस योग मुद्रा की प्रैक्टिस शरीर को संकून प्रदान करती है। शारीरिक क्षमता के अनुसार इसका अभ्यास करना चाहिए।
इस योग मुद्रा को करने के लिए सबसे पहले मैट पर खड़े हो जाएं। अब दोनों पैरों के मध्य एक पैर की दूरी बनाकर रखें।
उसके बाद दोनों बाजूओं को ऊपर लेकर जाएं और फिर उन्हें धीरे- धीरे नीचे लाएं और जमीन पर टिका दें। दोनों बाजूओं में गैप रखें।
बाजूओं को जमीन पर मज़बूती से रखें और हिप्स को उपर की ओर उठाएं और वी का आकार बनाएं। गहरी सांस लें और छोड़ें।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करें20 से 30 सेकण्ड तक इसी मुद्रा में रहने के बाद पेट के बल जमीन पर लेट जाएं और फिर दोनों पंजों को जमीन पर रख लें।
इसके बाद गर्दन को उपर की ओर उठाएं और आसमान की ओर देखें। 30 सेकण्ड तक इसी मुद्रा में रहने के बाद गर्दन को नीचे करें और शरीर को ढ़ीला छोड़ दें।
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