वर्कआउट से हमारी बॉडी को ताकत और हिम्मत मिलती है। अक्सर वज़न कम करने और फिट रहने के लिए डेली रूटीन में वॉक, योग या कुछ खास एक्सरसाइज (Exercise) को हम प्रयोग में लाते है। मगर फिर भी वज़न ज्यों का त्यों रहता है। हांलाकि स्लिम बॉडी (slim body) के लिए यूं तो कई प्रकार के व्यायाम है, जिनका इस्तेमाल सदियों से होता भी आ रहा है। मगर इन्हीं एक्सरसाइज़ की श्रृंखला में एक नाम डकवॉक (Duck walk) का भी है। जो शरीर को कई प्रकार के फायदे पहुंचाने का काम करती है। आइए जानते हैं इसके फायदे (4 benefits of duck walk) और इसे करने का तरीका।
पूरा वर्कआउट (workout) छाती और टांगों की मांसपेशियों (muscles) पर निर्भर करता है। इस प्रकार की एक्सरसाइज़ से मांसपेशियों की मज़बूती बढ़ती है। बतख के समान पैर आगे की ओर बढ़ाकर चलने से शरीर की काफी ताकत लगती है। इस प्रकार से चलने से बॉडी में जमा फैट बर्न होने लगता है। इस प्रकार चलने के लिए शरीर में बहुत ज्यादा एनर्जी की आवश्यकता होती है।
सबसे पहले समझते हैं कि असल में डकवॉक क्या है। डक वॉक एक ऐसी वॉक है जिसमें आप स्क्वाट करने की स्थिति में चलते है। इसमें स्पीड कम रहती है। दोनों बाजूओं को आगे की ओर बढ़ाकर हाथ बांध लें और फिर धीरे धीरे कदमों से आगे बढ़ें। इस फॉर्म को डक वॉक कहकर पुकारा जाता है।
कई बार मांसपेशियां हमारी परेशानी का कारण बन जाती है। हम फिट रहने के लिए हाई इम्नेक्ट एक्सरसाईज करने लगते है। जो हमारी दिक्कतों को बढ़ाने का काम करती है। ऐसे में शरीर में फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाने के लिए डक वॉेक करें। इससे शरीर के निचले हिस्से में स्टिफ हो चुकीं मसल्स को राहत मिलती है और मसल्स अपना काम उचित तरीके से करने लगते है।
बतख की तरह चलने वाली इस एक्सरसाइज से आपके शरीर में ग्लूटस मैक्सिमस को मजबूती मिलती है। स्ट्रांग मांसपेशियों के चलते शरीर भारी चीजों को उठाने और रखने में समर्थ हो जाता है। इन मसल्स के साइज के हिसाब से ही बूटी का विकास होता है। साथ ही एक स्टडी में पाया गया है कि शरीर के प्रबल ग्लूट्स हमें हर तरह की चोट या इंजरी से बचाने का काम करने है।
बतख की तरह चलने से आपके पैरों के मसल्स मज़बूत होने लगते हैं। इसके अलावा जब आप डक वॉक करते हैं, तो आपकी हार्ट बीट की स्पीड बढ़ने लगती है। इससे शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ जाती है। इससे स्टेमिना बिल्ट होने लगता है और आपको ऊर्जावान महसूस होने लगता है।
अगर आप फ्लैट बेली चाहती हैं तो बत्तख की तरह से धीमी गति से चलने का प्रयास करें। इस लो इम्पैकट एक्सरसाइज की डेंसिटी बेहद हाई है। इस एक्सरसाइज के ज़रिए लोअर बैली सबसे ज्यादा प्रभावित होती है। लगातार इसे करने से बैली टाइट हो जाती है इससे आपकी बॉडी अधिक टोन्ड बन जाती है।
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