गांवों में काले चने के सत्तू ड्रिंक को गरीबों का दूध कहा जाता है। एक गिलास सत्तू में एक गिलास दूध से अधिक प्रोटीन पाया जाता है। गर्मी के दिनों में सत्तू का प्रयोग हर उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद है। बस एक गिलास सत्तू पीने से बॉडी को क्विक एनर्जी मिलती है। यह पेट को साफ रखने में कारगर है। इसलिए यह वेट लॉस में भी मदद करता है। यकीन नहीं आता? तो बस इसे अंत तक पढ़िए और जानिए कैसे वेट लॉस (Sattu to lose weight) में मददगार साबित होता है काले चने का सत्तू।
पटना के क्लिनिकल डाइटीशियन सुधाकर मिश्र हमें गर्मियों में सत्तू पीने के फायदे बताने के साथ-साथ यह भी बता रहे हैं कि ये वेट लॉस के लिए कैसे काम करता है।
डॉ मिश्र कहते हैं “दूध की अपेक्षा सत्तू में प्रोटीन 70 प्रतिशत अधिक है। 30 ग्राम सत्तू में 6 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। मोटापे की मुख्य वजह कॉन्सटिपेशन, इनडाइजेशन और बॉडी में फैट स्टोरेज मानी जाती है। फाइब्रस फूड होने के कारण यह पेट की सभी समस्याओं को दूर कर देता है और आपका वजन भी कम हो जाता है।”
असल में सत्तू इनसॉल्यूबल फाइबर का बढ़िया स्रोत है। इसलिए यह आंतों के लिए अच्छा है और वजन घटाने में भी कारगर है। इसमें सोडियम की मात्रा कम होती है, लेकिन आयरन, मैंग्नीज और मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है। इसमें शुगर की मात्रा कम होती है। इसलिए वजन घटाने वाले लोगों के साथ-साथ यह डायबिटीज पेशेंट के लिए भी फायदेमंद है। प्रेग्नेंट लेडी भी इसका सेवन कर सकती हैं।
यह आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ा देता है। यह हमारे मसल्स को भी मजबूत बनाता है। इसलिए बड़ों के साथ-साथ बच्चे भी इसका सेवन कर सकते हैं। गर्मी में बच्चों को स्कूल जाने से पहले दूध की बजाय 1 गिलास सत्तू ड्रिंक दिया जाए, तो यह अधिक फायदेमंद होगा।
सत्तू कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है। इसलिए 1 गिलास सत्तू ड्रिंक लेने के बाद इसे पचने में समय लगता है। यह एक कंप्लीट डाइट माना जाता है। इसलिए इसके सेवन के बाद आपको पेट भरा-भरा लगेगा। आपको 2-3 घंटे तक कुछ भी मंचिंग करने की इच्छा नहीं होगी। इसे लंच, डिनर किसी-भी समय लिया जा सकता है।
गर्मी में लू से बचाव करता है सत्तू। यह शरीर की गर्मी को दूर करता है तथा पेट की जलन को भी कम करता है। इसलिए सत्तू ड्रिंक तैयार कर आप इसे ऑफिस भी ले जा सकती हैं।
सत्तू लिवर को भी स्वस्थ रखने में मदद करता है।
जिन लोगों को यूरिक एसिड, गैस्ट्रिक की समस्या है, वे न खाएं। किडनी प्रॉब्लम से जूझ रहे लोग इसका सेवन न करें। साथ ही, गठिया के मरीज भी न लें सत्तू।
मोटापे से परेशान लोग सत्तू के बारे में जान लें यह बात
डॉ. सुधाकर मिश्र के अनुसार, सत्तू किसी भी दाल या रोटी से अधिक कैलोरी प्रदान करता है। इसलिए यह क्विक एनर्जी तो देता है, लेकिन वजन कम करना चाह रही महिलाएं इस बात का जरूर ख्याल रखें कि सत्तू के माध्यम से आपने जो कैलरी गेन की है, उसे बर्न करने के बारे में भी सोचें।
यही अतिरिक्त कैलरी आपके शरीर के विभिन्न अंगों में फैट के रूप में स्टोर हो जाएगी।
2 बड़े चम्मच सत्तू से तैयार ड्रिंक पीने के बाद आप दूसरा भोजन 2 घंटे तक के लिए न लें। वजन कम करने के लिए सुबह के नाश्ते में सत्तू का सेवन करना चाहिए। यदि वजन कम करना चाहती हैं, तो सत्तू में चीनी मिलाकर न खाएं।
एक गिलास पानी में 2 बड़ा चम्मच सत्तू, स्वादानुसार नमक, काली मिर्च, जीरा पाउडर और नींबू मिलाकर ड्रिंक तैयार की जा सकती है।
इसे नमक या चीनी के साथ मिलाकर पेस्ट के रूप में तथा आंटे में स्टफ कर परांठे के रूप में भी खाया जा सकता है।
यदि परांठे का प्रयोग कर रही हैं, तो 12 ग्राम से अधिक सत्तू से परांठे तैयार न करें। काले चने के सत्तू के स्थान पर जौ के सत्तू का प्रयोग किया जा सकता है।
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