यहां हैं नियमित योगाभ्यास से होने वाले वे 5 फायदे जो आपकी मेंटल हेल्थ के लिए कमाल कर सकते हैं

योगाभ्यास आपकी मेंटल हेल्थ के लिए सबसे जरूरी और प्रभावशाली हो सकता है। यह न सिर्फ आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाता है, बल्कि मन में शांति का एहसास कराने में भी मदद करता है।
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नियमित योगाभ्यास करने से मेंटल हेल्थ में सुधार होता है। चित्र : शटरस्टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Updated: 29 Oct 2023, 08:25 pm IST
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इस संसार में हम सभी शांति और खुशी की कामना करते हैं। वास्तव में सुख-शांति और खुशी का चीजों से कम लेना-देना है। दरअसल ये सब ज्यादातर मन की अवस्थाओं पर निर्भर करता है। इसके अलावा, ये एक अलग तरह का अनुभव है, जो सांसारिक चीजों और संवेदनाओं से काफी अलग और उससे ऊपर उठकर है। इस अवस्था को हासिल कर लेने से आनंद की अनुभूति होती है। यह एक ऐसी चीज है जो हर एक शख्स को अपने मेंटल हेल्थ के लिए योग के महत्व को समझना चाहिए। और योग इसमें आपकी मदद कर सकता है। यहां हम उन 5 योगासनों के बारे में बता रहे हैं, जो आपकी मेंटल हेल्थ (Yoga for mental health) के लिए बहुत फायदेमंद हैं।

भारतीय समाज में मेंटल हेल्थ के मुद्दों को लंबे समय से नजरअंदाज किया जाता रहा है, लेकिन ग्लोबल कनेक्टिविटी का दौर आने से दुनियाभर के लोगों से जुड़ाव बढ़ने और मानसिक स्वास्थ से संबंधित गहन शोध व आकड़ों के सामने आने के बाद अपने देश में भी मेंटल हेल्थ से जुड़े टैबू धीरे-धीरे हटने लगे है। मेंटल हेल्थ की समस्या किसी भी आयु वर्ग के किसी भी व्यक्ति में देखने को मिल सकती हैं। ये जरूरी नहीं कि इस तरह की समस्या का संबंध सिर्फ उम्र बढ़ने से साथ हो।

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हां ये बात सही है कि उम्र बढ़ने के साथ हमारी मेंटल एबिलिटी यानी कॉगनिटीव एबीलिटीज घटने लगती हैं और इसके चलते मनुष्य के प्रतिक्रिया देने की क्षमता कम होने लगती है। उसके सोचने-समझने की क्षमता में कमी और बाकी जीवन की समस्याओं से जूझने लगता है। उस दौरान वह काफी मुश्किलों से गुजरने लगता है। लेकिन हमें ये हमेशा याद रखना चाहिए कि जीवन की कठिनाई हर एक व्यक्ति को अलग-अलग तरह से प्रभावित करती है।

ऐसे में अपने स्तर पर उन परेशानियों से निजात पाने के लिए क्लिनिकल थेरेपी (बीमारियों के उपाचार के लिए उपलब्ध तौर तरीकों को अपनाना) और डायग्नोसिस (जांच के जरिए बीमारी के कारणों का पता लगाना) के साथ-साथ अन्य योग जैसे उपलब्ध तरीकों को भी लोगों के अपनाना चाहिए।

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आइए जानें बेहतर मेंटल हेल्थ के लिए योगाभ्यास के फायदे

योग, बिना किसी थेरेपी के इंसान के व्यवहार में बदलाव लाता है।

1. योग करने से नकारात्मक गुण दूर होते हैं और इनकी जगह सकारात्मक गुण लेते हैं । ऐसा करने से व्यक्तित्व में समग्र निखार भी आती है।

2. योग व्यक्ति को उसके मन पर काबू पाने और विचारों को सशक्त बनाने के योग्य बनाता है।

