बॉडी को हेल्दी और फिट रखने के लिए खान पान का ख्याल रखने के अलावा खुद को डिटॉक्स करना भी ज़रूरी है। शरीर में जमा टॉक्सिंस (Body toxins) को बाहर निकालने के लिए डिटॉक्स फूड और ड्रिंक्स के अलावा आप आसान योग की मदद भी ले सकते हैं (Yoga poses for detoxification) । खुद को फिट और एनर्जेटिक रखने के लिए इन योगासनों को ज़रूर अपनाएं।
सूर्य नमस्कार के सात आसनों में से एक अधोमुख श्वानासन है। इसे करने के लिए आपकी बॉडी आगे की ओर झुकती है। इससे शरीर में रक्त संचार बेहतर तरीके से होने लगता है। इस योग से शरीर के कई भाग स्ट्रेच होते है। इस योग की गिनती स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ में की जाती है।
इसे करने के लिए सबसे पहले मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।
उसके बाद दोनों हाथों को उपर की ओर ले जाएं और बाजूओं को एकदम सीधा कर लें।
अब शरीर को आगे की ओर झुकाएं और घुटनों को मोड़ते हुए दोनो हाथों को जम़ीन पर लगाएं।
दोनों हाथों और दोनों पैरों के मध्य दूरी होनी आवश्यक है।
इस योग को करने के दौरान एड़ियों को उपर उठाने का प्रयास करें।
इस योग को निरंतर करने से पाचन तंत्र को मज़बूती प्राप्त होती है। इससे मांसपेशियों को मज़बूती मिलती है। तनाव में रहने वाले लोगों को इस योगासन को अवश्य करना चाहिए। इसके अलावा से पीठ और कंधों में महसूस होने वाली ऐंठन दूर हो जाती है। इसके अलावा शरीर का इम्यून सिस्टम मज़बूत होता है।
यदि आप पहली बार इस योग को कर रहे हैं, तो हाथों के मुड़ने की संभावना रहती है। ऐसे में लंबे वक्त तक इस आसन को करने से बचे। इसके अलावा गठिया और गर्भावस्था में इस योग को करने से बचें। अगर आपके पैर या टांगों में कोई सर्जरी हुई है, तो इस योगासन का न करें।
इस आसन से शरीर में लचीलापन बढ़ने लगता है। इसके नियमित प्रयास से बॉडी न सिर्फ डिटॉक्स होती है बल्कि फिट भी रहती है। इस आसन की खासियत ये है कि इससे शरीर की मांसपेशियां खिंचने लगती है और कई रोगों से छुटकारा मिल जाता है।
इस आसन को करने के लिए आप मैट पर बैठ जाएं। उसके बाद सुखासन मुद्रा में बैठकर आंखें बंद कर लें।
अब दांए हाथ से बाएं घुटने को छूएं। वहीं बाएं हाथ से दांए पैर को छूने की कोशिश करें।
शुरूआत में इस मुद्रा में 30 सेकण्ड से एक मिनट तक रहने का प्रयास करें।
एक बार करने के बाद दूसरे बार अब बांए हाथ से दांए घुटने का कपड़ें।
इस योग को करने के दौरान गर्दन को पीछे की ओर मोड़ लें।
ये एक आसान योग है। इसे पेट की मांसपेशियों को खिंचाव महसूस होता है। इसे करने से शरीर आसानी से डिटॉक्स हो जाता है। इससे कंधों से लेकर टांगों तक सभी कुछ स्ट्रेच होता है। इससे हमारी पीठ को मज़बूती मिलती है। साथ ही एसिडिटी की समस्या से राहत मिल जाती है। मेटाबॉल्ज्मि को मज़बूती देने वाले इस योग से शरीर को फायदा मिलता है।
अगर आप पेट संबधी किसी रोग से ग्रस्त है, तो इस योग का प्रयास न करें।
इस आसन को किसी योग गुरू के सान्निध्य में ही करें।
वार्मअप के बाद इस योग को करें।
अगर योग के दौरान पेट या घुटनों में ऐंठन हे, तो इस छोड़ दें।
शरीर को डिटॉक्स रखने के लिए नौकासन को अपने रूटीन में शामिल करें। इससे मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन और टांगों में होने वाले दर्द से भी राहत मिल सकती है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंइसे करने के लिए मैट पर सीधे लेट जाएं।
इसके बाद दोनों बाजूओं को टांगों से सटा लें।
अब धीरे धीरे उपर की ओर उठें और बाजूओं को साधा कर लें।
इसके बाद दोनों टांगों को उपर की ओर उठाएं। ध्यान रखें कि पैर बिल्कुल सीधे होने चाहिए।
इससे टांगों में आने वाली स्टिफनेस दूर होने लगती है।
इसका अभ्यास करने से टांगों और कमर के आस पास जमा फैट्स बर्न होते है।
इससे पेट की मांसपेशियां खिंचती है, जिससे आपके शरीर से टॉकिसन आसानी से डिटॉक्स हो सकते है।
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