हर कोई स्लिम और फिट बॉडी की कामना करता है। मगर उम्र के साथ शरीर में हार्मोनल बदलाव आते रहते हैं। निरंतर आने वाले इन चेंजिज़ को रोकने में चक्रासन आपकी मदद कर सकता है। बैली फैट (belly fat) से लेकर कमर में होने वाले दर्द तक हर सामान्य समस्या को दूर करने के लिए चक्रासन (Wheel pose) का अभ्यास शरीर को फायदा पहुंचाने लगता है। व्हील पोज़ के नाम से मशहूर इस योगा पोज़ को शुरूआत में किसी प्रशिक्षक की मदद से ही करें। जानते हैं इस योग को करने के स्टेप्स और फायदे भी (Benefits of Chakrasana and know the steps)।
योग गुरू आचार्य प्रतिष्ठा अपने अकसर योग सत्र में चक्रासन को शामिल करती हैं। हालांकि यह प्रारंभिक स्तर पर थोड़ा कठिन हो सकता है, पर इसके कई फायदे हैं। आचार्य प्रतिष्ठा का कहना है कि चक्रासन (wheel pose) का अभ्यास करने से फोकस बढ़ता है। इसके अलावा माइंड हेल्दी बना रहता है। इसके अलावा आपके अंदर काफिडेंस बिल्ड होने लगता है। बॉडी अपलिफ्ट करने से पाचनसंबधी समस्याएं हल हो जाती है। इसके अलावा शरीर में ब्लड सर्कुलेशन भी नियमित होने लगता है। सुबह उठकर इस योग को प्रकृति के नज़दीक करने से सांस संबधी समस्याएं हल होने लगती हैं।
इसे रोज़ाना करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ने लगता है। इससे आप मानसिक रूप से स्वस्थ रहते हैं। साथ ही चिंता और अवसाद से बचे रहते हैं। इसे रोज़ाना करने से आप रिलैक्स महसूस करते हैं। जहां तक संभव हो। उतनी देर तक इसी पोज़िशन में बने रहें। उसके बाद शरीर को कुछ देर रिलैक्स छोड़ दें।
नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ के अनुसार चक्रासन का नियमित अभ्यास 50 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों की पीठ में लचीलापन बढ़ाता है। एक रिसर्च के अनुसार 12 सप्ताह तक इस योगासन को करने से मसल्स हेल्थ इंप्रूव होती है। हड्डियों को मज़बूती मिलती है और कमर दर्द की समस्या भी दूर होती है।
सिर को नीचे झुकाकर किए जाने वाले इस योगासन को निरंतर करने से फॉलिकल्स को मज़बूती मिलती है। इससे बालों की जड़े मज़बूत होती हैं। इसके अलावा मस्तिष्क में भी ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। जो झड़ रहे रूखे बालों की समस्या को हल करने में मददगार साबित होता है। कमज़ोर और फ्रिजी बालों से भी मुक्ति मिलती है।
प्रदूषण के कारण वे लोग जिन्हें सांस लेने में तकलीफ और सीढ़िया चढ़ने उतरने में थकान का अनुभव होने लगता है। उनके लिए इस योगासन को रोज़ाना करना ज़रूरी है। इससे फेफड़ों में मज़बूती बढ़ने लगती है। साथ ही ब्रीदिंग की समस्या को भी हल किया जा सकता है। इसके अलावा शरीर का इम्यून सिस्टम भी हेल्दी होता है।
शरीर में जमी अतिरिक्त कैलोरीज़ को बर्न करने के लिए रोज़ाना चक्रासन (wheel pose) करना ज़रूरी है। पीठ के बल लेटकर किए जाने वाले इस योग को करने से शरीर में मौजूद फैट्स दूर हो जाते हैं। कमर और पेट पर जमा चर्बी धीरे धीरे बर्न होने लगती है। दिन में दो बार इस योगासन का अभ्यास शरीर को कई समस्याओं से बचाता है।
इस योगासन को करने से गट हेल्थ को मज़बूती मिलती है। पाचनतंत्र मज़बूत बनता है। साथ ही शरीर में पनपने वाली एसिडिटी की समस्या को भी हल किया जा सकता है। मांसपेशियों में खिंचाव आने से पेट संबधी समस्याएं हल होने लगती हैं। दिनभर में 1 से 2 बार इस योगासन को अवश्य दोहराएं।
इसे करने के लिए पीठ के बल मैट पर सीधा लेट जाएं। दोनों बाजूओं को मोड़ते हुए कंधों के पास ले जाकर टिका लें।
अपने दोनों घुटनों को भी अंदर की ओर मोड़ लें। वहीं पैरों को भी मज़बूती से मैट पर रखें। इससे पैरों की मज़बूती बढ़ती है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंदोनों टांगों के मध्य दूरी बनाकर रखें। अब कमर के हिस्से को उपर की ओर उठाएं। जब तक संभव हो इस पोज़िशन को होल्ड करके रखें।
योग के समय पैरों को मज़बूती से ज़मीन पर चिपका कर रखें। इस योग को करने के बाद शरीर को ढ़ीला छोड़ दें और मैट पर लेट जाएं
अगर आप फ्रेशर है। तो इस योगासन को किसी प्रशिक्षक की देखरेख में ही करें।
शुरूआत में किसी दीवार की मदद लेकर भी इस योगासन को कर सकते हैं।
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