स्वस्थ रहने के लिए वजन का संतुलन में रहना जरूरी है। अधिक वजन होने से कई स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां मिल सकती हैं। हेल्दी वेट के लिए अतिरिक्त वजन कम करना जरूरी है। पर तेजी से वजन घटाना भी नुकसानदेह हो सकता है। सही और मॉडेस्ट तरीके से थोड़ा वजन घटाने पर कई स्वास्थ्य लाभ (Modest Weight Loss) मिल सकते हैं।
अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति का वजन अधिक है या वह मोटापे से ग्रस्त है, तो मामूली वजन घटाने से भी उसमें मधुमेह से लेकर उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) तक की स्थितियों का खतरा कम हो सकता है। एसोसिएशन की एक स्टडी में अधिक वजन वाले और मोटे व्यक्तियों को अपने शरीर के वजन का 5-10% कम करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। निष्कर्ष में देखा गया कि उनके हृदय रोग (Cardiovascular Disease) के जोखिम में सुधार हुआ। टाइप 2 मधुमेह वाले व्यक्तियों में भी सुधार देखा गया।
सेल मेटाबॉलिज्म जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, मोटे व्यक्ति के शरीर के वजन का केवल 5 प्रतिशत कम करने से इंसुलिन के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया बढ़ जाती है। उनके द्वारा ली गई कैलोरी का उपयोग अधिक बेहतर ढंग से हो पाया। अध्ययन के अनुसार मामूली वजन घटाने से रक्तचाप के स्तर, हृदय गति में सुधार होता है। ब्लड फ्लो में मौजूद हानिकारक वसा के स्तर में भी कमी देखी गयी।
डायबिटीज केयर जर्नल के शोध में देखा गया कि जिन लोगों ने तेजी से वजन घटाया, उनमें अवसाद, तनाव के लक्षण देखे गये। उनमें नींद नहीं आना, बार-बार भूख लगना, कमर दर्द, बदन दर्द, एंग्जायटी की भी समस्या देखी गई। वहीँ दूसरी तरफ मॉडेस्ट या स्वस्थ तरीके से वजन घटाने वाले के मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव देखा गया। वे साउंड स्लीप लेने और खुश रहने में समर्थ पाया गया।
सेल मेटाबॉलिज्म जर्नल के अनुसार, स्वस्थ तरीके से वजन घटाने का मतलब किसी आहार या कार्यक्रम का पालन करना नहीं है। इसकी बजाय स्वस्थ खान-पान, नियमित शारीरिक गतिविधि और तनाव प्रबंधन (Stress management during Modest weight loss) वाली जीवनशैली शामिल है। धीरे-धीरे मामूली वजन घटाना अधिक स्वास्थ्य लाभ देता है। प्रति सप्ताह लगभग 1 किलो वजन घटाना सही है। तेजी से वजन कम करने वाले लोगों की तुलना में हेल्दी तरीके से वजन घटाने से शरीर पर सकारात्मक प्रभाव दिखता है।
फलों और सब्जियों से भरी थाली खाएं। फल और सब्जियों जैसे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ भूख को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। रात के खाने से पहले एक सेब खा लें। इससे ज़्यादा खाने की संभावना कम हो जाती है। हरी और पत्तेदार सब्जियां भी शक्तिशाली प्रभाव डालती हैं। पत्तागोभी, अजवाइन, सलाद, पालक जैसे कम कैलोरी वाले खाद्य पदार्थ चुनें ।
दिन की शुरुआत साबुत अनाज और प्रोटीन से करें। प्रोटीन और फाइबर वाले साबुत अनाज भूख कम करते हैं। अलसी पाउडर, पानी में भिगोई मूंगफली या बादाम के साथ ओट्स खाएं। इससे हार्ट हेल्थ को भी फायदा होगा।
छोटे कटोरे और प्लेटों पर स्विच करें। फ़ूड चाहे कितनी भी टेस्टी क्यों न हो, हमेशा संतुलित मात्रा में खाएं। धीरे-धीरे खाएं। खाने के आधा घंटा पहले पानी पी लें। खाने की शुरुआत सलाद से करें।
शरीर आसानी से प्यास को भूख समझने की भूल कर सकता है। इसलिए जब भूख जैसा अनुभव हो, तो पानी पियें। प्रतिदिन 4 या अधिक बोतल पानी पियें।
अपने मोबाइल में वाकिंग एप रखें। इससे पता चलेगा कि आप दिन भर में कितना चलती हैं। अपने दैनिक कोटा को बढ़ाने का प्रयास करें। प्रतिदिन 2,000 कदम चलेंगी तो यह एक मील होगा। प्रतिदिन 10,000 कदम चलें। इससे आप 5 मील चल चुकी होंगी।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंजहां भी संभव हो व्यायाम और शारीरिक गतिविधि में व्यस्त रहें। अपने पेट के साथ टहलें। कभी भी एक्सरसाइज या योगासन स्किप नहीं करें। सप्ताह में 5 दिन एक्सरसाइज या योगासन करना जरूरी है। सप्ताह में कम से कम एक बार अपना वजन मापें। स्केल पर कदम रखने से अपने स्वास्थ्य और फिटनेस को बेहतर बनाने के लिए प्रेरणा मिलेगी।
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