लॉन्ग सिटिंग ऑवर, खराब पोश्चर के कारण कमर दर्द की समस्या आम है। काफी हद तक इन एक्टिव लाइफस्टाइल जिम्मेदार हैं । लांसेट रूमेटोलोजी जर्नल के अनुसार, 2050 तक दुनिया के 80 करोड़ से ज्यादा लोग पीठ और कमर दर्द की समस्या से पीड़ित होंगे । एक्सपर्ट मानते हैं कि कमर दर्द का कारण बढ़ती उम्र (Back Pain causes) और गलत ढंग से वजन उठाना दोनों बन सकते हैं। आइए जानते हैं इससे बचने के कुछ उपायों के बारे में।
उजाला सिग्न्स ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल के फाउंडर और डायरेक्टर डॉ. शुचिन बजाज कहते हैं, ‘उम्र बढ़ने के साथ पीठ या गर्दन में दर्द महसूस होना सामान्य है। रीढ़ की हड्डी में दर्द उम्र बढ़ने के साथ होते ही हैं। 85 प्रतिशत से अधिक लोग उम्र बढ़ने पर किसी प्रकार की पीठ या गर्दन में दर्द का अनुभव करते हैं। 50 वर्ष और उससे अधिक आयु के वयस्क विशेष रूप से पीठ के निचले हिस्से में दर्द के प्रति संवेदनशील होते हैं। उम्र से संबंधित स्पाइन डिस्क दर्द जोड़ों और रीढ़ की हड्डी की संरचनाओं में होने वाले अंतर के कारण होते हैं। मांसपेशियों में खिंचाव के कारण भी दर्द होता है। समय के साथ हड्डी और मांसपेशी कमजोर हो जाते हैं। विटामिन डी की कमी होने लगती है।’
डॉ. शुचिन के अनुसार, ‘बार-बार और भारी सामान उठाने से पीठ की मांसपेशियों पर दबाव पड़ सकता है। इन मांसपेशियों में खिंचाव बहुत दर्दनाक हो सकता है। तनाव के कारण मांसपेशियों के फटने या ऐंठन से भी यह प्रभावित हो सकता है। इससे पीठ में अकड़न और जकड़न हो सकती है।’
वेट लिफ्टिंग या फुटबॉल जैसे खेलों के कारण मसल्स में खिंचाव हो सकता है। ऐसे खेल जिनमें पीठ के निचले हिस्से को अचानक घुमाने की आवश्यकता होती है। टेनिस, बास्केटबॉल, बेसबॉल और गोल्फ चोट का कारण बन सकता है। कुछ चोट के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
पीठ दर्द को रोकने के बढ़िया तरीकों में से एक है अपनी पीठ की मांसपेशियों को मजबूत रखना। अपनी पीठ की सुरक्षा और पीठ दर्द को रोकने में मदद के लिए कुछ उपाय अपनाए जा सकते हैं।
सप्ताह में कम से कम 2 दिन मांसपेशियों की मजबूती के लिए स्ट्रेचिंग व्यायाम करें। सीधे खड़े होकर बैठने का अभ्यास करें। उम्र बढ़ने के साथ-साथ अपने पोश्चर को सही रखने का प्रयास (Age related Back Pain) करें।
भारी उठाने से बचें। अगर कोई भारी चीज उठाई जाए, तो पहले घुटनों को मोड़ें। इस दौरान पीठ को सीधा रखें। इस तरह पैर की मांसपेशियों पर प्रभाव पड़ेगा। वे काम करेंगी और मजबूत होंगी।
सक्रिय रहने की कोशिश करें। हेल्दी खाएं। अधिक वजन होने पर यह पीठ पर दबाव डाल सकता है। नियमित शारीरिक गतिविधि करने और स्वस्थ भोजन करने से स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
यदि लगातार कमर दर्द हो रहा है, तो दवाओं और फ़िज़ियोथेरेपी की मदद
ली जा सकती है।
मसाज और एंटी इन्फ्लेमेटरी जेल से कमर दर्द को कम किया जा सकता है। सर्जरी, क्म्प्लीमेंट्री थेरेपी, मसल्स रेलैक्सेंट से कमर दर्द कम किया जा सकता है।
नियमित रूप से किये गये योग और व्यायाम भी इसमें मदद कर सकते हैं। ध्यान रखें कि कमर दर्द को कम करने के लिए किसी भी प्रकार का योग और व्यायाम एक्सपर्ट की देखरेख में ही शुरू करें। खुद से प्रयास करने पर उल्टा असर भी पड़ सकता है और तेज दर्द भी कर सकता है।
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