कई बार काम करते दौरान या हार्ड एक्सरसाइज करते हुए शरीर में अंदरूनी चोट आ जाती है, जिससे शरीर के बाहरी हिस्सों में सूजन आने लगती है। मसल्स स्ट्रेच होने या चोट लगने से आई सूजन को कुछ घरेलू उपायों से ठीक किया जा सकता है। लेकिन बिना किसी समस्या से सूजन आना किसी स्वास्थ्य समस्या का कार हो सकता है। जिसमें जरूरी नहीं कि शरीर की सूजन ( what causes of swelling) अंगो पर नजर आए। लेकिन फिर इसके लक्षणों को कैसे समझा जाए? इस विषय पर गहनता से जानने के लिए हमने बात कि पारस हॉस्पिटल (गुरुग्राम) के इंटरनल मेडिसिन के एचओडी डॉ आरआर दत्ता से, जिन्होंने हमें इस समस्या के बारें में विशेष जानकारी दी।
किसी बीमारी या चोट के संपर्क में आने पर शरीर का हिस्सा सूजने लगाता है। इसके अलावा मसल्स में खिचाव या अधिक वजन भी सूजन का कारण बन सकता है। लेकिन कई बार सूजन किसी बाहरी कारण के अलावा किसी आंतरिक कमी से होने लगती है।
डॉ आरआर दत्ता के मुताबिक क्रोनिक स्वेलिंग में शरीर बिना चोट और बीमारी के संपर्क में आए भी इंफ्लामेटरी सेल्स प्रड्यूस करने लगता है। ऐसे में शरीर में सूजन की समस्या होने लगती है। जिससे गठिया या अल्जाइमर होने का खतरा भी बनने लगता हैं।
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डॉ आरआर दत्ता के मुताबिक बॉडी के इंवेलिड एजेंट जैसे कि बैक्टीरिया, वायरस या हार्मफुल सबटेंस के संपर्क में आने या चोट लगने पर इम्यून सिस्टम एक्टिव हो जाता है।
इससे शरीर में इंफ्लामेटरी सेल्स प्रड्यूस होने लगते हैं, जो टिशुज को रिपेयर के साथ बैक्टीरिया और पैथोजन के लिए एक इंफ्लामेंटरी रेस्पॉन्स प्रड्यूस करते हैं। इसी कारण शरीर में डिसकंफर्ट, सूजन, चोट या रेडनेस होने लगती है।
क्रोनिक स्वेलिंग के लक्षणों ( symptoms of swelling) पर बात करते हुए एक्सपर्ट ने बताया कि व्यक्ति का हृदय रोग, मधुमेह, कैंसर, गठिया या आंतों की बिमारी जैसे कि क्रोहन रोग या अल्सरेटिव कोलाइटिस से ग्रस्त होना भी शामिल हो सकता है। ऐसे में व्यक्ति के शरीर का कोई भी हिस्सा सूजने लगता है।
डॉ दत्ता के अनुसार, अमीनो एसिड, ओलिगोसेकेराइड और शॉर्ट-चेन फैटी एसिड जैसे पोषक तत्वों की कमी क्रोनिक स्वेलिंग का कारण ( what causes swelling ) बन सकती है। क्योंकि इन सभी पोषक तत्वों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। जो स्वेलिंग की समस्या होने का खतरा कम करते हैं।
एक्सपर्ट की सलाह के अनुसार सूजन में करेले का सेवन करना रामबाण साबित होता है। क्योंकि इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी डायबिटिक, एंटी कैंसर, एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी ओबेसिटी, एंटी बैक्टीरियल, इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण पाए गए है। जो सूजन की समस्या में असरदार माने जाते हैं।
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