बढ़ते वजन का प्रभाव सबसे पहले पेट पर नजर आता है। पेट के आस पास चर्बी (belly fat) जमा होने लगती है और यह बेहद जिद्दी होती हैं। ये जितनी आसानी से आ जाती हैं, इन्हे बर्न करना उतना ही मुश्किल होता है। हालांकि, परेशान होने वाली बात नहीं है, यदि डाइट पर ध्यान दिया जाए और शारीरिक सक्रियता को जारी रखा जाए तो इन्हें कम किया जा सकता है। माउंटेन क्लाइंबर्स आपकी बेली फैट बर्न करने की जर्नी को आसान बना सकता है। यह एक बेहद आसान और प्रभावी एक्सरसाइज है।
आप माउंटेन क्लाइंबर्स को आसानी से अपनी नियमित वर्कआउट रूटीन में शामिल कर सकती हैं। यह पेट की मांसपेशियों को सक्रिय कर उन्हें बर्न करने में मदद करता है। साथ ही साथ कमर एवं पैरों की मांसपेशियों के लिए भी फायदेमंद होता है। तो चलिए जानते हैं, आखिर यह बैली फैट बर्न करने में किस तरह काम करता है (mountain climbers to burn belly fat)। साथ ही जानेंगे इसे करने का सही तरीका।
माउंटेन क्लाइंबर एक गतिशील व्यायाम है, जो कोर को लक्षित करते हुए कार्डियो बूस्ट प्रदान करता है। इस व्यायाम में एक उच्च प्लैंक स्थिति में शुरू करना और फिर बारी-बारी से अपने घुटनों को अपनी छाती की ओर तेजी से लाना शामिल है, ठीक वैसे कैसे आप दौड़ रही हों।
इस व्यायाम के कई लाभ हैं। यह न केवल आपके कोर बल्कि आपके हिप फ्लेक्सर्स और कंधों को भी सक्रिय करने में मदद करता है। माउंटेन क्लाइंबर मदद करने के प्राथमिक तरीकों में से एक है कोर की मांसपेशियों को गहन रूप से सक्रिय करना। पेट की मांसपेशियों का यह निरंतर संकुचन न केवल कैलोरी बर्न करता है, बल्कि मध्य भाग को टोन और आकार देने पर भी काम करता है। इसके अतिरिक्त, माउंटेन क्लाइंबर का कार्डियो तत्व आपकी हृदय गति को बढ़ाता है, जिससे हृदय संबंधी फिटनेस में सुधार होता है।
यह भी पढ़ें : आल्मंड बटर को घर पर भी किया जा सकता है तैयार, नोट कीजिए हेल्दी रेसिपी और फायदे
नियमित माउंटेन क्लाइंबर व्यायाम आपके आराम करने वाले मेटाबोलिक रेट (RMR) को बढ़ा सकते हैं, जिससे आपके शरीर को आराम करने पर अधिक कैलोरी जलाने में मदद मिलती है। माउंटेन क्लाइंबर इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करते हैं, जिससे पेट के हिस्से में जमी चर्बी को कम करने में मदद मिलता है। यह व्यायाम फैट ऑक्सीडेशन को बढ़ावा देता है, जिससे आपके शरीर को ऊर्जा के लिए फैट को संग्रहीत करने के बजाय जलाने में मदद मिलती है।
माउंटेन क्लाइंबर तनाव के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। उच्च तनाव स्तर पेट की चर्बी में योगदान करते हैं। इतना ही नहीं यह व्यायाम ब्लड फ्लो और सर्कुलेशन में सुधार करता है, जिससे सूजन को कम करने में मदद मिलती है, साथ ही साथ वजन घटना आसान हो जाता है।
– हफ्ते में 2 से 3 बार 30 से 60 सेकंड के 3 सेट से शुरुआत करें
– धीरे-धीरे समय, फ्रीक्वेंसी और इंटेंसिटी बढ़ाएं
– बेहतर परिणाम के लिए संतुलित आहार और अन्य व्यायाम के साथ संयोजन करें
सबसे पहले, हाई प्लैंक पोजीशन में जाएं। अपनी पीठ सीधी रखें, बट बाहर की ओर रखें और कोर को टाइट रखें।
सुनिश्चित करें कि आपके कंधे आपकी कलाई के ठीक ऊपर हों।
अब अपने दाहिने पैर को अपनी छाती की ओर ले जाएं और फिर शुरुआती स्थिति में वापस आ जाएं।
ठीक उसी तरह करना है जैसे आप ऊंचाई पर चढ़ रही है।
जल्दी-जल्दी पैरों के बीच बारी-बारी से चलते रहें।
माउंटेन क्लाइंबर्स का 30 सेकंड का 3 सेट करें।
आप जितनी ज़्यादा गति बढ़ाएंगी, आपका पेट उतना ही कम होगा।
इस व्यायाम के दौरान अपने कोर को बनाए रखना ज़रूरी है। इससे आपके पेट का बेहतर संकुचन होगा और इसलिए बेहतर परिणाम मिलेंगे।
जब आपका घुटना आपकी छाती के स्पास पहुंच जाए, तो प्रभाव को बढ़ाने के लिए इसे अपनी कलाई की ओर ले जाने का प्रयास करें।
अगर आपको पीठ के निचले हिस्से में कोई समस्या है, तो कृपया इस व्यायाम को करने से पहले किसी चिकित्सक से सलाह लें।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंयह भी पढ़ें : आल्मंड बटर को घर पर भी किया जा सकता है तैयार, नोट कीजिए हेल्दी रेसिपी और फायदे