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Yoga for constipation : कब्ज से बचना है, तो घर के अंदर ही करें इन 4 योगासनों का अभ्यास

तपती गर्मी के कारण बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। मगर इसके साथ- साथ पाचन संबंधी समस्याएं भी बढ़ने लगी हैं। अगर आप भी इससे जूझ रहे हैं, तो घर पर रहकर ही कुछ योगासनों का अभ्यास कर सकते हैं।
Published On: 21 May 2024, 04:18 pm IST
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kabj se raahat paane ke liye yogasan
कुछ योगासन आपको कब्ज से राहत दे सकते हैं। चित्र: शटरस्टॉक

कब्ज की समस्या कई लोगों को बहुत ज्यादा परेशान करती है। इसमें आपको मल त्याग करने में बहुत परेशानी होती है। ऐसा कई कारणों की वजह से होता है। जो लोग खाने में कम फाइबर लेते है या पाचन स्वास्थ्य खराब होने के कारण भी आपको कब्ज की समस्या हो सकती है। कब्ज से बचने के लिए ढेर सारा पानी और फाइबर युक्त भोजन आपकी ममदद कर सकता है। साथ ही व्यायाम भी इसमें आपकी मदद कर सकता है।

व्यायाम करने से आपकी गट की मांसपेशियों को आराम मिलता है और दर्द कम होता है। यह आपके मल को आसानी से गुजरने देता है और दर्द को कम करता है। यदि आप नियमित रूप से व्यायाम करना शुरू करते हैं, तो आप मल त्याग में बेहतर महसूस करेंगे और कब्ज के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। लक्षणों से छुटकारा पाने के लिए आप ढेर सारा पानी भी पी सकते हैं।

कब्ज को कम करने के लिए आप ये व्यायाम कर सकते है। चित्र- अडोबी स्टॉक

​कब्ज में व्यायाम कैसे मदद करता है?

व्यायाम करने से बड़ी आंत की मांसपेशियों को आराम मिलता है, जिससे मल को कोलन से गुजरने में लगने वाला समय कम हो जाता है। यह मल से शरीर द्वारा अवशोषित पानी की मात्रा को भी कम कर देता है, जिससे मल त्यागना कठिन और कठिन हो जाता है। यदि आपको अक्सर कब्ज़ महसूस होता है, तो बेहतर मल त्याग के लिए सुबह-सुबह व्यायाम करें। कब्ज को कम करने के लिए आप ये व्यायाम कर सकते है।

कब्ज से राहत पाने के लिए करें ये व्यायाम

1 पवनमुक्तासन (Wind-Relieving Pose)

यह मुद्रा गैस छोड़ने और अवरोध के खत्म करने और कोलन को उत्तेजित करने के लिए विशेष रूप से प्रभावी है।

इसे कैसे करना है

अपने पैरों को फैलाकर और हाथों को बगल में रखकर अपनी पीठ के बल लेटें।
गहरी सांस लें, फिर सांस छोड़ते हुए अपने दाहिने घुटने को अपनी छाती की ओर लाएं।
अपने हाथों को अपने घुटने के चारों ओर पकड़ें और इसे अपने पेट में दबाएं।
गहरी सांस लेते हुए 20-30 सेकंड तक रुकें।
छोड़ें और बाएं घुटने से दोहराएं, फिर दोनों घुटनों को एक साथ मिलाएं।

2 अर्ध मत्स्येन्द्रासन (Half Spinal Twist)

ट्विस्टिंग पोज़ पेट के अंगों पर दबाव बनाता है, रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और पेरिस्टलसिस को उत्तेजित करता है।

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इसे कैसे करना है

अपने पैरों को सामने फैलाकर बैठें।
अपने दाहिने घुटने को मोड़ें और अपने दाहिने पैर को अपनी बाईं जांघ के बाहर रखें।
सांस लें और अपनी रीढ़ को सीधा करें।
सांस छोड़ें और अपने शरीर को दाईं ओर मोड़ें, अपनी बाईं कोहनी को अपने दाहिने घुटने के बाहर रखें और अपने दाहिने हाथ को अपने पीछे फर्श पर रखें।
30 सेकंड से 1 मिनट तक इस मुद्रा में रहें, फिर करवट बदल लें।

3 बालासन (child pose)

यह पोज शरीर को आराम देने और तनाव को कम करने में मदद करती है, जो कब्ज में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है। यह पेट को धीरे से दबाता है, पाचन में सहायता करता है।

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इसे कैसे करना है

अपने पैर की उंगलियों को छूते हुए और घुटनों को फैलाकर फर्श पर झुकें।
अपनी एड़ियों पर वापस बैठें और अपनी भुजाओं को आगे की ओर फैलाएं, अपने धड़ को अपनी जांघों के बीच नीचे लाएं।
अपने माथे को चटाई पर टिकाएं और 1-3 मिनट तक इसी आसन में रहकर गहरी सांस लें।

malaasan ko routine mei karein shaamil
मलासन से यूटर्स को मज़बूती मिलती है। चित्र शटरस्टॉक।

4 मालासन (Garland Pose)

यह गहरी स्क्वाट स्थिति कूल्हों को खोलने में मदद करती है और निचले पाचन तंत्र को उत्तेजित करती है, जिससे मल त्याग को बढ़ावा मिलता है।

इसे कैसे करना है

अपने पैरों को कूल्हे की चौड़ाई से थोड़ा चौड़ा करके खड़े रहें, पैर की उंगलियां बाहर की ओर हों।
यदि संभव हो तो अपनी एड़ियों को जमीन पर रखते हुए बैठ जाएं।
अपनी कोहनियों को अपने घुटनों के अंदर की ओर दबाएं और अपनी हथेलियों को अपनी छाती के सामने एक साथ लाएं।
गहरी सांस लेते हुए 30 सेकंड से 1 मिनट तक इसी मुद्रा में रहें।

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डिस्क्लेमर: हेल्थ शॉट्स पर, हम आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सटीक, भरोसेमंद और प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके बावजूद, वेबसाइट पर प्रस्तुत सामग्री केवल जानकारी देने के उद्देश्य से है। इसे विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अपनी विशेष स्वास्थ्य स्थिति और चिंताओं के लिए हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत सलाह लें।

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लेखक के बारे में
संध्या सिंह
संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं।

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