3. योगाभ्यास से व्यक्ति का दिमाग व्यापक रुप से विकसित होता है। इससे व्यक्ति के निर्णय लेने की शक्ति और समझ में स्पष्टता होती है। योगाभ्यास व्यक्ति के शरीर और मन के बीच बढ़िया तालमेल बनाने और उसे सही व गलत के बीच फर्क करने की क्षमता विकसित करता है। जैसे एक अनुभवी टीचर अपने शिष्य के झूठ या उसके द्वारा सच को दबाने के लिए बोले गए झूठ या प्रयास का चुटकियों में पहचान लेता है।

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4. योगाभ्यास हम में धैर्य, संयम और सहनशीलता का विकसित करती है और इससे कठिनाइयों को पार करने में आसानी हो जाती है। जो लोग ऐसा नहीं करते हैं, उन्हें इन कठिनाइयों से उबरने में योगाभ्यास करने वालों की अपेक्षा ज्यादा मेहनत करनी पड़ जाती है।

5. एक सच्चा योगी अपने आप में सहयोग करने की भावना को विकसित करता है। योगी के अंदर सरोकार की भावना में बढ़ोत्तरी होना एक बड़ी उपलब्धि के समान है। अगर ऐसा समाज के हर व्यक्ति में हो जाए तो बड़े से बड़ा पहाड़ आसानी से हटाया जा सकता है। यानी इन सरोकार की भावनाओं से समस्या को पलभर में दूर किया जा सकता है।

इस तरह के सहयोग करने की भावना से न सिर्फ खुद का लाभ हो सकेगा बल्कि एक बेहतर कल और अच्छे समाज का निर्माण जरुर हो सकेगा।

आइए जानें राज योग के बारे में

राज योग एक प्रैक्टिस है जो अभ्यासकर्ता को अनुभव के नए क्षेत्रों में ले जाता है। यह आत्मा को एक उच्च शक्ति (आध्यात्मिक) के साथ कनेक्ट करने में सक्षम बनाता है। राज योग एक प्रैक्टिसनर को पवित्रता, शांति, आनंद, पुण्य और आध्यात्मिक शक्ति के उच्चतम शिखर तक पहुंचाता है। और ये मनुष्य के व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामाजिक जीवन को बहुत बेहतर तौर-तरीके से जीने के योग्य बनाता है।

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योग अर्थात एक सर्वोच्च शक्ति की चेतना से भरे मन को स्थिर करना, या अपने आभासी ईश्वर के साथ मेंटल लिंक बनाए रखना है। मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों के आधार पर, योग आपके अंदर सहनशीलता, परिस्थितियों का आमना-सामना करना, धैर्य, संयम और जरूरत पड़ने पर पीछे हटने की शक्ति भी विकसित करता है।

niymit yog karne se apki jindagi badal sakti hai
नियमित योगाभ्यास आपकी जिंदगी बदल सकती है। चित्र: शटरस्‍टॉक

योगी जुबानी हमलों करने वालों और ईंट-पत्थर चलाने वालों दोनों को अच्छे से संभाल लेता है। यानी अपने धैर्य और सहनशीलता से नजरअंदाज कर देता है, ठीक वैसे ही जैसे पथराव करने पर पेड़ आसानी से फल दे दैता है। कहा जाता है कि, जिस पर वह या बाकी लोग निर्भर करते है उसकी भी मृत्यु हो जाए या फिर ऐसी कोई अनहोनी हो जाए या कितनी भी तेज आंधी-तूफान आ जाए फिर भी उस योगी के अंदर जल रहे लौ की ज्वाला डिगा नहीं सकती है। बुझ पाना तो बहुत दूर की गोटी के समान है।

वाकई ये शक्तियां न केवल योगी को व्यक्तिगत लाभ पहुंचाती है बल्कि योगाभ्यास एक बेहतर समाज के निर्माण के लिए बेहद जरुरी हो जाती है। योग से मिलने वाले फायदे और गुण सभी के साथ बेहतर संबंध बनाने में मदद करती है, इसके आलावा यह आपको आपके पेशेवर जिंदगी में, घरेलु रिश्तों और कामकाज में और मनुष्य को खुद के साथ शांति से रहने में मदद भी करता है।

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