एक्सरसाइज करने से शारीरिक परिश्रम और थकावट होती है। थकावट के कारण अक्सर जी मिचलाता है। कुछ लोगों को व्यायाम करने के बाद या ज्यादा कसरत के बाद उल्टी होने जैसा महसूस हो सकता है। लोगों को सीने में जलन, एसिड रिफ्लक्स और डकार जैसे अन्य लक्षण भी महसूस हो सकते हैं। रनर्स भी दस्त, पेट में ऐंठन, पेट फूलने जैसे कई गैस्ट्रो इंटेसटिनल लक्षणों से पीड़ित हो जाते हैं। ये लक्षण एथलीटों में भी आम हैं। इनके अलावा, भारी भोजन के तुरंत बाद व्यायाम करने से जीआई सिस्टम से ब्लड की सप्लाई डेविएट हो जाती है। इससे गैस्ट्रिक एम्प्टयिंग में देरी, मतली और उल्टी होती है। कुछ लोगों में लगातार मतली और उल्टी किसी स्थायी बीमारी (exercise-induced vomiting) का संकेत हो सकती है। एक्सरसाइज के साथ-साथ खाने-पीने की आदतों में बदलाव करने के बाद अक्सर लोगों को इन लक्षणों में राहत मिलती है।
मणिपाल हॉस्पिटल्स में कंसल्टेंट (सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी लेप्रोस्कोपिक जीआई ओन्को सर्जरी) डॉ. गोविंद नंदकुमार ने इस बारे में विस्तार से बताया।
डिहाइड्रेशन (Dehydration) अक्सर एक्सरसाइज से संबंधित होता है। अत्यधिक डिहाइड्रेशन के कारण व्यक्ति को तरल पदार्थ पीने का मन नहीं करता है। इससे पानी की कमी हो जाती है और सोडियम क्लोराइड और अन्य साल्ट्स की भी कमी हो जाती है। इससे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो जाता है। चक्कर आना, थकान, सिरदर्द और घबराहट होना डिहाइड्रेशन के लक्षण हैं। जब बच्चे लंबे समय तक धूप में रहकर शारीरिक गतिविधियां करते हैं, तो अक्सर डिहाइड्रेशन का खतरा अधिक हो जाता है। इसे रोकने के लिए बच्चों को शारीरिक गतिविधि करने से पहले और उसके बाद खुद को हाइड्रेटेड रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
डॉ. गोविंद नंदकुमार बताते हैं, ‘एक्सरसाइज के दौरान शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखना और उसे हाइड्रेटेड रखना महत्वपूर्ण है। मैदान पर रहने के दौरान एथलीट अक्सर नारियल पानी या अन्य व्यावसायिक रूप से उपलब्ध इलेक्ट्रोलाइट्स या गेटोरेड जैसे एनर्जी ड्रिंक्स पीते रहते हैं। इनमें से अधिकांश प्रोफेशनल रूप से उपलब्ध एनर्जी ड्रिंक्स हाई शुगर सामग्री और एम्प्टी कैलोरी से भरे हुए होते हैं।
इनसे अक्सर कुछ घंटों में ही भूख लगने लगती है। यहां तक कि निर्जलीकरण का कारण भी बन जाते हैं। कुछ उत्पादों में मौजूद चीनी की मात्रा पर विचार करना चाहिए। यह विशेष रूप से तब अधिक जरूरी हो जाता है, जब व्यक्ति को डायबिटीज हो। अनावश्यक चीनी खाने से बचना चाहिए।’
एक्सरसाइज से प्रेरित उल्टी-मतली जैसे जीआई लक्षणों से बचने के लिए सरल उपाय यह है कि खेलने या व्यायाम करने से पहले भारी भोजन खाने से बचें। एथलीट विशेषकर रनर टूर्नामेंट या मैराथन दौड़ने से एक दिन पहले अपने आहार में बहुत अधिक कार्बोहाइड्रेट लेते हैं। इसे कार्ब-लोडिंग कहा जाता है। यह सक्रिय अवधि के दौरान बहुत अधिक फ्री एनर्जी (मुक्त ऊर्जा) बनाता है। यह उस बात के विपरीत है, जो आम तौर पर लोगों को बताई जाती है, यानी कि ढेर सारा प्रोटीन खाएं, कार्बोहाइड्रेट नहीं।
भारी व्यायाम से पहले विचार करने के लिए आहार पर कई सिद्धांत हैं। कुछ लोग व्यायाम से पहले लिए जाने वाले आहार में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट के मिश्रण की सलाह देते हैं। कुछ लोग केले के रूप में हाई पोटेशियम सेवन का सुझाव देते हैं। अलग-अलग लोगों में आहार की आवश्यकताएं अलग-अलग होती हैं। आहार योजना व्यक्ति के शरीर और शारीरिक गतिविधि या व्यायाम के प्रकार के अनुरूप होनी चाहिए।
बच्चों से स्कूल में किसी भी गतिविधि के लिए यदि धूप में खड़े होने की अपेक्षा की जाती है, उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे खाली पेट न रहें। उन्हें अत्यधिक चीनी से जरूर बचना चाहिए और काम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट वाले भोजन पर विचार करना चाहिए। इससे बच्चा पूरे दिन एनर्जेटिक रहेगा। यह बात एडल्ट्स पर भी लागू होती है।
भारी व्यायाम की योजना बनाने से एक रात पहले या व्यायाम करने के तुरंत बाद शराब, कैफीन जैसे डिहाइड्रेटिंग ड्रिंक्स और धूम्रपान से बचना चाहिए। अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन भी परफॉरमेंस को प्रभावित कर सकता है या जीआई लक्षण बढ़ा सकता है।
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